तारा, अपनी अगली फिल्म ‘मरजावां’ को लेकर आप कितनी उत्साहित हैं?
मैं बहुत ज्यादा उत्साहित हूं इस फिल्म को लेकर। ये मेरी दूसरी फिल्म है, इसलिए मेरे लिए ये बहुत स्पेशल है और दूसरा कारण ये है कि इसमें जो मेरा किरदार है जोया का, वो एक गूंगी लड़की का है। मैंने इस फिल्म में साइन लैंग्वेज में बात की है, जोकि मेरे लिए काफी चुनौतीपूर्ण था। वैसे मैं आपको बता दूं कि जब मैं ‘स्टूडेंट ऑफ दी ईयर’ के लिए शूट कर रही थी, उसी समय मैं उसके साथ-साथ ‘मरजावां’ के किरदार के लिए भी रिहर्सल कर रही थी। शूट के बाद मैं घर जाकर साइन लैंग्वेज सीखती थी और इसे सिखाने के लिए मेरे घर एक टीचर आया करते थे। हिंदी में साइन लैंग्वेज सीखना उसे दिमाग में ट्रांसलेट करना और फिर इमोट करना आसान नहीं था मेरे लिए। उस दौरान मैंने जाना कि जो लोग बोल नहीं सकते उन्हें रोज़मर्रा की जि़ंदगी में कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मैं सोचती हूं कि हम लकी हैं कि ईश्वर ने हमें अच्छी जि़ंदगी दी है।
आपके को-स्टार सिद्धार्थ मल्होत्रा और रितेश देशमुख के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
बहुत ही बढिय़ा था। रितेश जी बहुत स्वीट हैं। उनके साथ बहुत ज्यादा सीन नहीं हैं, पर जब भी हम सेट पर होते थे तब वो बहुत सारी स्टोरीज शेयर करते थे, दूसरी फिल्मों के बारे में बात करते थे। मैं थोड़ी शर्मीली किस्म की हूं, तो उन्होंने मुझे सबके साथ मिक्सअप होने में बहुत मदद की। सिड के साथ भी बहुत मज़ा आया। हम दोनों के बीच एक कनेक्शन है, वो ये कि हमारे करियर की शुरुआत एक जैसी थी और हम दोनों की शुरुआत करण की फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ दी ईयर’ से हुई थी। वो बहुत इंटेलीजेंट और फनी है, उनके साथ काम करने में बहुत मज़ा आया।
आपकी पहली फिल्म करण जौहर के साथ थी, उनसे किस तरह का कनेक्शन है?
करण मेरे मेंटोर हैं। करण से मैं अपने काम के बारे में सलाह लेती हूं। वो वही कहते हैं, जो महसूस करते हैं। वो आपके बारे में क्या सोचते हैं वो आपको मुंह पर ही बोल देंगे। वो हमेशा आपको सही गाइड करेंगे। करण बहुत ही नेक दिल इंसान हैं।
आप एक बेहतरीन डांसर हैं, फिर एक्टिंग को कैरियर क्यों चुना?
जब मैं 14 या 16 की उम्र की थी तब मैं थिएटर कर रही थी। मैं एक ह्रश्वले में एक्टिंग कर रही थी, जो 2 साल तक चलता रहा। एक्टिंग से मुझे ह्रश्वयार तो था ही मुझे लगा कि इसे एक्सह्रश्वलोर करना चाहिए तो जब मैं कॉलेज में थी और ग्रेजुएट कर रही थी तब मैं करण से मिली और जब ऑडिशन के बाद उन्होंने मुझे स्टूडेंट के लिए साइन किया तो मेरे लिए ये ख्वाब साकार होने जैसा था। अभी के लिए मैं सिर्फ एक्टिंग पर ध्यान देना चाहती हूं, लेकिन जल्द ही मैं ये सब डांस और म्यूजिक को भी आगे बढ़ाऊंगी।
आपको कब महसूस हुआ कि आपको एक्ट्रेस ही बनना है?
