यूं तो हम अक्सर टीवी और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के स्टाइल और अफेयर्स के चर्चे करते हैं, लेकिन अगर हम उन्हें फॉलो करें तो पाएंगे कि जब बात इस इंडस्ट्री से जुड़े सेलेब्स की आती है तो हमारे ये सेलेब्रिटीज भी किसी आम पैरेंट की ही तरह कभी फ्रेंडली हैं तो कभी सख्त। तो हम सेलेब्रिटीज को सिर्फ गलत कारणों के लिए न याद रखें बल्कि उनके यूनिक तरीकों से अपने पैरेंटिंग स्टाइल्स को भी बेहतर बनायें। पढि़ए-
 
शाहरुख खान से सीखें टाइम स्पेंड करना
शाहरुख खान एक एक्टर, एंटरप्रेन्योर, निर्माता होने के साथ-साथ जिस रोल में हमेशा कामयाब नजर आते हैं वो है एक पति और उससे भी बढ़कर एक पिता के रोल में।
 

अगर आप गौर से देखेंगे तो पाएंगे कि वो न सिर्फ अबराम के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताते हैं, बल्कि वो आर्यन और सुहाना के साथ भी हर ऐसे समय पर मौजूद होते हैं जब उन्हें उनकी जरूरत हो। वो सुहाना को छोडऩे एयरपोर्ट जाते हैं, आर्यन के कॉलेज कनवोकेशन में भी हमेशा मौजूद होते हैं, कभी अपने फॉरेन ट्रिप्स पर अकेले अबराम को लेकर निकल जाते हैं। शाहरुख ने अपने एक इंटरव्यू में कहा भी था कि उनक बच्च उनक अच्छ फ्रेंड्स हैं और वो उनकी कंपनी में ज्यादा यंग महसूस करते हैं।

श्रीदेवी से सीखें ट्रस्ट और फ्रेंडशिप
आपने ‘इंग्लिश विंग्लिश’ और ‘मॉम’ में श्रीदेवी को मां की भूमिका निभाते हुए देखा है… लेकिन श्रीदेवी असल जि़न्दगी में एक ऐसी मां हैं जो अपने बच्चों से न राय लेने में हिचकिचाती हैं न अपनी स्क्रिप्ट्स डिसकस करने में।

 

श्रीदेवी ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी बेटियां उन्हें फिल्म सलेक्शन के दौरान स्क्रिप्ट रीडिंग से लेकर रोल के डिस्कशन तक में इन्वॉल्व रहती हैं। किसी ईवेंट में जाने के पहले वो अपनी दोनों बेटियों, जाह्नवी और खुशी के साथ ड्रेस फाइनल करती हैं। इसी इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि जाह्नवी उनके ज्यादा करीब है और अपने निर्णय लेने के लिए उन पर डिपेंड भी करती है, जबकि उनकी छोटी बेटी खुशी बचपन से ही इंडिपेंडेंट हैं।
 
सुष्मिता सेन मानती हैं कि जरूरी है कभी-कभी स्ट्रिक्ट होना
 

दो बेटियों को गोद लेकर सुष्मिता सेन बॉलीवुड की सबसे रिबेलियस और फीयरलेस मां में से एक बन चुकी हैं, लेकिन सुष्मिता खुद ये मानती हैं कि अपने बच्चों के साथ वो शुरू में बहुत स्ट्रिक्ट थी, लेकिन जब उन्हें ये एहसास हो गया कि उनके बच्चे बहुत अच्छी तरह बिहेव करते हैं तो उन्होंने अपनी स्ट्रिक्टनेस को थोड़ा कम कर दिया।

ऋतु शिवपुरी का मानना है कि सामान्य हो परवरिश
 

स्टार प्लस के टीवी सीरियल ‘इस प्यार को क्या नाम दूं’ में इन्द्राणी का किरदार निभा रही ऋतु शिवपुरी कहती हैं कि बच्चों को घर पर हमेशा ऐसा ही वातावरण मिलना चाहिए कि वो नेचर से और सामान्य लाइफस्टाइल से जुड़े रहे। मेरे पैरेंट्स हमेशा इंडस्ट्री का हिस्सा रहे, लेकिन हमारी परवरिश बहुत ही सामान्य अंदाज़ में हुई थी। मैं भी यही कोशिश करती हूं कि मेर दोनो बच्चे लाइमलाइट या ग्लमर जैसी चीजों से दूर रहें।

 
 
 
 
 
 
 
 
ह्रितिक रोशन और सुज़ैन खान के लिए हैं बच्चे सबसे पहले
ह्रितिक और सुज़ैन भले ही एक-दूसरे से अलग हुए हैं लेकिन किसी भी मौके पर वो बच्चों को इस बात का एहसास नहीं होने देना चाहते कि उनकी लाइफ में कोई चेंज हुआ है। यही वजह है कि दोनों हमेशा साथ में वेकेशन पर जाते हैं, कभी किसी फैमिली आउटिंग में भी साथ नजर आते हैं।
 

सुज़ैन को वैसे भी बॉलीवुड की मॉम्स के बीच जमीन से जुड़ा माना जाता है। चर्चाएं रही हैं कि सुज़ैन अपने घर में लेट नाईट पार्टीज नहीं होने देती। कोई उनके घर में अपशब्द या किसी से बुरा व्यवहार नहीं कर सकता। वो बच्चों के लिए घर का वातावरण किसी भी तरह की दिक्कत से दूर रखना चाहती हैं। सुज़ैन ने अपनी कई इंटरव्यू में ये कहा है कि बच्चे किसी स्पंज की तरह हैं और उनके सामने जैसा बिहेव किया जायेगा, वो वैसे ही चीजों को आत्मसात कर लेते हैं।

आशीष चौधरी- करने दें कुछ गलतियां
 
कलर्स टीवी पर शो ‘देव’ में एक डिटेक्टिव की भूमिका निभा रहे एक्टर आशीष के पास पांच बच्चों की जिम्मेदारी है। आशीष अपनी दीदी के बच्चों की जिम्मेदारी भी उठा रहे हैं। वे कहते हैं कि बच्चों को खुद गलतियां करने देना चाहिए।
 

वो खुद अपनी गलतियों से सीखेंगे। साल 2014 में आशीष के यहां दो जुड़वां बेटियों ने जन्म लिया था। आशीष से जब यह पूछा गया कि ट्विन्स को कैसे संभाल रहे हैं, उन्होंने हंसते हुए कहा, ‘समझ लीजिय हम पागल हो गए हैं।’

 

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