यह शो तीन लोगों (ज़ोया, अयान और असद) की एक प्रेम कहानी
है, जो एक दूसरे से बिल्कुल जुदा हैं। जो दकियानूसी परंपराओं पर सवाल उठाती है। अयान (रिषभ सिन्हा) एक मस्तमौला और बेपरवाह लड़का है और असद एक एंग्री यंग मैन है जिसका जीवन में केवल सफलता पाने का उद्देश्य है।कुबूल है ड्रामा और रोमांस का शानदार मिश्रण है जिसमें पारंपरिक मूल्यों को आधुनिक संदर्भ में दिखाया गया है। यह ऐसा विषय है, जो दर्शकों को मुग्ध कर देगा और उन्हें उनके टीवी सेट्स से बांधे रखेगा।
अपने रोल के बारे में बताते हुए सुरभि ने कहा, ‘‘मुझे कहना होगा कि ज़ोया का किरदार मेरा ड्रीम रोल है। भला इससे बेहतर शुरुआत और क्या हो सकती थी। ज़ोया और मुझमें काफी समानताएं हैं। दोनों ही बातूनी हैं और पड़ोस की लड़की की तरह हैं जो उलझनों और तनाव से मुक्त है।
ज़ोया और मुझमें सबसे बड़ी समानता यह है कि हम दोनों ही क्रिकेट के बडे़ फैन है। जहां मेरा परिवार टीवी पर सीरियल देखता है वहीं मैं अपने कमरे में बैठकर क्रिकेट का मजा लेती हूं। मैं क्रिकेट के बारे में अधिकांश लड़कों से ज्यादा जानकारी रखती हूं।”

इस शो में लीड रोल के लिए चुने जाने से पहले सुरभि को काफी कवायद करनी पड़ी जिसमें स्क्रीन टेस्ट,ऑडिशन और लुक टेस्ट आदि शामिल हैं। आंखों में चमक लिए यह आकर्षक एक्टर बताती हैं, ‘‘इस किरदार की बारीकियां समझने के लिए मैने उर्दू के उच्चारण और संवाद अदायगी का भी अभ्यास किया गया। मैंने इंग्लिश में मास्टर्स किया है, जिससे मुझे इसका लहजा और लय जल्द ही समझ आ गए। मैं कॉलेज के दिनों में भी काफी बहस में हिस्सा लेती रही हूं इसलिए बातें करना और तर्क देना मेरे स्वभाव में शामिल है, जो इस रोल के लिए जरूरी था।”

‘कुबूल है’ में जिंदगी का एक सफर है जिसमें उतार-चढ़ाव है और अपनी तकदीर को स्वीकार करने की भावना है। भारतीय टेलीविजन की सबसे बेहतरीन सामग्री में से एक ‘कुबूल है’ ज़ी अनमोल की ‘दिल छू जाए’ की विचारधारा से बखूबी मेल खाता है।

जोशीली जोया, चुलबुले अयान और जबर्दस्त असद को देखना न भूलें जी़ अनमोल पर।