महिलाओं के लिए ज़रूरी हैं ये 10 विटामिन, स्वास्थ्य के साथ बनी रहेगी चेहरे की चमक
यहां 10 प्रमुख न्यूट्रिएंट्स की एक लिस्ट बताई, जो आपको स्वस्थ और खूबसूरत बने रहने के लिए ज़रूरी हैं।
Vitamins for Beauty: घर के काम खत्म नहीं होते और ऊपर से ऑफिस का अपना लोड है। बच्चों की पढ़ाई की टेंशन और उनका एक्जाम तो ऐसा है जैसे कि मम्मी का ही एक्जाम है। डेली रूटीन के अपने स्ट्रेस है और इन सबको बस मैनेज करते रहो और फिर रात में थक कर सो जाओ। कुछ ऐसा हर किसी की लाइफ में चलता रहता है। इन सबके बीच हर महीने जब हार्मोनल प्रॉब्लम्स होती है, तो स्थिति थोड़ी बिगड़ जाती है। अब इन सबको हैंडल करना है, तो महिलाओं के स्वस्थ रहना ही होगा। नियमित रूप से हेल्दी डाइट लेने की ज़रूरत होगी और कुछ एक्सरसाइज़ भी करनी होगी। आपको अपनी डाइट पर नज़र डालते हुए ये देखना होगा कि आपकी डाइट में विटामिन शामिल हैं या नहीं। ये विटामिन-मिनरल्स आपका स्टेमिना बढ़ाते हैं और बीमारी से दूर रखते हैं। ये विटामिन आपकी खूबसूरती के लिए भी ज़रूरी है। इन विटामिन से चेहरे की चमक और रौनक भी बनी रहेगी।
यहां 10 प्रमुख न्यूट्रिएंट्स की एक लिस्ट बताई, जो आपको स्वस्थ और खूबसूरत बने रहने के लिए ज़रूरी हैं।
Also read: त्वचा रहेगी खिली-खिली जब लगाएंगी हरी सब्जी से बना ये अनोखा फेस पैक
विटामिन ए

गाजर, कद्दू, पीच जैसे ऑरेंज कलर के फलों और सब्जियों में पाया जाने वाला विटामिन ए स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है। यह बिल्डिंग एजेंट की तरह काम करता है। यह हड्डियों को मजबूत करता है, आपकी इम्यूनिटी बढ़ाता है, स्किन और एलिमेंटल सेल ग्रोथ बनाता है। यह स्किन को हेल्दी और यंग रखने का बेहतरीन तरीका है।
कैल्शियम

आपने कई बार सुना होगा कि दूध पीने से कैल्शियम बढ़ता है। पुरुषों की तुलना में वैसे भी महिलाओं की हड्डियों के कमजोर रहने का खतरा अधिक होता है। इसका मुख्य कारण कैल्शियम की कमी है। कैल्शियम मसल स्ट्रेंथ और नर्व फंक्शनिंग को प्रभावित करता है। इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। विटामिन डी के साथ कैल्शियम शरीर को कुछ प्रकार के कैंसर, डायबिटीज़ और हाई बीपी से बचाने के लिए जाना जाता है। यहां डेयरी प्रोडक्ट्स काम के साबित होंगे। रोजाना एक कप दही आपको फायदा पहुंचाएगा। वेजिटेरियन लेगों के लिए सोया एक अच्छा विकल्प है।
विटामिन डी
यह आपके शरीर को कैल्शियम और फॉस्फोरस को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद करता है। यह स्किन सेल्स की मरम्मत करके प्रीमैच्योर एजिंग के जोखिम को कम करता है। यह आपके स्किन पर चमक लाता है। हालांकि बहुत कम फूड्स विटामिन डी से भरपूर होते हैं, लेकिन फिश और फिश ऑयल अच्छा काम कर सकते हैं।
विटामिन सी
विटामिन सी को मिरेकल विटामिन भी कहते हैं। यह सबसे बड़ा इम्यूनिटी बूस्टर है जो कि आपके हृदय को स्वस्थ रखता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखता है। यह आयरन की कमी दूर करता है। इसमें घाव भरने की क्षमता होती है। यह एंटी एजिंग एजेंट भी है। इससे आपकी त्वचा में फर्क नज़र आता है। खट्टे फल, शिमला मिर्च, टमाटर, ब्रोकली से आप विटामिन सी ले सकते हैं।
विटामिन ई
यह त्वचा और बालों की केयर करने वाला विटामिन है। विटामिन ई एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो आपके शरीर को मुक्त कणों से बचाता है और आपकी कोशिकाओं की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है। इसके अलावा विटामिन ई कैंसर के खतरे को कम करने के लिए भी जाना जाता है। अपने पत्तेदार सलाद में बादाम, मूंगफली और हेज़लनट्स जैसी चीज़ों को भी शामिल करें।

