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अहल्या यह भी तो – गृहलक्ष्मी कहानियां

स्त्री की देह पाने को आतुर रहा पुरुष सदियों से उसकी देह तक आकर ही ठिठक जाता है। स्त्री के मन के तल तक जाने की सामर्थ्य न कभी पुरुष में रही, न उसने इसकी आवश्यकता ही समझी। ऐसी ही एक भावभीनी कहानी।

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