Bollywood Singers: गाने सुनना किसे पसंद नहीं, गाने आपके दिल को तमाम व्यस्तताओं से दूर ले जाते हैं आपके दिल को शान्ति देते हैं। गाने आपको अलग दुनिया में ले जा जाते हैं आपके खयालों की दुनिया असल दुनिया से अलग हो सकती है लेकिन आपकी असल दुनिया में रंग भरने का साहस गीतों में ही होता है। लेकिन क्या गाने सिर्फ गीत के बोल ही होते हैं नहीं कोई गाना सिर्फ गीत के बोल या अच्छे संगीत से ही नहीं बल्कि आकर्षक आवाज़ से भी होता है। हर किसी की एक पसंदीदा आवाज़ जरूर होती है आपकी भी होगी ही। तो चलिए जानते हैं आपकी पसंदीदा गायिकाओं के बारे में।
Bollywood Singers: श्रेया घोषाल
श्रेया घोषाल से की आवाज़ किसे पसंद नहीं। उनकी आवाज़ में हर गाना अच्छा लगता है फिर चाहे वो हिंदी में हो या बांग्ला में। सन 2000 में श्रेया ने सा रे गा मा पा शो जीता था। श्रेया ने बॉलीवुड में 2002 से अपने करिअर की शुरुआत की। उन्होंने फिल्म देवदास के लिए गाने गाये। इसके बाद से श्रेया की आवाज को श्रोताओं ने बहुत प्यार दिया और उन्होंने कई गाने गाए। फिल्म देवदास के गाने ‘डोला रे’ के लिए श्रेया को बेस्ट प्ले बैक सिंगर के अवार्ड से नवाजा गया था। श्रेया ने इसी तरह कई अवार्ड अपने नाम किए। आज श्रेया की खनकती आवाज हर किसी की पसंद है। सिर्फ हिंदी ही नहीं बल्कि श्रेया ने कई और भी भाषाओं में अपना हुनर आज़माया।
सुनिधि चौहान
सुनिधि चौहान की आवाज़ से तो आप ज़रूर परिचित होंगे क्योंकि सुनिधि की आवाज़ बेहद अलग है उनकी आवाज़ में जो उमंग है वो कहीं और देखने नहीं मिलती है। फिल्म ‘चमेली’ का गाना ‘बहता है मन कहीं’ को सुनना कितना खूबसूरत है। सुनिधि ने संगीत से संबंधित कई रियलिटी शो में भी हिस्सा लिया। जिसके बाद उन्होंने दूरदर्शन पर प्रस्तुत होने वाले कार्यक्रम ‘मेरी आवाज़ सुनो’ में हिस्सा लिया और इस शो को उन्होंने जीत लिया। महज़ 16 साल की उम्र में सुनिधि ने राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘मस्त’ के लिए ‘रुकी रुकी सी ज़िन्दगी’ गाया। ये गाना बहुत पसंद किया गया। इसके बाद से सुनिधि की सुरीली आवाज़ हम सभी के दिल के करीब हो गयी।
शाल्मली खोलगड़े
शाल्मली खोलगड़े का नाम सुनते ही उनका गाना ‘अगा बाई’ याद आता है। शाल्मली खोलगड़े की चुलबुली आवाज़ बहुत ही प्यारी लगती है। शाल्मली ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म इशकज़ादे के गाने ‘परेशान’ से की थी। शाल्मली खोलगड़े की आवाज़ में आप सिर्फ हिंदी ही नहीं बल्कि मराठी और तमिल गाने भी सुन सकते हैं। शाल्मली इंडियन आइडल जूनियर की जज भी रह चुकी हैं। शाल्मली अपनी आवाज़ से अपने फैन्स को खुश रखती हैं।
शिल्पा राव
शिल्पा राव की रूहानी आवाज़ को तो भुलाया ही नहीं जा सकता। शिल्पा की मुलाक़ात म्यूजिक कंपोजर मिथुन से हुई जिसके बाद उन्हें अपना पहला गाना गाने का मौका मिला। शिल्पा ने अपने करियर की शुरुआत 2007 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘अनवर’ के गाने ‘तोसे नैना लागे’ से की थी। ये गाना इतना पसंद किया गया कि शिल्पा को इसने एक बेहतरीन गायिका के रूप में स्थापित कर दिया। शिल्पा ने बहुत से गाने गाए जो कि बहुत पसंद भी किए गए।
रेखा भारद्वाज
रेखा की आवाज़ सबसे जुदा है इसमें कोई संदेह नहीं और यही अलग होना उन्हें ख़ास बनाता है। उन्होंने अपने पहले एल्बम ‘इश्का-इश्का’ से शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘ओमकारा’ के लिए ‘नमक इश्क का गाया’ जो बेहद पसंद किया गया था। रेखा भारद्वाज की आवाज़ में ‘हमरी अटरिया पे आओ रे सांवरिया’ भी काफी पसंद किया गया। फिर चाहे फिल्म ‘रावन’ का गाना ‘राँझा-राँझा’ हो या फिल्म ‘दिल्ली 6’ का ‘ससुराल गेंदा फूल’ हो रेखा भारद्वाज की आवाज़ अपना जादू कर देती है।