Paresh Rawal Shows Lord Shiva Coming Out Of Taj Mahal In The Taj Story Poster
Paresh Rawal Shows Lord Shiva Coming Out Of Taj Mahal In The Taj Story Poster

Summary: 'द ताज स्टोरी' में परेश रावल की चुनौतीपूर्ण भूमिका और बढ़ता विवाद

परेश रावल की आगामी फिल्म 'द ताज स्टोरी' अपने पोस्टर रिलीज के साथ ही विवादों में घिर गई है। फिल्म के पोस्टर में ताजमहल के भीतर शिव प्रतिमा दिखाने पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई।

The Taj Story: हिंदी सिनेमा हमेशा से समाज के भावनात्मक और ऐतिहासिक पहलुओं को छूने की कोशिश करता रहा है। लेकिन जब बात इतिहास से जुड़े संवेदनशील मुद्दों की होती है, तब सिनेमा हमेशा से बहस का हिस्सा बन जाता है। ऐसी ही एक फिल्म हाल ही में चर्चा में आई है, जिसका नाम “द ताज स्टोरी” है। इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं सीनियर एक्टर परेश रावल। इस फिल्म को लेकर कई तरह के विवाद हुए हैं, जिसके बारे में अब परेश रावल ने मुंह खोलकर जवाब दिया है और कहा है कि इस फिल्म को धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए। 

इस फिल्म के पोस्टर के सामने आते ही सोशल मीडिया पर हलचल मच गई। इस पोस्टर में परेश रावल ताजमहल के ऊपर का हिस्सा हाथ में उठाए खड़े हैं और अंदर भगवान शिव की एक मूर्ति नजर आ रही है। इस चित्रण ने लोगों के बीच फिल्म की मंशा को लेकर सवाल खड़े कर दिए। क्या इसके जरिए इतिहास को दोबारा लिखने की कोशिश की जा रही है या एकतरफा विचारधारा को बढ़ावा दिया जाने की कोशिश की जा रही है?

एक यूजर ने कमेन्ट में लिखा, “जब वही भीड़ जो सांप्रदायिक राजनीति के लिए ताजमहल को हथियार बनाती है, नफरत और पाखंड का रोना रोती है, तो ईमानदारी की उम्मीद मत कीजिए क्योंकि यह सिर्फ वोट के लिए विभाजन को भड़काने और इतिहास को फिर से लिखने की एक और कोशिश है।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “यह उनकी असुरक्षा और बेहतर शब्द के अभाव में, ईर्ष्या को ही दर्शाता है। वे इसे खुद नहीं बना पाए, इसलिए उन्हें इस बात से नफरत है कि इसे मुगलों ने बनाया था और अब वे स्वामित्व जताना चाहते हैं। ये बस चोर हैं। बेहतर होगा कि वे इतिहास को यूं ही रहने दें और वर्तमान पर ध्यान दें और शायद भविष्य में ताजमहल जैसे चमत्कार बनाएं। दुर्भाग्य की बात है कि उन्होंने इसके बजाय बेवकूफी भरी फिल्में बनाने का विकल्प चुना।”

इस विवाद के बाद परेश रावल ने अपने सोशल मीडिया (पूर्व में ट्विटर, अब X) पर एक पोस्ट शेयर किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, “अगर सब कुछ जो आपको सिखाया गया है, वो झूठ हो तो? सच सिर्फ छिपा नहीं है, उसे जज किया जा रहा है।”

हालांकि इस पोस्ट को बाद में हटा लिया गया। उसके बाद, फिल्म के निर्माताओं Swarnim Global Services Pvt. Ltd. की ओर से एक स्पष्टीकरण सामने आया, जिसमें कहा गया कि फिल्म किसी भी धार्मिक भावना को आहत नहीं करती और इसका मकसद केवल ऐतिहासिक तथ्यों को उजागर करना है। उन्होंने दर्शकों से अपील की कि वे पहले फिल्म देखें और फिर उसके बाद अपनी राय बनाएं।

जहां एक ओर फिल्म “द ताज स्टोरी” चर्चा में है, वहीं परेश रावल अपने आने वाले प्रोजेक्ट्स में भी व्यस्त हैं। वह जल्दी ही ‘ठम्मा’ नामक एक हॉरर कॉमेडी फिल्म में नजर आने वाले हैं, जिसमें उनके साथ आयुष्मान खुराना, रश्मिका मंदाना, और नवाजुद्दीन सिद्दीकी नजर आने वाले हैं । साथ ही, उनके प्रशंसकों के लिए अच्छी खबर यह है कि वह जल्द ही ‘हेरा फेरी 3’ में भी अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी के साथ वापसी कर रहे हैं।

स्पर्धा रानी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज ने हिन्दी में एमए और वाईएमसीए से जर्नलिज़्म की पढ़ाई की है। बीते 20 वर्षों से वे लाइफस्टाइल और एंटरटेनमेंट लेखन में सक्रिय हैं। अपने करियर में कई प्रमुख सेलिब्रिटीज़ के इंटरव्यू...