90 के दशक के इन सिंगर्स को भूल तो नहीं गये हैं आप: Bollywood Playback Singers
Bollywood Playback Singers

Bollywood Playback Singers: आपने कई बार लोगों को कहते सुना होगा कि हमारा भी ज़माना था। जी हाँ हर किसी का एक दौर होता है और अपने दौर के साथ जुड़ी यादें कौन अपने दिल से नहीं लगाकर रखता। आप कहीं कोई पुराना गाना सुनते हैं तो बड़े आनंद के साथ कहते हैं कि ये हमारे ज़माने का गाना है। और ये आनंद हो भी क्यों न आपका लगाव जो होता है अपने दौर से।आप दिल के करीब भी कुछ ऐसे ही कलाकर होंगे जिनके होने से आपका ज़माना खूबसूरत था। तो चलिए याद करते हैं आपके ज़माने के गायक, गायिका और उनके प्रसिद्ध गीतों को।

1) उदित नारायण

उदित नारायण का नाम सुनते ही आपके ज़हन में उनके प्रसिद्ध गीत गूंज जाते होंगे। उदित नारायण ने हिन्दी के अलावा और कई भाषाओं में गाने गाये हैं। सन 2009 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया जा चुका है। उदित नारायण ने 30,000 से ज़्यादा गाने गाये हैं। उनकी आवाज़ न केवल उस वक़्त अपना दीवाना बनाती थी बल्कि आज भी उनकी आवाज़ को बेहद पसंद किया जाता है। फिल्म ‘क़यामत से क़यामत’ तक का गाने ‘पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा’ से उदित नारायण को उनकी असली पहचान मिली थी। इसे बेहद पसंद किया गया था। इसी तरह फिल्म ‘ताल’ का गीत ‘ताल से ताल मिला’ को कौन ही भूल सकता है। ‘मैं यहाँ हूं’ , ‘टिप टिप बरसा पानी’ और ‘हमको हमीं से चुरा लो’ जैसे न जाने कितने ही प्यारे गाने हैं जिनसे आपका दौर गुलज़ार है।

2) अलका यागनिक

अलका यागनिक की आवाज़ वो आवाज़ है जो सीधा दिल में उतरती है। उनकी खनकती आवाज़ कब आपको आपके ख्यालों में लेकर छोड़ देती है कुछ पता नहीं चलता। उनके गाये गाने सुनने के बाद जो ताज़गी महसूस होती है वाक़ई वो और कहीं नहीं। अलका याग्निक ने 8000 से ज़्यादा गाने गाये हैं। उन्हें 7 फिल्म फेयर पुरस्कार महिला सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका के लिए मिल चुका है। एक दिन आप यूं हमको मिल जाएंगे , ऐ मेरे हमसफ़र , और गली में आज चाँद निकला जैसे न जाने कितने ही प्यारे गीतों को अलका याग्निक ने अपनी आवाज़ देकर उनके श्रोताओं को तोहफा दिया है। ये वो गाने हैं जिन्हें सुनकर आप ऊब नहीं सकते। एक गायिका की यही सफलता है कि उनके गाने हर पीढ़ी पसंद करती है और ये मक़ाम अलका याग्निक ने पाया है।

3) कुमार सानू

हाँ हम ये बात जानते हैं कि कुमार सानू के रोमांटिक गाने आपके पसंदीदा हैं और आप उन्हें बेहद पसंद करती हैं। कुमार सानू जो 5 बार सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक के लिए फिल्म फेयर अवार्ड से नवाज़ा गया है। उन्हें 2009 में पद्म श्री से भी नवाज़ा गया था। उनके गाने आपको किस कदर दीवाना बना देते हैं इससे तो आप भली भांति परिचित हैं। तुमसे कोई प्यारा नहीं , तेरी चुनरिया दिल ले गयी, शाम भी खूब है और बाज़ीगर ओ बाज़ीगर जैसे गाने दिन बना देते हैं। कुमार सानू की आवाज़ आपको कैसे न भाय , इस आवाज़ ने न जाने कितनो को अपना कायल किया है।

4) हरिहरन

जब हम पसंदीदा सिंगर्स की बात करते हैं तो हरिहरन को भूलना बेहद ग़लत होगा इसलिए हम उन्हें नहीं भूलते हुए उनके प्रसिद्द गीतों के बारे में बात करेंगे। हरिहरन ने 15000 से ज़्यादा गाने गाये हैं। उन्होंने हिंदी,तमिल और तेलुगु में भी गाने गाये हैं। 2004 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। तू ही रे , ये तो सच है की भगवान है , चप्पा चप्पा चरखा चले और भजन गए हैं जो आपका मन मोह लेते हैं। ‘तू ही रे’ आज भी बेहद पसंद किया जाता है। बहुत से गाने , ग़ज़ल उनकी आवाज़ में बहुत पसंद किया जाता है।

5) कविता कृष्णमूर्ति

कविता कृष्णमूर्ति भारतीय सिनेमा की वो गायिका हैं जिन्होंने अपनी आवाज़ से एक पूरी पीढ़ी पर राज किया है बल्कि आज भी उनके गीत सुने जाते हैं। उन्हें 2005 में पद्म श्री से नवाज़ा गया है। कविता को सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायिका के लिए 4 फिल्म फेयर से नवाज़ा गया है। उनके गीत काफी पसंद किये जाते हैं। इसके साथ उन्हें कई अंतर्राष्टीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। कोई मिल गया , तू मुझे कुबूल , निंबूड़ा और आँखों की गुस्ताखियां ये वो गाने हैं जिनकी वजह से आप ये नाम ‘कविता कृष्णमूर्ति’ कभी नहीं भूल सकतीं हैं।

सृष्टि मिश्रा, फीचर राइटर हैं , यूं तो लगभग हर विषय पर लिखती हैं लेकिन बॉलीवुड फीचर लेखन उनका प्रिय विषय है। सृष्टि का जन्म उनके ननिहाल फैज़ाबाद में हुआ, पढ़ाई लिखाई दिल्ली में हुई। हिंदी और बांग्ला कहानी और उपन्यास में ख़ास रुचि रखती...