Summary: नकली बनारसी साड़ी से बचना है तो खरीदते समय ध्यान रखें ये बातें

बनारसी साड़ी भारत की सबसे शाही और खूबसूरत साड़ियों में से एक है, जो खास मौकों जैसे शादी या त्योहार पर पहनने के लिए परफेक्ट होती है। लेकिन पहली बार खरीदते समय लोग अक्सर नकली या महंगी साड़ी ले लेते हैं, जिससे बाद में पछताना पड़ता है। इसलिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।

Banarasi Saree Buying Tips: बनारसी साड़ी भारत की सबसे खूबसूरत और शाही साड़ियों में से एक मानी जाती है। इसे पहनने से हर महिला की खूबसूरती और भी ज्यादा निखरकर सामने आती है। खासकर शादी, त्योहार या किसी खास मौके पर बनारसी साड़ी पहनना एक बेहतरीन चुनाव होता है। लेकिन अगर आप पहली बार बनारसी साड़ी खरीदने जा रही हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। क्योंकि कई बार लोग नकली या ओवरप्राइस साड़ी खरीद लेते हैं और बाद में पछताना पड़ता है। तो आइए जानते हैं वो जरूरी टिप्स जो पहली बार बनारसी साड़ी खरीदते समय अपनानी चाहिए।।

आजकल बनारसी साड़ी की बहुत मांग है, इसलिए बाजार में नकली और घटिया क्वालिटी की साड़ियां भी खूब बिक रही हैं। कई लोग बिना जांचे-परखे ऐसे दुकानों या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से साड़ी खरीद लेते हैं, जो असली नहीं होती। इसलिए हमेशा भरोसेमंद दुकान या अच्छी रिव्यू वाली वेबसाइट से ही खरीदारी करें। यदि पॉसिबल हो तो किसी ऐसे ब्रांड से खरीदें जिसकी मार्केट में अच्छी साख हो और जिसने पहले भी असली बनारसी साड़ियां बेची हों।


आजकल बाजार में नकली बनारसी साड़ियां बहुत आसानी से मिल जाती हैं जो देखने में असली जैसी लगती हैं, लेकिन उनकी क्वालिटी बहुत खराब होती है। असली बनारसी साड़ी में हाथ की बुनाई होती है और ज़री का काम शुद्ध होता है।आप असली बनारसी साड़ी की पहचान उसके पल्लू और बॉर्डर से कर सकती हैं। उसमें सिल्वर या गोल्ड ज़री का इस्तेमाल होता है। साथ ही, पीछे की साइड थोड़ी उलझी हुई धागों की बुनाई दिखेगी, जबकि नकली साड़ी का हिस्सा बहुत साफ होगा।

ऑनलाइन शॉपिंग करते समय स्टूडियो लाइट में खींची गई फोटो अक्सर रंग और कपड़े की असल बनावट को छिपा देती हैं। इसलिए हमेशा दुकानदार से नेचुरल लाइट में खींचा गया वीडियो मांगें। इससे साड़ी के असली रंग और चमक का बेहतर अंदाज़ा लगेगा और डिलीवरी के बाद आपको निराशा नहीं होगी।

साड़ी खरीदते समय उसकी पूरी लंबाई और चौड़ाई चेक करें। कई बार दुकानदार कम मीटर वाली साड़ी दे देते हैं, जिससे बाद में प्लीट्स या ब्लाउज बनवाने में परेशानी होती है। एक अच्छी बनारसी साड़ी कम से कम 5.5 मीटर लंबी होनी चाहिए।

अगर आप असली बनारसी साड़ी खरीद रही हैं तो दुकानदार से GI टैग  या सिल्क मार्क वाला सर्टिफिकेट जरूर मांगें। इससे पता चलता है कि साड़ी सच में बनारस की बनी है और असली रेशम से बनी है।

अगर कोई दुकानदार बनारसी साड़ी 800 से 1500 रुपये में दे रहा है और कह रहा है कि यह असली बनारसी सिल्क है, तो समझ लीजिए कि वह साड़ी नकली या मशीन से बनी है। असली बनारसी साड़ी की शुरुआत आमतौर पर 3000 से 5000 के बीच होती है।

स्वाति कुमारी एक अनुभवी डिजिटल कंटेंट क्रिएटर हैं, जो वर्तमान में गृहलक्ष्मी में फ्रीलांसर के रूप में काम कर रही हैं। चार वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली स्वाति को खासतौर पर लाइफस्टाइल विषयों पर लेखन में दक्षता हासिल है। खाली समय...