Filler slab home
Filler slab home construction

Summary:फिलर स्लैब से बनाएं एनर्जी-इफिशिएंट घर, कम खर्च में पाएं ठंडी छत

इस तकनीक में मिट्टी के बर्तन, टाइल या फोम ब्लॉक का उपयोग कर छत को हल्का बनाया जाता है, जिससे घर ठंडा और पर्यावरण-अनुकूल बनता है।

Filler Slab Home Construction: आज के समय में मजबूत और टिकाऊ घर बनवाना कोई आसान काम नहीं है। लोग घर बनवाने में लाखों रूपए खर्च कर देते हैं, लेकिन कुछ छोटी-छोटी गलतियों के कारण बाद में पछताते हैं कि काश पहले पता होता। घर बनवाते समय बाकि चीजों के साथ-साथ सही तकनीक पर ध्यान देना भी बहुत जरूरी होता है, तभी मजबूत और आरामदायक घर बन पाता है।

घर बनवाने के लिए एक सबसे सुरक्षित तकनीक है फिलर स्लैब तकनीक, जिसके बारे में अधिकांश लोग नहीं जानते हैं। दरअसल यह एक प्रकार की छत बनाने की विधि है जिसमें कंक्रीट के वजन को कम करने के लिए पारंपरिक स्लैब के नीचे के हिस्सों में हल्की सामग्रियां जैसे मिट्टी के बर्तन, मैंगलोर टाइलें व फोम ब्लॉक आदि  का इस्तेमाल किया जाता है। यह विधि कंक्रीट और स्टील की खपत को कम करती है, जिससे घर बनाने की लागत में कमी आती है।

फिलर स्लैब में आमतौर पर मिट्टी के बर्तन जैसे टेराकोटा, मैंगलोर टाइलें, खोखली ईंटें, फोम ब्लॉक, कांच की बोतलें व नारियल के छिलके सामग्री का उपयोग किया जाता है। 

 filler slabs
Advantages of filler slabs

कम लागत– फिलर स्लैब बनाने के लिए कंक्रीट और स्टील जैसी सामग्री की कम खपत होती है, जिससे निर्माण लागत में कमी आती है। 

बेहतरीन इन्सुलेशन– फिलर स्लैब ऊष्मा-रोधक के रूप में कार्य करता है, जिसकी वजह से गर्म मौसम में भी घर ठंडा रहता है।

ज्यादा भार नहीं होता– फिलर स्लैब का वजन काफी कम होता है।

पर्यावरण के लिए बेहतर विकल्प– इसके निर्माण में प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी वजह से यह पर्यावरण के लिए अनुकूल होता है।

आकर्षक बनावट- फिलर स्लैब बनाने के दौरान अगर फिलर सामग्री को बिना प्लास्टर किए खुला छोड़ दिया जाता है तो यह छत को एक अनोखा और सुंदर रूप प्रदान करता है। 

Filler Slabs
Disadvantages of Filler Slabs

विशेषज्ञ की आवश्यकता- फिलर स्लैब में सामान्य स्लैब की तुलना में अधिक सावधानी और विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है, खासकर के फिलर सामग्री को सही जगह पर रखने के लिए।

कमजोर फिनिशिंग- अगर इसे अच्छी तरह से न किया जाए तो इसकी फिनिशिंग में समस्या आ सकती है।

छत की ऊंचाई: जिस घर के छत में फिलर सामग्री का उपयोग किया जाता है, उस घर की छत की ऊंचाई थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन यह पूरी तरह से इसकी डिज़ाइन पर निर्भर करता है। 

फॉर्मवर्क- फिलर स्लैब बनाने के लिए पारंपरिक तरीके से फॉर्मवर्क तैयार किया जाता है।

फिलर सामग्री- हल्के फिलर ब्लॉकों को सरिया के बीच में सावधानीपूर्वक रखा जाता है। इन ब्लॉकों को इस तरह से व्यवस्थित किया जाता है कि कंक्रीट के लिए पर्याप्त जगह बनी रहे।

कंक्रीट से कवर करना आसान- इसमें कंक्रीट को फिलर सामग्री के चारों ओर और ऊपर डाला जाता है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि पूरा स्लैब अच्छी तरह से कवर हो जाए।

क्युरिंग संभव- फिलर स्लैब बनाने के दौरान कंक्रीट के सूखने के बाद, आवश्यकतानुसार इसमें क्युरिंग भी की जा सकती है।

अच्छी फिनिशिंग- फिलर स्लैब में छत की फिनिशिंग अपनी इच्छानुसार की जा सकती है, जिसकी वजह से प्लास्टर या फिलर सामग्री को खुला छोड़ा जा सकता है, जो देखने में काफी आकर्षक लगता है।

ए अंकिता को मीडिया इंडस्ट्री में 9 वर्षों का अनुभव है। इन्होंने अपने करियर की शुरुआत प्रिंट मीडिया से की और खास तौर पर लाइफस्टाइल और एंटरटेनमेंट बीट में रुचि रखती हैं। लेखन के अलावा वेब सीरीज़ देखना, घूमना, संगीत सुनना और फोटोग्राफी...