Overview: तनीषा मुखर्जी के बिगड़े बोल, फिल्म इंडस्ट्री में आउडसाइडर्स उगला जहर
काजोल की बहन तनीषा ने 'नेपो बेबीज' को पसंद करने और 'आउटसाइडर्स' को लेकर जो बात कही है, वह सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है। एक्ट्रेस को उनके इस बयान के लिए काफी ट्रोल भी किया जा रहा है।
Tanisha Mukherjee Statement: बॉलीवुड की दुनिया में नेपोटिज्म यानी भाई-भतीजावाद पर बहस कोई नई बात नहीं है। इस बार इस बहस में एक नया और हैरान करने वाला बयान सामने आया है, जिसे एक्ट्रेस तनीषा मुखर्जी ने दिया है। दिग्गज अभिनेत्री तनुजा की बेटी और काजोल की बहन तनीषा ने ‘नेपो बेबीज’ को पसंद करने और ‘आउटसाइडर्स’ को लेकर जो बात कही है, वह सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है। एक्ट्रेस को उनके इस बयान के लिए काफी ट्रोल भी किया जा रहा है।
‘नेपो बेबीज’ के लिए तनीषा का प्यार
पिंकविला को दिए एक इंटरव्यू में तनीषा ने बॉलीवुड की लगातार हो रही आलोचना पर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, “हम ‘मेक इन इंडिया’ की बात करते हैं, लेकिन बॉलीवुड तो पहले से ही भारतीय है। भारतीय कलाकार, भारतीय विषय… फिर हमें यह रियायतें क्यों नहीं मिल रही हैं?” तनीषा ने साफ कहा कि उन्हें लगातार मिल रही आलोचना से दुख होता है। उन्होंने कहा, “मुझे अपनी इंडस्ट्री से प्यार है, अपनी फिल्म बिरादरी से प्यार है। मुझे इस इंडस्ट्री में पैदा हुए लोग पसंद हैं, मुझे अपने नेपो बेबीज से प्यार है।” तनीषा ने सवाल उठाया कि क्यों उन्हें लगातार आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है।
फिल्मी परिवार देने के लिए आते हैं?
तनीषा ने बताया कि जब कोई फिल्मी परिवार से आता है, तो वह सबसे पहले फिल्म इंडस्ट्री के बारे में सोचता है। उन्होंने कहा, “आप फिल्म इंडस्ट्री से कुछ भी लेने के लिए नहीं आते। हां, आप एक्टर, डायरेक्टर या प्रोड्यूसर बनना चाहते हैं, लेकिन आप हमेशा इंडस्ट्री को कुछ देने के बारे में ही सोचेंगे।” उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस छेड़ दी है, जहां लोग इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या इंडस्ट्री में पैदा हुए लोग वाकई कुछ अलग तरह से सोचते हैं।
‘आउटसाइडर्स’ पर तनीषा का बेबाक कमेंट
तनीषा ने अपने बयान में आउटसाइडर्स यानी बाहर से आए लोगों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि कहीं न कहीं, जो लोग बाहर से आते हैं, वे हमारी इंडस्ट्री के प्रति कोई वफादारी नहीं रखते।” उन्होंने कहा कि बाहर से आए लोग इंडस्ट्री से ‘लेने’ के लिए आते हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि हो सकता है उनके बच्चे जब इंडस्ट्री का हिस्सा बनें, तब वे कुछ वापस देने के बारे में सोचें। तनीषा ने उदाहरण देते हुए कहा कि रोहित शेट्टी या अजय देवगन जैसे लोग स्टंट करने वालों का भी ध्यान रखते हैं। उन्होंने दावा किया कि फिल्मी परिवार ऐसी फिल्में बनाते हैं, जो इंडस्ट्री को पोषित करती हैं। उन्होंने कहा, “मैं ऐसा मानती हूं और मैं चाहती हूं कि और लोग भी ऐसा ही सोचें।”
एक नई बहस की शुरुआत
तनीषा का यह बयान बॉलीवुड के अंदरूनी और बाहरी लोगों के बीच की खाई को और गहरा करता दिख रहा है। जहां कुछ लोग उनके विचारों से सहमत हो सकते हैं, वहीं कई लोग इस बयान को आउटसाइडर्स के प्रति एक भेदभावपूर्ण रवैये के रूप में देख रहे हैं। यह बयान एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि क्या बॉलीवुड वाकई सभी के लिए एक समान खेल का मैदान है या फिर कुछ खास परिवारों के लिए एक सुरक्षित जगह?
