Posted inहिंदी कहानियाँ

बिना विचारे जो करे सौ पीछे पछताये – 21 श्रेष्ठ बालमन की कहानियां उड़ीसा

वैभव नामक एक ब्राह्मण के घर जिस समय पुत्र ने जन्म लिया उसी समय उसे एक नेवले का बच्चा भी कहीं से मिल गया। उस नेवले के बच्चे को वह भाग्यशाली समझकर घर ले आया। वे दोनों बच्चे एक साथ पलने लगे। एक दिन ब्राह्मण की पत्नी सुस्मिता नदी में स्नान करने जाते समय बच्चे […]

Gift this article