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डॉट एंड की कंपनी की शुरुआत एक परेशानी के कारण हुई। हालांकि बहुत कम लोग जानते हैं कि इस कंपनी की शुरुआत पति-पत्नी की एक जोड़ी ने की है। परेशानी को अवसर बनाने वाले इस कपल का सफर हर किसी को प्रेरित कर सकता है।
dot & key founder success story : भारतीय स्किन केयर ब्रांड डॉट एंड की ने कुछ ही सालों में लोगों को अपना बना लिया है। अपने शानदार, दमदार और अनोखे प्रोडक्ट्स के बल पर कंपनी ने फाइनेंशियल ईयर 2024 में 198 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया। हालांकि बहुत कम लोग जानते हैं कि इस कंपनी की शुरुआत पति-पत्नी की एक जोड़ी ने की है। परेशानी को अवसर बनाने वाले इस कपल का सफर हर किसी को प्रेरित कर सकता है।
डॉट एंड की ऐसे हुई शुरू
डॉट एंड की कंपनी की शुरुआत एक परेशानी के कारण हुई। दरअसल अनीशा सराफ को उनकी जरूरत के अनुसार स्किन केयर प्रोडक्ट नहीं मिल पा रहे थे। ऐसे में उनके पति सुयश सराफ को इस कमी में एक शानदार अवसर नजर आया और एक कमी से ‘डॉट एंड की’ कंपनी की नींव रखी।
साइड बिजनेस से बना ड्रीम प्रोजेक्ट
शुरुआत में अनीशा और सुयश ने इस कंपनी को एक साइड प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया। हालांकि दोनों का विजन साफ था। उन्होंने लोगों की परेशानी को समझा और प्रोडक्ट के जरिए उनका हल ढूंढ़ा। प्रोडक्ट को यूजर फ्रेंडली, बजट फ्रेंडली और स्टाइलिश बनाया। धीरे—धीरे यह साइड प्रोजेक्ट अनीशा और सुयश का ड्रीम प्रोजेक्ट बन गया। आज डॉट एंड की भारत के सबसे सफल स्किन केयर ब्रांडों में से एक है।
बिजनेस फैमिली, मारवाड़ी परिवार का बेटा
फूड टेक्नोलॉजी में मास्टर्स डिग्री कर चुकी अनीशा सराफ ने अपने परिवार में बचपन से ब्यूटी प्रोडक्ट से जुड़ा बिजनेस देखा। उनका परिवार जॉय कॉस्मेटिक से जुड़ा है। एक पॉडकास्ट में अनीशा ने बताया कि जब भी मेरा कोई जानकार विदेश जाता था तो मैं उन्हें स्किन केयर प्रोडक्ट्स की एक लंबी लिस्ट थमा देती थी। लेकिन यह काफी परेशान करने वाला तरीका था। इंडियाना यूनिवर्सिटी में रियल एस्टेट फाइनेंस एंड बिजनेस स्टडी करने वाले सुयश सराफ ने अनीशा की यह परेशानी समझी। सुयश ने लंदन से फाइनेंस में मास्टर्स किया था। ऐसे में वे फाइनेंशियल डिसिप्लेन और बिजनेस स्ट्रेटेजी को अच्छे से समझते थे। कोलकाता के मारवाड़ी परिवार के बेटे को तुरंत एक बिजनेस आइडिया आया। और इस यंग कपल ने उस पर काम करना शुरू कर दिया।
ससुराल से मिला सपोर्ट
एक इंटरव्यू में अनीशा ने बताया कि शुरुआत में मैं कोई ब्रांड नहीं बनाना चाहती थी। लेकिन मेरा लक्ष्य खुद की विरासत बनाना था। मेरे ससुराल वालों ने मुझे एक नई कंपनी बनाने के प्रेरित किया, पूरा सपोर्ट किया। इसी विश्वास से हमने डॉट एंड की स्टार्टअप शुरू किया। अपने रियल एस्टेट बिजनेस में बिजी होने के बावजूद सुयश ने अनीशा का साथ दिया। डिजिटल मार्केटिंग से लेकर शुरुआती संचालन तक हर कदम पर अनीशा की मदद की।
सेविंग से लगाए एक करोड़ रुपए
सुयश का कहना है कि हम एक बड़ा नहीं, बल्कि अच्छा ब्रांड बनाने की कोशिश कर रहे थे। अपनी पर्सनल सेविंग से एक करोड़ रुपए निकालकर साल 2021 में डॉट एंड की शुरू की। करीब चार साल तक बिजनेस को बूटस्ट्रैप किया। फोकस ऐसे प्रोडक्ट पर था, जिन पर अभी तक किसी का ध्यान नहीं था। जैसे क्लोरीन टैनिंग से बचने के लिए स्विम स्प्रे और सैनिटाइजर के रूप में इस्तेमाल होने वाली हैंड क्रीम। कलरफुल, पेस्टल पैकेजिंग भीड़ से अलग नजर आती थी। इससे प्रोडक्ट्स को तुरंत पहचान मिली।
