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हाल ही में नॉर्थ वेस्ट अपनी मां किम के साथ रोम पहुंचीं। यहां उनकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिसमें उन्होंने फिंगर डर्मल पियर्सिंग करवा रखी थी। वैसे तो फिंगर डर्मल पियर्सिंग काफी समय से चलन में है, लेकिन अब ये नया फैशन ट्रेंड बन गया है।
Finger Piercing Ring: हॉलीवुड स्टार किम कार्दशियन स्टाइल के मामले में सबको पीछे छोड़ देती हैं। लेकिन उनकी बेटी नॉर्थ वेस्ट फैशन और स्टाइल के मामले में उनसे भी आगे है। हाल ही में नॉर्थ वेस्ट अपनी मां किम के साथ रोम पहुंचीं। यहां उनकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिसमें उन्होंने फिंगर डर्मल पियर्सिंग करवा रखी थी। वैसे तो फिंगर डर्मल पियर्सिंग काफी समय से चलन में है, लेकिन अब ये नया फैशन ट्रेंड बन गया है।
ऐसे होती है फिंगर डर्मल पियर्सिंग
डर्मल पियर्सिंग को माइक्रो डर्मल या सिंगल-पॉइंट पियर्सिंग भी कहा जाता है। इसमें गहना त्वचा के नीचे लगाया जाता है, जिससे ऊपर सिर्फ उसका खूबसूरत हिस्सा ही दिखता है। अभी तक जीभ, नाक, होंठों के ऊपर के हिस्से, आंख के पास लोग डर्मल पियर्सिंग करवाते थे। लेकिन अब फिंगर डर्मल पियर्सिंग को अंगूठी का विकल्प माना जा रहा है। यह पियर्सिंग सुई या डर्मल पंच से की जाती है। इसमें पहले स्किन में छोटा सा छेद किया जाता है। फिर उसके अंदर एक एंकर डाला जाता है। इस एंकर पर एक छोटा सा स्टड या स्टोन लगाया जाता है, जो बाहर से दिखता है। हालांकि उंगलियों पर पियर्सिंग करना थोड़ा रिस्की होता है क्योंकि वहां की त्वचा पतली होती है। साथ उंगलियां मूवमेंट भी करती हैं।
इसलिए आ रहा लोगों को पसंद
फिंगर पियर्सिंग एकदम नया और हटकर लुक देता है। ये देखने में ऐसा लगता है जैसे कोई स्टोन या धातु सीधा आपकी त्वचा में जड़ी हो। बहुत से लोग इसे अंगूठियों की जगह या उनके साथ मिलाकर स्टाइलिश लुक देने के लिए करवा रहे हैं। नॉर्थ वेस्ट की तस्वीरें वायरल होने के बाद इसका ट्रेंड और भी ज्यादा बढ़ने की उम्मीद लगाई जा रही है।
स्टाइल के साथ खतरे भी
फिंगर पियर्सिंग भले ही स्टाइलिश लगे, लेकिन इसके कई नुकसान भी हैं। इसे करवाने के बाद आपको काफी सावधान रहने की जरूरत होती है। फिंगर पियर्सिंग करते वक्त और बाद में हाथों की साफ-सफाई बेहद जरूरी है। वरना संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। आप यह पियर्सिंग करवाने के बाद घर के रोजमर्रा के कामों में परेशानी महसूस कर सकती हैं। क्योंकि उंगलियों को ज्यादा हिलाने में परेशानी हो सकती है। पियर्सिंग के बाद अपने हाथों को हमेशा सूखा रखने की कोशिश करें। क्योंकि गीलेपन से भी इंफेक्शन का खतरा रहता है। टॉवल से फिंगर पियर्सिंग को रगड़कर न सुखाएं। इसे हल्के हाथों से ही सुखाएं।
रिजेक्शन का बड़ा डर
फिंगर पियर्सिंग में सबसे आम परेशानी होती है ‘रिजेक्शन’। इसमें शरीर उंगलियों में डाले गए एंकर को धीरे-धीरे बाहर धकेलने लगता है। इतना ही नहीं कपड़े पहनते समय या कोई चीज पकड़ते वक्त ये स्टड फंस सकता है, जिससे चोट या खून निकलने की आशंका रहती है। कभी कभी फिंगर पियर्सिंग के घाव भरने में दो से तीन महीने भी लग जाते हैं। स्पोटर्स खेलने के दौरान भी फिंगर पियर्सिंग को नुकसान होने का डर रहता है।