ओमेगा 3
ओमेगा 3 आपके ब्यूटी कोशंट को बढ़ाने वाला है। एंटी एजिंग ओमेगा 3 कोमल त्वचा पाने, टॉक्सिन से छुटकारा दिलाने , सूर्य की किरणों से बचाव और स्वस्थ हृदय के लिए ज़रूरी है। अगर आप वेजिटेरियन हैं, तो रोज एक मुट्टी भुने और पिसे हुए अलसी के बीज, सोया नट्स और अखरोट खाएं। साल्मन, टूना और सार्डिन जैसी फैटी फिश भी अच्छे सोर्स हैं।
विटामिन बी 6
यह महिलाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि अन्य स्वास्थ्य लाभों के अलावा, यह आपके मूड में सुधार करता है और अवसाद के जोखिम को कम करता है। इसका सीधा असर आपके मेटाबॉलिज्म और मस्तिष्क के कार्यों पर पड़ता है। यह पीएमएस में भी मदद करता है। विटामिन बी6 के स्रोतों में मछली, बीफ़ लीवर, आलू और अन्य स्टार्चयुक्त सब्जियां और फल (खट्टे फलों के अलावा) शामिल हैं।
विटामिन बी 12
यह प्रोटीन सिंथेसिस और ब्लड सेल्स के जेनेसिस में मदद करता है। बी 12 ही है जो डीएनए बनाता है और इसकी कमी से के कारण आपके शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन का संचार कम हो सकता है। यह आपको अंडे, मछली, मीट और दूध से मिल सकता है।

फोलिक एसिड
फोलेट या फोलिक एसिड सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है जिसकी हर महिला को आवश्यकता होती है, खासकर गर्भावस्था में। यह कार्ब्स को एनर्जी में बदलने में मदद करता है और बोन मेरो में ब्लड सेल्स बनाता है। पपीता, स्ट्रॉबेरी, जामुन, दाल, फलियां, नट्स और सीड्स इसके अच्छे सोर्स हैं। यह मेनोपॉज़ के पहले और बाद नए सेल्स बनाने और एनीमियास, हार्ट अटैक, स्ट्रोक और डिप्रेशन जैसी बीमारियों से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कोएंजाइम क्यू 10
कोएंजाइम क्यू 10 एक एंटीऑक्सीडेंट है जो स्वाभाविक रूप से आपके शरीर में मौजूद होता है। लेकिन उम्र के साथ इसका उत्पादन कम हो जाता है। यह आपकी कोशिकाओं में ऊर्जा उत्पन्न करने में मदद करता है। विटामिन सी की तरह, यह एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों से लड़ सकता है। साथ ही यह स्वस्थ हृदय, नियंत्रित ब्लड प्रेशर और दिमाग को सक्रिय बनाए रखने में मदद करता है। यह साल्मन और ट्यूना, ऑर्गन मीट और साबुत अनाज से पा सकते हैं। ज्यादातर लोगों को संतुलित आहार से पर्याप्त मात्रा में कोएंजाइम क्यू 10 मिलता है, लेकिन विशेष स्वास्थ्य परिस्थितियों में सप्लीमेंट्स उपयोगी हो सकता है।
