चेहरे की तरह पैर भी कुछ खास देखभाल की जरूरत महसूस करते हैं लापरवाही वश कभी-कभी तो एड़ियों में इस हद तक दरारें पड़ जाती हैं। कि खून तक निकलने लगता है। ऐसी हालत में दर्द के मारे चलना तक कठिन हो जाता है। फटी एड़ियों के उपचार के बारे में जानने से पहले जरूरी है कि इनके फटने के कारण क्या है? आइये जानें-

एड़ियां फटने के कारण

  • पैर साफ न रखने से ही एड़ियां और पैर फटते हैं। सामान्यतया स्त्रियां व्यस्तता के कारण जल्दी में स्नान करती हैं और पैरों को भली-भांति नहीं धोतीं, इससे एड़ियों की सफाई रह जाती है और उन पर मल मैल इकट्ठा होने लगता है। परिणम स्वरूप एड़ियां फट जाती हैं।
  • शरीर में कैल्शियम की कमी से भी एड़ियां फटती हैं। हमेशा नंगे पांव चलने से एड़ियां पर धूल जम जाती है जोएड़ियां फटने का मूल कारण है। प्रायः स्त्रियां घर में बिना चप्पल पहने ही सारा दिन काम करती रहती हैं, जो अच्छी आदत नहीं है।
  • शारीरिक खुश्की भी एड़ियों की दरारों का एक कारण हो  सकता है। स्त्रियां अधिकतर देर तक पानी में काम करती रहती हैं, जिससे पानी में ज्यादा देर तक पैर भीगे रहने से एड़ियां कट-कट जाती हैं, जबकि एड़ियों की समस्या पर काबू पाने के लिए पैरों को पानी से दूर रखना बेहद जरूरी है।

कैसे बनाएं फटी एड़ियों को नरम-

  • 1. रोज रात को एक चम्मच नींबू का रस, 1 चम्मच गुलाब जल व 1 चम्मच अरंडी के तेल के मिश्रण से एड़ियों पर मालिश करें, बिवाइयों से मुक्ति मिलेगी।
  • एक चम्मच शुद्ध मोम व एक चम्मच शुद्ध घी लें, इन्हें गर्म करें, यह दोनों पदार्थ घुल-मिल जाएंगें। अब आंच से उतार कर रूई से एक-एक बूंद दरारों में टपकाएं, इससे सिकाई भी हो जाएगी, थोड़ा दर्द अनुभव होगा परंतु फिर आराम मिलेगा।
  • यह प्रयोग रोजाना तब तक करें जब तक एड़ियां पूरी तरह ठीक न हो जाए।
  • पानी में नमक या बोरेक्स पाउडर मिलाकर पांच मिनट तक उसमें पैर रखें, फिर धोएं इसके बाद कपड़ें से पोंछकर जैतून का तेल लगाएं।
  • बिवाई के उपचार के लिए मेंहदी का लेप भी फायदा करता है।
  • आम की गुठली को सुखाकर पीस लें और नारियल का तेल मिलाकर बिवाइयों पर रगड़ें, इससे दरारें भरती हैं व एड़ियों का कालापन भी दूर होता है।
  • एक कटोरी छत्ते वाली देसी मोम लेकर गर्मकरें। फिर इसमें आधा कटोरी सरसों का तेल मिलाएं। अब एक पतीली साधारण पानी में यह मिश्रण छान लें। थोड़ी ही देर में यह मिश्रण तली में बैठ जाएगा। पानी फेंक दें व जमा मिश्रण कांच की शीशी में भर लें। एड़ियां साफ कर इसे हमेशा रात को सोते समय लगाएं। लगातार प्रयोग से एक सप्ताह में ही निश्चित रूप से आराम मिलेगा।
  • एड़ियां बहुत ज्यादा फटने पर उन्हें डिटोल मिले गुनगुने पानी में भिगोए व फिर उभरी त्वचा कोनेल कटर या स्टेनलेस स्टील के ब्लेड से काट दें। पर ध्यान रखें कि मृत त्वचा की कटे, जीवित मांस नहीं। फिर पोंछ कर लगाएं।