Types of Jalebi: जलेबी एक ऐसा मीठा है जो कि हर उम्र के लोगों को काफी पसंद आता है। अगर आपको भी मीठे में जलेबी भाती है तो आप भी यहां इसकी चार तरह की किस्मों को बनाना सीख सकते हैं। जलेबी पूरे भारत में पसंद की जाती है। राजस्थान की राजधानी जयपुर में अगर नाश्ते की बात करें तो सुबह-सुबह आपको जलेबी के साथ कचौड़ी का कॉम्बिनेशन मिलेगा। तो चलिए जानते हैं जलेबी के नए अंदाज को-
एप्पल जलेबी

सामग्री
- मैदा-1 कप
- दही- 1 कप
- पानी- 1/2 कप पानी
- नमक- 1 चुटकी
- कॉर्न स्ट्रार्च-1 कप
- सेब-2
- ईनो-1 चम्मच
- चाशनी के लिए-पानी- 2 कप
ऐसे बनाएं
- सबसे पहले मैदा, दही, पानी, नमक, कॉन स्ट्रार्च को लेकर उसका घोल तैयार कर लें। इसमें ईनो भी डाल दें।
- आधे घंटे इस घोल को रेस्ट करने के लिए रख दें।
- पानी और चीनी मिलाकर एक तार की चाश्नी बनाकर अलग रख दें।
- इसके बाद सेब को रिंग्स के तौर पर काटने हैं। इसके बीज निकाल लें। आपको सेब की बारीक रिंग्स काटनी है वरना जलेबी कुरकुरी नहीं बनेगी।
- सेब को घोल में अच्छे से उलट-पलट लें।
- अब देसी घी गरम करें और घोल में डिप किए हुए सेबों को तलते जाएं। जब यह सिक जाए तो इसे चाशनी में डाल दें।
- चाशनी में इन्हें 5 मिनट तक भिगोएं।
- तैयार है आपकी एप्पल जलेबी जो बाहर से क्रिस्पी और अंदर से नर्म होगी।
रबड़ी जलेबी

सामग्री
- मैदा-2 कप
- दही- 1 कप
- पानी- 1/2 कप पानी
- नमक- 1 चुटकी
- चाशनी के लिए-पानी- 2 कप
- रबड़ी के लिए: 2 बर्फी के टुकड़े
- दूध- 1/2 कप
- पिस्ता- सजावट के लिए
- घी- जलेबी तलने के लिए
ऐसे बनाएं
- सबसे पहले मैदे में दही और नमक को डाल कर मिक्स कर लें। इसमें धीरे-धीरे पानी डालते हुए एक घोल तैयार कर लें। याद रखना कि यह घोल एकदम चिकना दिखे और इसमें कोई गांठ भी नजर न आए। इस घोल को तैयार कर इसे आधा घंटे के लिए रख दें।
- दूसर ओर आप चाशनी बनाने की तैयारी करें। पानी और चीनी मिलाकर एक तार की चाशनी बनाकर अलग रख दें।
- अब देसी घी गरम करें और पाइपिंग बैग की सहायता से घी में गोल आकार की जलेबियां बनाएं। वैसे अगर आपको और शेप बनाने का मन है तो आप अपने अनुसार बना सकती हैं। घी में डालने के बाद इसे कुरकुरा होने तक तलें। इन तली हुई जलेबियों को तैयार चाशनी में डाल दें।
- चाशनी में इन्हें 5 मिनट तक भिगोएं।
रबड़ी ऐसे बनाएं
- बर्फी के छोटे-छोटे टुकड़ें करें। इसके बाद पैन में यह टुकड़े और दूध दोनों डालकर गर्म कर लीजिए। इसे गाढ़ा होने तक पकाएं।
- रबड़ी को कुछ देर ठंडा होने रख दें।
- तैयार है रबड़ी और जलेबी। जलेबी को पिस्ते से सजाकर रबड़ी के साथ परोसें।
पनीर जलेबी

सामग्री
- पनीर – 200 ग्राम कद्दूकस किया हुआ
- केसर के धागे – 10
- मैदा – ¼ कप
- चीनी – 300 ग्राम
- घी – जलेबी तलने के लिए
- दही- 1 कप
- पानी- 1/2 कप पानी
- नमक- 1 चुटकी
- चाशनी के लिए-पानी- 2 कप
ऐसे बनाएं
- सबसे पहले मैदे में दही और नमक को डाल कर मिक्स कर लें। इसमें धीरे-धीरे पानी डालते हुए एक घोल तैयार कर लें।
- वहीं कद्दूकस करे पनीर को अपने हाथ से अच्छे से मसल लीजिए। इसे थाली पर लें और अपने धीरे-धीरे दूध डालते हुए इसे एकदम चिकना कर लें। इसके बाद इसे मैदे वाले घोल में मिक्स कर लें।
- दूसरी ओर आप चाशनी बनाने की तैयारी करें। पानी और चीनी मिलाकर एक तार की चाशनी बनाकर अलग रख दें। इस चाशनी में आप केसर के रेशे डाल दें।
- अब देसी घी गरम करें और पाइपिंग बैग की सहायता से घी में गोल आकार की जलेबियां बनाएं। घी में डालने के बाद इसे कुरकुरा होने तक तलें। इन तली हुई जलेबियों को तैयार चाशनी में डाल दें।तैयार हैं आपकी पनीर वाली जलेबी।
इमरती

सामग्री
- उड़द की दाल- 2 कप
- चीनी-1 1/2 कप
- केसर- 5 से 6 लच्छे
- रंग-1/2 टी स्पून
- इलाइची पाउडर- 1 चुटकी
- घी- इमरती तलने के लिए
ऐसे बनाएं
- आप पूरी रात दाल को भिगोएं। इसके बाद इसे धोकर और बारीक पीस लें। इसमे रंग मिलाएं।
पीसने के बाद आपको इसे अच्छी तरह फेंटना है। - इसे सैट होने के लिए दो घंटे ढककर रख दें।
- अब चाशनी तैयार करें। आंच पर पानी में चीनी को डालकर धीमी आंच पर घुलने दें। इसकी एक तार की चाशनी बना लें।
- इस चाशनी में इलाइची पाउडर डालें। इसे बैटर को नोजल वाले पाइप या एक कपड़े में छेद करके डालें।
- इसके बाद गर्म घी में इमरती बनाएं। ध्यान दें कि यह जलेबी जैसी बारीक नहीं बल्कि थोड़ी मोटी बनती हैं। इसे मंदी आंच पर सेंकें। ताकि यह कुरकुरी बनें।
- इन्हें अब घी में से निकालकर चाशनी में में 3 से 4 मिनट के लिए रखें। आपकी इमरती तैयार है। यह ठंडी और गर्म दोनों तरह से अच्छी लगती हैं। इसे दूध, दही या रबड़ी तीनों में से किसी के साथ भी खाया जा सकता है।
नोट-आप चाहे कोई सी भी जलेबी बनाएं जब भी आप घोल बनाएं यह एकदम धार की तरह गिरना चाहिए। वहीं इमारती का घोल सही से बना या नहीं इसे चैक करने के लिए फेंटे हुए बैटर को पानी पर डालकर देखें अगर यह ऊपर उठता है तो इसका मतलब है कि आपका घोल तैयार है।