जागो ग्राहक: प्रेशर कुकर की गुणवत्ता को नज़रअंदाज न करें, जानें ISI मार्क क्यों ज़रूरी है: ISI Mark on Pressure Cooker
ISI Mark on Pressure Cooker

BIS अधिनियम 2016: प्रेशर कुकर पर ISI मार्क क्यों है अनिवार्य?

ISI मार्क उत्पाद की गुणवत्ता और सुरक्षा को प्रमाणित करता है, जो उपभोक्ताओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

ISI Mark on Pressure Cooker: भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने 2016 में BIS अधिनियम के तहत एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए यह सुनिश्चित किया कि प्रेशर कुकर जैसे घरेलू उपकरणों में सुरक्षा मानकों का पालन किया जाए। इसके परिणामस्वरूप, अब प्रेशर कुकर पर ISI (Indian Standards Institute) मार्क होना अनिवार्य कर दिया गया है। ISI मार्क उत्पाद की गुणवत्ता और सुरक्षा को प्रमाणित करता है, जो उपभोक्ताओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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ISI Mark on Pressure Cooker
ISI mark

प्रेशर कुकर, जो लगभग हर भारतीय रसोई में पाया जाता है, एक ऐसे उपकरण के रूप में जाना जाता है जो उच्च दबाव में भोजन पकाने के लिए उपयोग किया जाता है। यदि इसका निर्माण मानक सुरक्षा प्रक्रियाओं के अनुसार नहीं होता, तो यह विस्फोट का कारण बन सकता है, जिससे गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं। BIS अधिनियम 2016 के तहत, अब यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि केवल उन प्रेशर कुकरों को बाज़ार में बेचा जा सके, जो ISI मार्क से प्रमाणित हैं। यह कदम उपभोक्ताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि वे सुरक्षित और मानक गुणवत्ता वाले उत्पाद का ही उपयोग करें।

BIS ने पहले ही देश भर से 5,507 गैर प्रमाणित प्रेशर कुकर वापस बुला लिए हैं। यह कुकर वह थे जिनमें ISI मार्क नहीं था और जिनके निर्माण में निर्धारित सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था। ऐसे उत्पादों का बाजार में रहना उपभोक्ताओं के लिए खतरे का कारण बन सकता था। इन कुकरों को वापस बुलाने से यह सुनिश्चित किया गया है कि उपभोक्ता केवल सुरक्षित और प्रमाणित उत्पाद का ही इस्तेमाल करें।

यदि आप किसी प्रेशर कुकर पर ISI मार्क नहीं पाते हैं, तो यह उपभोक्ता के रूप में आपका अधिकार है कि आप इसकी शिकायत करें। आप BIS की आधिकारिक वेबसाइट www.bis.gov.in पर जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके अलावा, BIS ऐप के माध्यम से भी आप संबंधित उत्पाद के बारे में शिकायत या जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

BIS अधिनियम 2016 के तहत ISI मार्क को अनिवार्य करने का कदम भारतीय उपभोक्ताओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे न केवल उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि उपभोक्ताओं को यह भरोसा मिलेगा कि वे जो प्रोडक्ट खरीद रहे हैं, वह सुरक्षा मानकों पर खरा उतरता है।

सोनल शर्मा एक अनुभवी कंटेंट राइटर और पत्रकार हैं, जिन्हें डिजिटल मीडिया, प्रिंट और पीआर में 20 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने दैनिक भास्कर, पत्रिका, नईदुनिया-जागरण, टाइम्स ऑफ इंडिया और द हितवाद जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम किया...