Amitabh Bachchan Trishul Story
Amitabh Bachchan Trishul Story

Summary : त्रिशूल के निर्माता नहीं चाहते थे फिल्म फ्लॉप हो

पहले अमिताभ फिल्म के सेंटर से हट गए थे और सचिन पिलगांवकर पर कहानी फोकस हो गई थी, यह निर्माता को गड़बड़ बात लगी।

Amitabh Bachchan Trishul Story: अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘त्रिशूल’ बड़ी हिट थी। इस फिल्म का ‘कल्ट’ कैटेगरी में रखा जाता है और आज भी लोग इसे देखना पसंद करते हैं। इस फिल्म से जुड़े कुछ राज हैं जैसे थिएटर में रिलीज होने से पहले यह दोबारा शूट की गई थी। इसके पीछे दो कहानियां हैं। पहली कहानी लेखक दिप्तकृति चौधरी की किताब ‘रिटन बाय सलीम-जावेद’ में बताई गई है। इस किताब में कहा गया कि सलीम खान और जावेद अख्तर ने प्रोड्यूसर गुलशन राय को यह कहकर मना लिया कि फिल्म के कुछ सीन और शूट करने पड़ेंगे।

दूसरी कहानी यह है कि खुद गुलशन राय को लगा कि फिल्म कमजोर है, इसलिए उन्होंने उसे दोबारा शूट करवाया। अब प्रोड्यूसर के बेटे राजीव राय ने बताया है कि यही दूसरी कहानी सच्ची है। यह बात नई है है क्योंकि निर्माता कभी इंटरव्यू नहीं देते थे और उनके पक्ष अक्सर सामने नहीं आ पाते हैं।

Trishul film poster featuring Amitabh, sanjeev kumar, rakhi, shashi kapoor
Trishul film poster

राजीव राय ने सिद्धार्थ कन्नन को दिए इंटरव्यू में कहा है कि उनके पिता को इतनी समझ थी कि वो सिर्फ कहानी की कुछ लाइनें सुनकर ही पहचान लेते थे कि फिल्म हिट होगी या नहीं। गुलशन राय पहले भी सलीम-जावेद, यश चोपड़ा और अमिताभ बच्चन के साथ ‘दीवार’ बना चुके थे। राजीव ने बताया कि जब उनके पिता ने ‘त्रिशूल’ की पहली कट देखी, तो उन्हें लगा कि इसे दोबारा शूट करना होगा। उन्होंने अमिताभ बच्चन से सीधे कहा –“डेट्स दोगे? वरना मैं फिल्म कूड़े में फेंक दूंगा।” इस पर अमिताभ बच्चन ने तुरंत हामी भर दी।

राजीव के मुताबिक फिल्म का करीब आधा हिस्सा दोबारा शूट किया गया। स्क्रिप्ट में कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन फिल्म में अमिताभ बच्चन के बजाय ज्यादा फोकस सचिन पिलगांवकर पर चला गया था। उन्होंने कहा –“सचिन बहुत अच्छे और लकी एक्टर हैं, लेकिन जो सीन अमिताभ को मिलने चाहिए थे, वो किसी और को मिल गए।” जब राजीव के पिता ने ये बात देखी तो उन्होंने कहा कि फिल्म ‘दीवार’ के बाद ऐसे काम नहीं चलेगा। उन्होंने हमेशा एक बात कही थी, “फिल्में बनती नहीं हैं, रीमेक होती हैं।”

एक किताब ‘Written by Salim-Javed’ में एक दूसरी कहानी है। इसमें कहा गया है कि स्क्रिप्ट राइटर सलीम-जावेद और डायरेक्टर यश चोपड़ा ने मिलकर प्लान बनाया कि फिल्म को और शूट किया जाए। जब प्रोड्यूसर गुलशन राय ने सलीम खान से पूछा कि क्या फिल्म को बचाया जा सकता है, तो सलीम खान ने जवाब दिया, “एक तरीका है… इसे रिलीज ही मत करो।”

इसके बाद उन्होंने यश चोपड़ा को फोन किया। यश चोपड़ा ने उन्हें समझाया कि लेखक फिल्म को लेकर गंभीर हैं। फिर सभी एक होटल में मिले और तय किया कि फिल्म का रीशूट ही आखिरी उपाय हैं। सलीम खान ने कहा –“हमने उन्हें धीरे-धीरे सच्चाई बताई, वैसे ही जैसे वो हमें धीरे-धीरे पैसे देते थे।” ‘त्रिशूल’ 5 मई 1978 को रिलीज हुई और यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई।

ढाई दशक से पत्रकारिता में हैं। दैनिक भास्कर, नई दुनिया और जागरण में कई वर्षों तक काम किया। हर हफ्ते 'पहले दिन पहले शो' का अगर कोई रिकॉर्ड होता तो शायद इनके नाम होता। 2001 से अभी तक यह क्रम जारी है और विभिन्न प्लेटफॉर्म के लिए फिल्म समीक्षा...