Divya Dutta Movies: दिव्या दत्ता एक बेहतरीन अभिनेत्री हैं इसमें कोई संदेह नहीं है। उनके फैंस उनकी फिल्में बहुत पसंद करते हैं। दिव्या की एक्टिंग ही नहीं उनकी आवाज़ भी फैंस बेहद पसंद करते हैं, जैसे कपिल शर्मा शो में दिव्या ने एक कविता पढ़ी थी। उनके कविता पढ़ने के अंदाज़ को बहुत पसंद किया था। दिव्या ने ऐसे बहुत से किरदारों को निभाया जिन्हें बहुत सराहा गया। तो चलिए जानते हैं दिव्या दत्ता के 46 वें जन्मदिन पर उनके जबरदस्त किरदारों के बारे में, जिन्हें निभाकर दिव्या ने इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनायी है।
इसरी कौर

फ़िल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ में इसरी कौर का किरदार शायद ही कोई भूल सकता है। फ़िल्म में दिव्या ने मिल्खा सिंह की बहन का किरदार बखूबी निभाया है। इस किरदार की बहुत तारीफ हुई थी। फ़िल्म का एक दृश्य है जहाँ मिल्खा कामयाब होकर ब्लेज़र पैंट पहने अपनी बहन (इसरी) से मिलने आते हैं और वो उन्हें पहचान ही नहीं पाती। फिर मिल्खा अपनी बहन को ब्लेज़र पहना कर उन्हें जेब में हाथ डालने को कहते हैं और हाथ डालते ही इसरी भावुक हो जाती है क्योंकि मिल्खा अपनी बहन के लिए बालियाँ लेकर आये होते हैं। इस दृश्य को देखकर हर किसी की आँखें नम हो जाती है।
माया

फ़िल्म ट्रैफिक में दिव्या दत्ता ने माया का किरदार निभाया है जिसकी बेटी को हार्ट ट्रांसप्लांट की ज़रूरत है और वो अपनी बेटी के लिए जद्दोजहद करती है। दिव्या का ये किरदार बेहद परिपक्व नज़र आता है। इसमें एक माँ के जज़्बातों को दिखाया गया है। फिल्म का एक दृश्य है जिसमें माया एबल से फ़ोन पर बात करते हुए रिक्वेस्ट करती है ताकी उसकी बेटी का हार्ट ट्रांसप्लांट हो जाए। इसमें माया रोते चिल्लाते हुए कहती है कि तुम्हारी कोई भी प्रॉब्लम एक 12 साल की बच्ची की माँ के दर्द से बड़ी नहीं हो सकती। फ़िल्म ने समाज में किसी के जीवन की क्या कीमत है इसे दर्शाने की कोशिश की है। दिव्या ने इस किरदार को बखूबी निभाया है।
जलेबी

फ़िल्म ‘दिल्ली 6’ में दिव्या दत्ता ने ‘जलेबी’ का किरदार निभाया है। उनका ये किरदार जबरदस्त है। फ़िल्म दिल्ली 6 शोषण को दिखाया गया है। एक दृश्य है जिसमें जलेबी को एक पुलिस वाला गाली देता है और नीच जात का होने का ताना देता है। यहाँ वो अपनी बुलंद आवाज़ में इस बदतमीज़ी का जवाब देती है। दिव्या का ये किरदार बहुत बोल्ड था जिसमें वो एक हिम्मती महिला हैं। उनके किरदार ने ये बताया है कि समाज में किस तरह से जातिवाद हावी है।
