Mamta Kulkarni
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महामंडलेश्वर बनने के लिए क्या ममता कुलकर्णी ने खर्च किए 10 करोड़ रुपए? खुद ही दिया जवाब

मशहूर एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने 90 के दशक में कई सुपरहिट फिल्में की हैं। एक्ट्रेस सालों तक लाइमलाइट से दूर रहने के बाद हाल ही में भारत लौटीं। इस दौरान उनके बदले अंदाज को महाकुंभ में भी देखा गया।

Mamta Kulkarni News: मशहूर एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने 90 के दशक में कई सुपरहिट फिल्में की हैं। एक्ट्रेस सालों तक लाइमलाइट से दूर रहने के बाद हाल ही में भारत लौटीं। इस दौरान उनके बदले अंदाज को महाकुंभ में भी देखा गया। जिसे देखकर ममता कुलकर्णी के प्रशंसकों को थोड़ी हैरानी जरूर हुई। फिर एक्ट्रेस ने खुद सोशल मीडिया के जरिए बताया कि वह किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गई हैं। शोबिज की दुनिया से आने वाली ममता का इस पद पर रहना कुछ लोगों को पसंद नहीं आया।

ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने के बाद से ही उनके खिलाफ साधु-संतों ने आवाज बुलंद कीं। विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने ममता को पद से हटा दिया। किन्नर अखाड़े से नाम जुड़ने के बाद से ही ममता कुलकर्णी के ऊपर कई तरह के आरोप लगाए गए। इसमें से एक यह भी है कि उन्होंने किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनने के लिए 10 करोड़ रुपये दिए थे। फाइनली अब ममता ने तमाम आरोपों पर चुप्पी तोड़ दी है।

अब उनपर यह आरोप है कि उन्होंने इस पद के लिए 10 करोड़ रुपए दिए थे। ममता ने ‘आपकी अदालत’ शो में कहा- मेरे पास 10 करोड़ क्या, 1 करोड़ भी नहीं हैं। सरकार ने मेरे बैंक अकाउंट सीज कर दिए हैं। आपको मालूम नहीं है मैं किस तरह से रह रही हूं। मेरे पास पैसे नहीं हैं। यूं ही मेरे आंसू नहीं निकलते हैं। किसी से 2 लाख उधार लिए, क्योंकि गुरुजी को दक्षिणा देनी होती है। ममता ने बताया कि उनके तीन अपार्टमेंट जर्जर हालत में हैं उनमें दीमक लग गए हैं, क्योंकि वे पिछले 23 साल से बंद पड़े थे।

ममता कुलकर्णी साल 2000 में भारत छोड़ विदेश में शिफ्ट हो गई थीं। सालों तक गुमनामी में रहने वाली ममता कुलकर्णी ने 23 साल बाद भारत लौटने पर कहा, ‘मैं 23 साल तक भारत नहीं आई थी। मैंने संकल्प लिया था जिसने मुझपर आरोप लगाया वो पहले कोर्ट केस पहले खत्म होना चाहिए, तभी मैं हिंदुस्तान में पैर रखूंगी। पब्लिसिटी के लिए ममता कुलकर्णी का नाम केस में डाला गया। मैंने 23 साल तप किया है। 3-3 महीने अन्न त्यागा था। मैंने हठ योग का पालन कर आदिशक्ति को मेरे सामने आने के लिए विवश किया था। मैंने आदिशक्ति को कहा जब तक तू नहीं आएगी, अन्न नहीं खाऊंगी। 5 दिन मैं बिना पानी के रही। 15वें दिन भगवती के दर्शन हुए.’

दरअसल, प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में ममता कुलकर्णी संन्यास लेकर महामंडलेश्‍वर बन चुकी हैं। आध्यात्मिक अनुष्ठान के दौरान भावुक और आंखों में आंसू लिए उनका राज्याभिषेक हुआ। इसके बाद ममता को नया आध्यात्मिक नाम ‘श्री यमई ममता नंद गिरि’ भी दिया गया है। हालांकि इसके बाद से ही विवाद हो गया है। अखाड़े के संस्‍थापक ऋषि अजयदास ने इसके बाद आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के साथ ही ममता कुलकर्णी भी उनके पद से हटाने का ऐलान कर दिया।

मेरा नाम नमिता दीक्षित है। मैं एक पत्रकार हूँ और मुझे कंटेंट राइटिंग में 3 साल का अनुभव है। मुझे एंकरिंग का भी कुछ अनुभव है। वैसे तो मैं हर विषय पर कंटेंट लिख सकती हूँ लेकिन मुझे बॉलीवुड और लाइफ़स्टाइल के बारे में लिखना ज़्यादा पसंद...