उम्र के साथ शरीर में कई बदलाव आते हैं। उम्र बढ़ने के साथ त्वचा संबंधित समस्याएं होना स्वाभाविक है। जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं त्वचा शुष्क और लटकने लगती है। कुछ बाहरी और आंतरिक कारक जैसे उम्र, सूर्य की रोशनी के संपर्क में आना, वायुमंडलीय प्रदूषक, स्किन केयर प्रोडक्ट्स में केमिकल्स और अहेल्दी डाइट त्वचा की सेहत को सीधे प्रभावित कर सकती है। त्वचा में सूखापन, शिथिलता, झुर्रियां और महीन रेखाएं नजर आने लगती हैं और आमतौर पर इसके साथ डलनेस दिखाई देने लगती है। लेकिन कम उम्र में ही सावधानी बरतकर इससे बचना संभव है। स्किन टाइटनिंग मास्क इन त्वचा संबंधित समस्याओं का प्रभावी हल हो सकता है। खास बात यह है कि घर में ही स्किन टाइटनिंग ट्रीटमेंट संभव है।
बनाना फेस मास्क
केला वसा से भरपूर होता है जो आपकी त्वचा को हाइड्रेट करने और नमी रखने में मदद करता है। यह त्वचा की इलास्टिसिटी में सुधार करने में भी मदद करता है और कसाव में सहायक होता है। केले के साथ शहद और जैतून का तेल मिलाते हैं तो यह डैमेज त्वचा की कोशिकाओं को ठीक करने में मदद करता है। इस पेस्ट को 15 मिनट लगाएं और गुनगुने पानी से धो लें।
शहद और कॉफी पाउडर का मास्क
एक बोल में 1 टीस्पून शहद और इंस्टेंट कॉफी पाउडर डालें और तब तक मिलाएं जब तक यह अच्छी तरह से मिल न जाए। लगभग 20 मिनट के लिए इसे अपनी त्वचा पर लगाएं। फिर इसे ठंडे पानी से धो लें। शहद और कॉफी का यह पेस्ट त्वचा के लिए चमत्कार कर सकता है। शहद में एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होते हैं जो त्वचा की किसी भी तरह की गंदगी से छुटकारा दिलाते हैं, जबकि कॉफी में कैफीन होता है, जो आपकी त्वचा को डी-पफ करता है और सेल्युलाईट की उपस्थिति को कम करता है।
मुल्तानी मिट्टी का मास्क
मुल्तानी मिट्टी त्वचा की टोन में सुधार करती है और मुहांसों, फुंसियों, टैनिंग आदि से लड़ने में मदद करती है। यह त्वचा से अतिरिक्त तेल को बाहर निकालती है और आपके चेहरे पर ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करती है। इसमें दूध मिलाने से त्वचा चिकनी, नरम हो सकती है और इसे और अधिक नुकसान से बचा सकती है। इसके लिए क्रीम वाले दूध के साथ 2-3 टीस्पून मुल्तानी मिट्टी मिलाकर स्मूथ पेस्ट बनाएं। इसे अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं। इसे 10-12 मिनट तक सूखने दें। इसे पानी से धो लें।
पपाया मास्क
पपीता में पपैन जैसे एंजाइम होते हैं, जो नैचुरल स्किन टाइटिंग ट्रीटमेंट के रूप में काम करते हैं। पपैन त्वचा को चिकना और कोमल बनाता है क्योंकि यह विटामिन ए और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। इसमें विटामिन सी भी होता है, जो कोलेजन सिंथेरिस और मेनटेनेंस में एक प्रमुख भूमिका निभाता है। इसे हर सप्ताह एक बार जरूर लगाएं।
लेमन मास्क
नीबू में विटामिन सी कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ाता है और त्वचा की इलास्टिसिटी को बहाल करने में मदद करता है। नीबू में एस्ट्रिन्जेंट गुण होते हैं जो रिंकल्स को कम करने और स्किन टाइटनिंग का काम करते हैं। नीबू का ताजा रस निकालकर और इसे धीरे से अपने चेहरे और गर्दन पर लगाएं। पानी के साथ धोने से पहले 5 से 10 मिनट के लिए छोड़ दें। हर दिन एक या दो बार इसे अप्लाई करें।
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