1. आपने एक्टिगं को अपना कैरियर क्यों चुना?

हकीकत यह है कि मुझे बचपन से ही सिर्फ स्पोर्ट्स का शौक था। पढ़ाई में मेरी बहुत ज्यादा रूचि नहीं थी, मैंने ग्रेज्यूएशन करने तक भी ये नहीं सोचा था कि एक्टिगं में आना है, लेकिन मुझे अपनी आगे की पढ़ाई में कोई स्कोप नजर नहीं आ रहा था और अपने यहां क्रिकेट के अलावा किसी भी खेल में कैरियर बनाने का कोई खास मतलब नहीं है। तभी मुझे ‘हीरोपन्ती’ फिल्म का आॅफर आया, मैं शुक्र गुजार हूं, अपने फैन्स का जिन्होंने मुझे पसन्द किया और साजिद नाडीयाडवाला सर का जिन्होंने मुझे एक्टिंग सिखाई।

2. अपनी पहली फिल्म के बाद ही आप सेलिब्रिटी हो गये हैं?

नहीं बिल्कुल नहीं, अभी भी मैं एक मजदूर आदमी हूं, खुद को सेलिब्रिटी या स्टार समझने से मेरी ग्रोथ कम हो जाएगी, मुझमें हमेशा से सीखने की भूख है, मैं खूब मेहनत करता हूॅं और खुद पर हमेशा बहुत काम करता हूॅं। हां, मैं ज्यादा सोशल नहीं हूं, कुल मिलाकर मेरे 3-4 दोस्त हैं, मैं घूमने-फिरने, पार्टी और सोशल लाइफ में टाइम बर्बाद नहीं करता बल्कि सिर्फ अपने काम की तरफ ध्यान देता हूं। मैं अपने आप में हर दिन कहीं ना कहीं इम्प्रूवमेंन्ट चाहता हूूं।

3. एक ‘स्टार ‘ होने के कितने फायदे या नुकसान हैं?

फायदे तो कई हैं जैसे आप हमेशा नोटिस में आते हैं, पब्लिक आपको पहचानती हैं। इससे हमें ताकत मिलती है और खुद को आगे बढ़ाने की, कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा मिलती है। लेकिन, इसके नुकसान भी हैं। मेरे बारे में कई लोग सोचते हैं कि ये जैकी श्रॉफ का बेटा है इसलिये इसे काम मिल गया। आजकल इतना ज्यादा कम्पटीशन है, भीड़ में अपने आप को अलग दिखाना आसान नहीं है, उसके लिये मेहनत से काम करना पड़ेगा, अपने आप को प्रूव करना पड़ेगा, केवल स्टार सन होने से कुछ नहीं मिलेगा।

4. आपका ड्रीम या सपना क्या है?

मेरा सबसे बड़ा सपना है कि मैं हाॅलीवुड की फिल्म में स्पाइडर मैन बनना चाहता हूॅं। मैं दुनिया में माइकल जैक्सन की तरह टूर करना चाहता हूूं। मैं पूरी दुनिया में इंडिया को रिप्रेज़ेन्ट करना चाहता हूं। अपने देश की इज्जत बढ़ाना चाहता हूूं और मेरा अल्टीमेट गोल पापा का नाम रोशन करना है।

5. अपनी-रियल लाइफ में आप कितने बागी हैं?

रियल लाइफ में मैं बिल्कुल भी बागी नहीं हूॅं, मैं तो अपने मम्मी पापा से डरने वाला एक सीधा साधा नाइस बाॅय हूं। दरअसल मेरे माॅं पापा ने मुझे हमेशा से बहुत आजादी दी है, मैं उनकी दी हुई आजादी का फायदा नहीं उठाना चाहता।मैं उनके विश्वास और भरोसे को बनाये रखना चाहता हूं लेकिन जब मैं कोई काम सही तरीके से नहीं कर पाता हूं, तब मुझे गुस्सा आता है।

6. आपके पापा जैकी श्रॉफ की कौन सी बात आपको अच्छी लगती है?

मेरे पापा से हर कोई प्यार करता है। वह स्पाटबाॅय से लेकर हर एक व्यक्ति के साथ एक जैसा व्यवहार करते हैं। बेहद प्यार व अपनेपन से मिलते हैं। वो एक डाउन टू अर्थ इन्सान हैं, उनमें किसी तरह का एटीटयूट या घमंड नहीं है। मैं उनके जैसा ही बनना चाहता हूूॅं। लेकिन मैं उनसे टक्कर लेने की कभी सोच भी नहीं सकता, उनके साथ एक ही फ्रेम में खड़े होना मेरे लिए मुश्किल है।

7. आप किस्मत पर विश्वास करते हैं?

जी हां, बिल्कुल करता हूॅं। मैं भगवान, मेहनत और किस्मत इन तीनों पर विश्वास करता हूॅं और अगर आपकी लाइफ में यह तीनों आ जायें तो फिर आपको कोई नहीं रोक सकता।

8. स्ट्रेस या प्रेशर दूर करने के लिए क्या करते हैं,

पहली कोशिश तो स्ट्रेस नहीं लेने की होती है, मैं सिर्फ अपने पर ध्यान देता हूं। लेकिन अगर कभी स्ट्रेस महसूस हो तो (हंसकर) आइसक्रीम और चाॅकलेट खाता हूॅं और अपनी फेवरेट प्लेस गोवा चला जाता हूं।

टाइगर श्रॉफ के फैन्स को ये भी बता दें कि उन्हें अपने पापा जैकी श्रॉफ के हाथों से बनी हुई गुजराती स्टाइल की दाल और चावल बहुत पसन्द है। साथ ही उन्हें ढोकला और थेपला खाना भी बेहद पसन्द है।

 

 

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