जब मैं तीन वर्ष की थी तभी मुझे लगता था कि मुझे एक्ट्रेस ही बनना है। मैं लकी हूं कि मुझे एक्टिंग का मौका मिला। मैं उस समय दीपिका पादुकोण की फिल्में बहुत देखती थी, मुझे वो बहुत पसंद है। ‘ओम शांति ओम’ से उनकी डेब्यू हुई थी और मुझे लगता है की ये उनकी परफेक्ट डेब्यू थी। इनके अलावा आलिया भट्ट, करीना कपूर, काजोल और प्रियंका चोपड़ा भी मुझे बहुत पसंद है। इन सभी ने कहीं न कहीं मुझे प्रभावित किया है और मेरे एक्ट्रेस बनने की इच्छा को दृढ़ किया है।
क्या आप खुद को लकी मानती हैं, कि आपके करियर की शुरुआत इतनी बेहतरीन हुई है?
मैं ये नहीं कहूंगी कि मुझे सब कुछ बहुत आसानी से मिल गया। इसके पीछे मेरी कड़ी मेहनत भी है। जब मैं 5 साल की थी तब से मैं स्टेज पर परफॉर्म किया करती थी, मैं डिजनी चैनल पर थी। 15 साल मैंने परफॉर्म किया है, उसके बाद मैंने एक्टिंग को करियर चुना है। एक्ट्रेस बनने के लिए मैंने खुद को तैयार किया है, इसलिए ये नहीं कह सकते कि मैं लकी हूं, इसमें मेरा हार्ड वर्क भी उतना ही है।
आप अपनी पर्सनालिटी को कैसे परिभाषित करेंगी?
मैं बहुत शर्मीली हूं, कम बोलती हूं। मैं थोड़ी इंट्रोवर्ट हूं। मैं चुप रहकर हर चीज़ को ऑब्जर्व करती हूं और सीखती हूं।
फिल्म इंडस्ट्री में काम हासिल करने के लिए थोड़ा सोसिएलाइज करना भी ज़रूरी है, थोड़ा लोगों के साथ मिक्स अप होना भी ज़रूरी है, आप की क्या राय है?
मुझे नहीं लगता कि काम पाने के लिए मुझे लोगों से ज्यादा ओपन होने की ज़रूरत है, मेरे पास बहुत अच्छी टीम है, जो बहुत अच्छा काम करती है। मुझे लगता है इस 21वीं सदी में हमें खुद पर विश्वास होना चाहिए। आप जैसे हो वैसे ही रहो बी योर सेल्फ। मैं जैसी हूं बहुत अच्छी हूं और मुझे खुद पर विश्वास है।
फिल्म इंडस्ट्री में आने के बाद ऐसी कौन सी बात है, जो आपके लिए एक गलतफहमी साबित हुई?
लोगों को लगता है की एक्ट्रेस की लाइफ बहुत इजी होती है। तैयार हुए, सेट पर और फिर शॉट देकर निकल गए लेकिन ऐसा नहीं है। सब कुछ इतना आसान नहीं होता नहीं होता। इसके पीछे बहुत मेहनत होती है, बहुत समय देना पड़ता है और ये काम आपको बहुत थका भी देता है। मुझे भी लगता था कि अरे, ये तो फन है, ग्लैमर है, सब कुछ बढिय़ा ही है।
एक एक्ट्रेस होने के नाते आपको अपनी त्वचा का खास खयाल रखना होता होगा, कैसे करती हैं आप?
आजकल बहुत सारे कॉस्मेटिक मार्केट में आते रहते हैं, पर मैं प्राकृतिक चीज़ों पर ज्यादा यकीन करती हूं। मैं रोज़ सुबह बेसन, दही और शहद मिलाकर चेहरे पर लगाती हूं। मुझे मेकअप बहुत पसंद है पर घर पर मैं सिंपल रहना पसंद करती हूं। जब घर पर होती हूं तो मैं चेहरे पर कुछ नहीं लगाती।
खुद को फिट कैसे रखती हैं?
मैं जिम नहीं जाती। मुझे डांस करना पसंद है। मैं जुम्बा करती हूं, यही मेरी फिटनेस का राज़ है।
डाइटिंग तो हर एक्ट्रेस को करनी पड़ती है, ज़ाहिर है आप भी करती होंगी।
मैं डाइट बिलकुल नहीं करती। मैं सब कुछ खाती हूं, मैं लकी हूं कि मेरा वज़न जल्दी नहीं बढ़ता। हां, पर मैं ये ध्यान रखती हूं कि मुझे लिमिट में खाना है। जब भी मुझे भूख लगती है, मैं हैल्दी खाना खाती हूं। मेरी कोई डाइटीशियन नहीं है, मुझे नहीं लगता कि अभी मुझे इसकी ज़रूरत है।
