
अगर आप गौर से देखेंगे तो पाएंगे कि वो न सिर्फ अबराम के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताते हैं, बल्कि वो आर्यन और सुहाना के साथ भी हर ऐसे समय पर मौजूद होते हैं जब उन्हें उनकी जरूरत हो। वो सुहाना को छोडऩे एयरपोर्ट जाते हैं, आर्यन के कॉलेज कनवोकेशन में भी हमेशा मौजूद होते हैं, कभी अपने फॉरेन ट्रिप्स पर अकेले अबराम को लेकर निकल जाते हैं। शाहरुख ने अपने एक इंटरव्यू में कहा भी था कि उनक बच्च उनक अच्छ फ्रेंड्स हैं और वो उनकी कंपनी में ज्यादा यंग महसूस करते हैं।


दो बेटियों को गोद लेकर सुष्मिता सेन बॉलीवुड की सबसे रिबेलियस और फीयरलेस मां में से एक बन चुकी हैं, लेकिन सुष्मिता खुद ये मानती हैं कि अपने बच्चों के साथ वो शुरू में बहुत स्ट्रिक्ट थी, लेकिन जब उन्हें ये एहसास हो गया कि उनके बच्चे बहुत अच्छी तरह बिहेव करते हैं तो उन्होंने अपनी स्ट्रिक्टनेस को थोड़ा कम कर दिया।

स्टार प्लस के टीवी सीरियल ‘इस प्यार को क्या नाम दूं’ में इन्द्राणी का किरदार निभा रही ऋतु शिवपुरी कहती हैं कि बच्चों को घर पर हमेशा ऐसा ही वातावरण मिलना चाहिए कि वो नेचर से और सामान्य लाइफस्टाइल से जुड़े रहे। मेरे पैरेंट्स हमेशा इंडस्ट्री का हिस्सा रहे, लेकिन हमारी परवरिश बहुत ही सामान्य अंदाज़ में हुई थी। मैं भी यही कोशिश करती हूं कि मेर दोनो बच्चे लाइमलाइट या ग्लमर जैसी चीजों से दूर रहें।

सुज़ैन को वैसे भी बॉलीवुड की मॉम्स के बीच जमीन से जुड़ा माना जाता है। चर्चाएं रही हैं कि सुज़ैन अपने घर में लेट नाईट पार्टीज नहीं होने देती। कोई उनके घर में अपशब्द या किसी से बुरा व्यवहार नहीं कर सकता। वो बच्चों के लिए घर का वातावरण किसी भी तरह की दिक्कत से दूर रखना चाहती हैं। सुज़ैन ने अपनी कई इंटरव्यू में ये कहा है कि बच्चे किसी स्पंज की तरह हैं और उनके सामने जैसा बिहेव किया जायेगा, वो वैसे ही चीजों को आत्मसात कर लेते हैं।

वो खुद अपनी गलतियों से सीखेंगे। साल 2014 में आशीष के यहां दो जुड़वां बेटियों ने जन्म लिया था। आशीष से जब यह पूछा गया कि ट्विन्स को कैसे संभाल रहे हैं, उन्होंने हंसते हुए कहा, ‘समझ लीजिय हम पागल हो गए हैं।’
ये भी पढ़े-
जब शाहरुख के लाइव इंटरव्यू के दौरान कैमरे के सामने आ गए अबराम, देखिए क्या हुआ
मानव गोहिल मानते हैं कि बच्चों को समझानी चाहिए मनी की वैल्यू
घर पर मेरी इमेज बिलकुल अलग है- फराह खान
