अनुराधा तुम्हारे पास इतना हंसी का स्टाक कैसे भरा है? पारस के प्रश्न के उत्तर में अनुराधा फिर खिलखिला कर हंस पड़ी। सारी बस की सवारियों का ध्यान उधर ही चला गया, पर अनुराधा को इसकी परवाह नहीं थी। उसने हंसते हुए ही कहा- पारस जी इस समय दुनिया में सब कुछ महंगा हो चुका […]
Author Archives: उर्मि कृष्ण
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चांद का गुस्सा – 21 श्रेष्ठ बालमन की कहानियां हरियाणा
एक दिन चांद अपनी ड्यूटी पर निकला तो बड़ा प्रसन्न था। उसने नीचे धरती पर झांक कर देखा-लोग रंग-बिरंगे कपड़े पहने पूर्णिमा के मेले में जा रहे थे। बच्चों के रंग-बिरंगे झालरदार कपड़ों को देखकर उसका मन भी कपड़े पहनने को मचल उठा। वह सब काम छोड़ सीधा ‘अम्बर दर्जी’ की दुकान पर पहुंचा। अम्बर […]
