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 संस्कार-गृहलक्ष्मी की कहानियां

Sanskar Hindi Story: शादी से पहले निवास लंबी-लंबी फेंकता था।दहेज लेना-देना घोर पाप है,दुल्हन ही दहेज है।दहेज के लिए लोग कैसा-कैसा शर्मनाक व घिनौना काम कर जाते हैं।जिसका समाजिक रूप से जितनी भी निंदा की जाए कम है। निवास अपने माता पिता का कुछ अधिक कद्र करता था इसलिए मुहल्ले के अधिकतर लोग उसे श्रवण […]

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तलाश -गृहलक्ष्मी की कहानियां

वह मंदिर की सीढ़ियों पर बैठा गंगा नदी की कलकल करती धारा को देखकर आनंद से सराबोर हो जाता। उसका अशांत मन प्राकृति के इस मनोरम दृश्य को देखकर उल्लास और उमग से भर जाता कोलाहल से दूर इस शात वातावरण मे वह ऐसे खो जाता की समय के बीतने का अहसास भी नही हो […]

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इंसान की कीमत— लघु कहानी

इंसान की कीमत-दीनू के बेटे की तबीयत खराब थी । सरकारी अस्पताल में इलाज कराकर वह थक चुका  था । काफी रुपये खर्च कर चुका था । इसके बावजूद उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था । काफी जांच के बाद पता चला कि उसके बेटे का एकमात्र इलाज ऑपरेशन है । ऑपरेशन  में एक लाख […]

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उधार की जिंदगी—गृहलक्ष्मी की कहानियां

उधार की जिंदगी जीने वाले राम प्रसाद जिंदगी और मौत से संघर्ष करते हुए अंततः मौत से ही हार गए। जीवन भर दूसरों से रिश्वत लेने वाले राम प्रसाद खाली हाथ इस संसार से विदा हो गए। उनकी लाश घर के आंगन में पड़ी हुई थी। दोनों बेटे अमित और अनिल उनके अंतिम संस्कार करने […]

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संस्कार—गृहलक्ष्मी की कहानियां

ऑफिस में क्लर्क के पद पर काम करते हुए मुझे दस वर्ष हो गए थे , लेकिन ऑफिस के किसी कर्मचारी से मेरा बैर—भाव नहीं था। ऑफिस में बैठा सारा दिन फाइलों को निपटता रहता हूं और शाम को बॉस की सेवा में लग जाया करता हूं । इस ऑफिस का एक आदर्शवादी कर्मचारी होने […]

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