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मौत को हराकर पाई है ये जि़ंदादिली- लक्ष्मी

लक्ष्मी अग्रवाल एक दिलेर एसिड अटैक सरवाइवर होने के अलावा खूबसूरती की एक नई पहचान हैं। एसिड से झुलसे इसी चेहरे के साथ आज वे कई फैशन और ज्वैलरी हाउसेज़ की ब्रांड एंबेसेडर हैं। मिशेल ओबामा के निमंत्रण पर व्हाइट हाउस में पुरस्कृत होने, आमिर खान के शो ‘सत्यमेव जयते’ में भाग लेने के साथ ही वे अपनी मुहिम ‘स्टॉप सेल एसिड’ को आगे बढ़ाने में लगी हैं। इस जांबाज़ लड़की की कहानी जल्दी ही फिल्मी पर्दे पर भी नज़र आने जा रही है। पेश है, उनसे हुए खास बातचीत के कुछ अंश-

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अगर हेयर कलर करवाने की सोच रही हैं, तो यह बेस्ट टिप्स अपनाएं

आपको स्टनिंग लुक देने में आपके बाल काफी महत्वपूर्ण रोल निभाते हैं। ऐसे में अगर आप कलर करवाने की सोच रही हैं तो हमारी यह रिपोर्ट आपके लिए ही है।

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तलाश रहे हैं वेडिंग डेस्टिनेशन? तो एक नजर यहां डाल लीजिए

अगर आप अपनी शादी के लिए तलाश रहे हैं खूबसूरत जगह तो हम आपको बताने और दिखाने जा रहे हैं भारत की कुछ ऐसी स्पेशल जगहें जिन्हें देख आप खुश हो जाएंगे, साथ ही अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए वो जगह फाइनल कर सकते हैं।

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बिना GYM जाए ऐसे रखे अपने आप को फिट

वजन घटाने की बात आती है तो हर कोई एक ही सलाह देता है कि ‘GYM जाओ’। लेकिन हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे तरीके जिनकी मदद से आप अपना वजन आसानी से घटा सकते हैं।

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बोझिल पलकें, भाग-36

अंशु और अजय के दिल में पलता प्यार अब उन दोनों को एक-दूसरे के नजदीक खींच रहा था। उस पर उस पिकनिक स्पॉट की रोमानी खूबसूरती उनके दिलों में पलते प्यार को और हवा दे रही थी।

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बोझिल पलकें, भाग-35

अजय पर जिंदगी ने थोड़ा रहम करना शुरू कर दिया था। अब अंशु का दिल अजय के नाम पर धड़कने लगा था, लेकिन अजय अभी तक कशमकश में उलझा था कि क्या करे, क्या नहीं। क्या होगा अंशु के लिए अजय के दिल का हाल, अभी ये राज़ खुलना बाकी है।

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बोझिल पलकें, भाग-34

समय सबसे बड़ा मरहम होता है। यही समय अब अंशु के रूप में अजय के सारे दुखों पर मरहम रखने जा रहा था। अजय को यकीन नहीं हो रहा कि अब जो कुछ उसके साथ हो रहा था, वह सब सपना नहीं, हकीकत है।

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बोझिल पलकें, भाग-33

वह चांद जिसे अजय आसमान में देखकर ही सब्र किए बैठा था, अब वह अजय के आंगन में उतरना चाहता था। अजय के दरवाज़े पर नई खुशियां दस्तक दे रही थीं, पर अजय, क्या करेगी अब अजय?

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बोझिल पलकें, भाग-31

जिस पिता के लिए अजय ने अपराध की दुनिया से मजबूरन खुद को जोड़े रखा था, उनकी मौत के साथ ही वह दुनिया भी दम तोड़ चुकी थी, लेकिन क्यों अभी भी अजय खुद को न तो आजाद महसूस कर रहा था और न ही उसे कोई नयापन महसूस हो रहा था?

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