roop chaudas
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Summary: रूप चौदस 2025: सिर्फ फेस ग्लो नहीं, एनर्जी ग्लो डे बनाएं — जानिए ऑरा क्लेंज़िंग और शुद्धि के रहस्य

रूप चौदस सिर्फ सौंदर्य का नहीं, आत्मिक शुद्धि का पर्व है। नमक, कपूर, हर्बल उबटन और ध्यान जैसे छोटे-छोटे रिचुअल्स से अपने शरीर, मन और घर की ऊर्जा को करें पवित्र, ताकि भीतर और बाहर दोनों चमक उठें।

Roop Chaudas Energy Cleansing: दिवाली से एक दिन पहले आने वाली रूप चौदस या नरक चतुर्दशी को सौंदर्य और शुद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस दिन लोग तड़के उठकर उबटन लगाते हैं, तेल स्नान करते हैं और अपने शरीर को शुद्ध करते हैं। लेकिन असली निखार सिर्फ चेहरे या त्वचा से नहीं आता वह तब आता है जब मन और ऑरा दोनों स्वच्छ होते हैं।

पुराणों में कहा गया है कि जिस तरह दीपक से अंधकार मिटता है, वैसे ही इस दिन आत्मा से भी नकारात्मकता मिटानी चाहिए।

Roop Chaudas-aura
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हमारा शरीर ऊर्जा से बना है और हर व्यक्ति के चारों ओर एक अदृश्य एनर्जी फील्ड या ऑरा होती है। जब हम तनाव, क्रोध, ईर्ष्या या थकान से गुजरते हैं, तो यह ऑरा कमजोर या धुंधली हो जाती है।

रोज़मर्रा की भागदौड़ में हम सिर्फ शरीर को धोते हैं, पर मन की धूल और थकान अक्सर अनदेखी रह जाती है। रूप चौदस हमें यही याद दिलाती है कि सच्चा रूप तभी खिलता है जब भीतर की रोशनी साफ़ हो।

रूप चौदस की सुबह स्नान को विशेष महत्व दिया गया है। इस दिन स्नान के पानी में सेंधा नमक या कपूर के टुकड़े डालें। ये दोनों तत्व प्राकृतिक एनर्जी क्लेंज़र हैं, जो नकारात्मक कंपन को सोख लेते हैं। नहाते समय यह मंत्र दोहराएँ ॐ नमः शिवाय या ॐ शुद्धाय नमः,  इससे मन और ऑरा दोनों संतुलित होते हैं।

पारंपरिक रूप से इस दिन उबटन में हल्दी, बेसन, चंदन, गुलाब की पंखुड़ियाँ और तुलसी के पत्ते मिलाए जाते हैं। हल्दी ऊर्जा को पवित्र करती है, तुलसी घर और मन दोनों की निगेटिविटी दूर करती है, गुलाब आत्मा को शांत करता है और चंदन आपके विचारों को ठंडक देता है। यह संयोजन शरीर के साथ-साथ आपकी ऊर्जा पर भी सकारात्मक असर डालता है।

cleansing
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रूप चौदस सिर्फ अपने शरीर के लिए नहीं, घर की ऊर्जा को भी शुद्ध करने का दिन है। घर के कोनों में लौंग और कपूर जलाएँ। दरवाजे पर दीपक जलाकर रखें। यह घर में शुभ ऊर्जा के प्रवेश का प्रतीक है। नींबू या नमक के पानी से फर्श पोंछें, यह भी एक पारंपरिक एनर्जी क्लेन्ज़िंग तरीका है।

स्नान और सजने-संवरने के बाद कुछ पल मौन और ध्यान के लिए निकालें। आंखें बंद करें और अपने भीतर एक सुनहरी रोशनी की कल्पना करें जो पूरे शरीर में फैल रही है। अब अपने जीवन की हर छोटी खुशी के लिए कृतज्ञता महसूस करें। यही भावना आपकी ऑरा को सबसे ज्यादा चमकदार बनाती है। याद रखें, बाहरी रूप तभी दीप्तिमान दिखता है जब भीतर की ऊर्जा शांत और संतुलित हो। इस वर्ष रूप चौदस को केवल फेस ग्लो डे नहीं, बल्कि एनर्जी ग्लो डे बनाएं।

अपने शरीर, मन और घर को पवित्र करने के ये छोटे-छोटे रिचुअल्स अपनाएँ, और महसूस करें वह ताजगी जो सिर्फ त्वचा पर नहीं, आत्मा तक उतरती है। क्योंकि सच्चा निखार तब आता है जब भीतर का दीपक जलता है।

राधिका शर्मा को प्रिंट मीडिया, प्रूफ रीडिंग और अनुवाद कार्यों में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा पर अच्छी पकड़ रखती हैं। लेखन और पेंटिंग में गहरी रुचि है। लाइफस्टाइल, हेल्थ, कुकिंग, धर्म और महिला विषयों पर काम...