Anupama Upcoming Twist: टेलीविजन का चर्चित शो अनुपमा इन दिनों दर्शकों का भरपूर मनोरंजन कर रहा है। फिलहाल शो में बताया जा रहा है कि तोशू अनुपमा से कहता है कि मैंने आप पर जितना खर्च किया है वह लौटा दो। वह अनुपमा पर खर्च हुए पैसे यानी की रहने और खाने तक का हिसाब मांगता है जिससे अनुपमा हैरान हो जाती है। इसके बाद वह बोलती है कि मैं तुझे हिसाब दूंगी लेकिन कल आज मेरा दिन है और मैं उसे किसी के लिए खराब नहीं करूंगी। उधर तोशू किंजल से बात करता है तो वह कहती है कि मुंह मत खोलना वरना थप्पड़ मार दूंगी।
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श्रुति ने अनुपमा से कही लौटने की बात
अनुपमा, अनुज के घर जाती है जहां पर उसका फूलों से स्वागत होता है। दोनों एक दूसरे को गले लगाते हैं और श्रुति उन्हें ऐसा करते देख लेती है। फिर वह अनुपमा से कहती है कि कैसे एक जीत ने सबको बदल दिया है। आज सुबह तक आपको कुछ नहीं पता था कि आप क्या करने वाले हैं। अब आप भारत वापस जा सकती हैं आराम से। आप यूएस जो साबित करने आई थी वह अपने हासिल कर लिया। भारत में आपको सब मिलेगा तो आप वहां जाने की कब सोच रही हैं। इस पर अनुपमा कहती है कि मैंने कुछ सोचा नहीं है मैं अपनी जीत को सेलिब्रेट करना चाहतीहूं।
अनुपमा देती जवाब
श्रुति बोलती है कि मैं और एके डिस्कस कर रहे थे कि आप व्यस्त हो जाओगी तो आध्या को कैसे मैनेज करोगी। आप अपने काम में बिजी रह सकती हो हम एक्स्ट्रा हेल्प रख लेंगे। इस पर अनुज कहता है कोई कुछ भी कहे लेकिन फैसला तुम्हारा होना चाहिए। इस पर श्रुति रहती है कि हां आपकी मर्जी ही है तो क्या प्लान है आपका। इसके बाद अनुपमा रहती है कि मैं कहीं नहीं जाना चाहती। फिलहाल में अपनी बेटी के लिए आई हूं, आपकी आध्या के लिए आई हूं। जब तक वह ठीक नहीं हो जाती मैं यहां रह सकती हूं तो आप मेरे भविष्य की चिंता बिलकुल छोड़ दीजिए। मेरा करियर, मेरा भविष्य सब कुछ बेस्ट प्लेयर के हाथ में है यह सब कुछ कान्हा जी देख रहे हैं।
यशदीप बोलेगा दिल की बात
इधर यशदीप और बीजी अनुपमा की जीत के बाद गरीबों को खाना बांटते हैं। यहां बीजी यशदीप से कहती है कि तू अनुपमा को अपने दिल की बात कब कहेगा। हम एक हफ्ते में भारत जाने वाले हैं तो जल्दी से उसे बोल दे। उधर शाह हाउस में मीडिया रिपोर्ट्स आते हैं और बा अनुपमा से ज्यादा अपनी तारीफ करती है। वनराज से जब पूछा जाता है तो वह कहता है कि मैं अनुपमा के लिए खुश हूं और हम सभी को उन पर गर्व है। लेकिन मेरी भगवान से प्रार्थना है कि हर बार की तरह इस बार कोई गड़बड़ ना हो और वह अपनी सफलता को अच्छी तरह से संभाल ले। इसके बाद अनुपमा को एक डायरी मिलती है जिसमें अनुज ने उसके कई पन्नों को चिपकाया है। वह अनुज से बोलती है कि सोचा था आध्या के मन में अपने लिए थोड़ी जगह बना पाऊंगी लेकिन मेरी ही तरफ से कोई कमी रह गई होगी।
