छोटी बच्ची थी, तब मेरी दुनिया बहुत प्यारी और रंगीन थी। मैं गुड़ियों से खेलती, पेड़ पर झूला झूलती और हर बात पर हँस पड़ती थी। पर एक दिन ऐसा आया, जब मुझे बहुत डाँट पड़ी और मैं रो पड़ी — लेकिन वही दिन मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी सीख बन गया। मैं उस समय चौथी कक्षा में पढ़ती थी। मुझे चित्रकला बहुत […]
Author Archives: सुदर्शन सचदेवा
प्यार हुआ मेट्रो में जो कभी सोचा नहीं था—गृहलक्ष्मी की लघु कहानी
Romantic Story in Hindi: सुबह की वो आम सी दिल्ली मैट्रो – भीड़ वही जो रोज वाली थी , पर उस दिन कुछ अलग थी |कुछ लोग मोबाइल में डूबे हुए, कुछ किताबों में डूबे हुए और कुछ को तो मंजिल तक पहुंचने की जल्दी |रुका था वक्त कुछ पलों के लिए, जब उसकी आंखें […]
बेडशीट वाला सूट-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Funny Story: दसवीं की छुट्टियाँ चल रही थीं। मां ने सिलाई सीखने भेजा था, और मैं भी पूरी लगन से नए-नए डिज़ाइन बनाने में जुटी थी। एक दिन मैंने मां से कहा, “मुझे बांधनी वाला कपड़ा चाहिए, सूट बनाना है।”मां बाजार गईं और कपड़े के साथ एक प्यारी-सी सिंगल बेडशीट भी ले आईं। मुझे […]
नए रिश्ते-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Motivational Story in Hindi: “तेरे प्यार में हद पार कर जाएंगेचाहे यह दुनिया कत्ल कर देयह उम्र तेरे साथ ही बिताएंगे।” ऊपर लिखी पंक्तियाँ प्रेम की रुमानित से भरी हुई हैं। यह बात सही है कि हर प्रेम करने वाला व्यक्ति शायर नहीं होता और इतना क्रांतिकारी भी नहीं होता जो अपने प्रेम के लिए […]
