Anurag Kashyap on OTT: फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप कभी मानते थे कि नेटफ्लिक्स और अमेज़न प्राइम जैसे स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म भारतीय सिनेमा में रचनात्मक आज़ादी लाएंगे लेकिन अब उनके सुर बदल गए हैं।अनुराग इन ओटीटी के मौजूदा हालात से निराश हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि आज जो कंटेंट इन प्लेटफॉर्म्स पर बनाया जा रहा है, वह टीवी से भी बुरा है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें अक्सर किस तरह का फीडबैक मिलता है। अनुराग कश्यप ने नेटफ्लिक्स और प्राइम वीडियो जैसे बड़े स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स का नाम लेते हुए कहा कि अब इनका मुख्य फोकस सिर्फ सब्सक्रिप्शन और मुनाफे पर है और ये कंपनियां अब एल्गोरिदम के हिसाब से फैसले ले रही हैं।
हिंदू अखबार को दिए इंटरव्यू में कश्यप ने नेटफ्लिक्स के साथ अपने अनुभव को याद करते हुए कहा, “जब हमने ‘सेक्रेड गेम्स’ और ‘लस्ट स्टोरीज़’ बनाई थीं, उस समय नेटफ्लिक्स आया ही था। तब हमें लगा था कि यह एक अच्छा मौका है और वाकई में हमने उनके साथ कुछ अच्छा काम किया था। लेकिन फिर धीरे-धीरे… कोविड के समय के आसपास, सब कुछ बदल गया। अब जो हो रहा है, वो टीवी से भी बुरा है। अब जब आप उनके पास जाते हैं, तो वे आपको और मूर्ख बनाना चाहते हैं। अंत में, ये सारी कंपनियां फिर चाहे वो नेटफ्लिक्स हो, अमेज़न हो या एपल… भारत में इसलिए आ रही हैं क्योंकि डेटा ही नया ‘तेल’ है।”
आबादी के लालच में…
उन्होंने आगे कहा, “इनका मुख्य लक्ष्य सब्सक्रिप्शन है। भारत की 1.4 अरब की आबादी को देखते हुए, ये हर किसी तक पहुंचना चाहते हैं। ये किसी को नाराज़ नहीं करना चाहते। ये कला या सिनेमा नहीं बना रहे हैं, ये कंटेंट बना रहे हैं। ऐसा कंटेंट जो हर किसी को दिया जा सके… आम आदमी को भी। और वे बहुत खुश हैं कि लोग उनके शो मोबाइल पर देख रहे हैं।”
अनुराग कश्यप पहले यह भी बता चुके हैं कि ‘सेक्रेड गेम्स’ का तीसरा सीज़न बनने वाला था, लेकिन प्राइम वीडियो की वेब सीरीज़ ‘तांडव’ पर हुए विवाद के बाद नेटफ्लिक्स ने उसे रद्द कर दिया। वह ‘मैक्सिमम सिटी’ नाम की किताब पर आधारित एक प्रोजेक्ट पर भी काम कर रहे थे।यह उनके दिल के बहुत करीब था, लेकिन वह भी रद्द कर दिया गया जिससे उन्हें गहरा झटका लगा।
अभी कुछ भी ओरिजनल नहीं
इसी इंटरव्यू में जब उनसे फिल्म इंडस्ट्री की वर्तमान स्थिति के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “इंडस्ट्री बहुत भ्रम में है। अगर अब भी ‘खानों’ (बॉलीवुड के तीन बड़े खान – शाहरुख, सलमान, आमिर) पर निर्भरता होती, तो शायद काम कर रहा होता। लेकिन अब कुछ भी ओरिजनल नहीं हो रहा है और किसी को पता नहीं है कि क्या करना है। वे अभी भी अपना रास्ता तलाश रहे हैं। जब आप पूरी तरह गिर जाते हैं, तभी आप कुछ नया बनने लगते हैं। बॉलीवुड अभी एक गिरते दौर में है और यहीं से उसका बदलाव शुरू होगा।”
फिलहाल अनुराग कश्यप अपनी आखिरी निर्देशित फिल्म ‘कैनेडी’ का भारत में रिलीज़ होने का इंतज़ार कर रहे हैं। वहीं हाल ही में वे अभिनेता के तौर पर ‘राइफल क्लब’ और ‘विदुतलाई पार्ट 2’ में नज़र आए।
