Overview: तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर लगाए इल्जाम
एक बार फिर तनुश्री दत्ता ने #MeToo आंदोलन से जुड़े अपने अनुभवों को साझा करते हुए कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। हाल ही में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने अपनी आपबीती सुनाई और दावा किया कि नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद से उनकी जिंदगी पूरी तरह तबाह हो गई है।
Tanushree Dutta accuses Nana Patekar: एक बार फिर तनुश्री दत्ता ने #MeToo आंदोलन से जुड़े अपने अनुभवों को साझा करते हुए कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। हाल ही में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने अपनी आपबीती सुनाई और दावा किया कि नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद से उनकी जिंदगी पूरी तरह तबाह हो गई है। तनुश्री का कहना है कि उनके इस कदम ने उनके करियर और निजी जिंदगी दोनों पर गहरा असर डाला।
नाना पाटेकर पर लगाए निशाना साधने के आरोप
एबीपी के साथ एक हालिया इंटरव्यू में तनुश्री दत्ता ने बताया कि कैसे नाना पाटेकर कथित तौर पर तब से उन्हें निशाना बना रहे हैं, जब उन्होंने सार्वजनिक तौर पर उनके खिलाफ बयान दिया था। तनुश्री के मुताबिक, हालात तब और भी खराब हो गए, जब उन्होंने नाना पाटेकर के फाउंडेशन पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें लगातार पीछा किए जाने का एहसास होता था।
ईमेल हैक होने और पीछा किए जाने का दावा
तनुश्री ने बताया कि 2021 से 2022 के बीच उनके ईमेल अकाउंट्स हैक हो गए थे। उन्होंने कहा, “मैं हमेशा सोचती थी कि उन्हें कैसे पता चलता है कि मैं कहां जा रही हूं। मेरे ईमेल में मेरी सभी बुकिंग, फ्लाइट और होटल की जानकारी रहती थी। अगर मेरे ईमेल हैक हुए थे, तो उन्हें यहीं से सारी जानकारी मिलती थी।” इस तरह के खुलासे से यह साफ होता है कि तनुश्री को लगातार असुरक्षा और निगरानी का एहसास होता रहा।
करियर बर्बाद करने की मिली धमकियां
तनुश्री दत्ता ने कहा कि #MeToo आंदोलन के बाद उनका करियर भी बर्बाद कर दिया गया। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना बताया कि एक बड़े निर्माता ने उन्हें फिल्म में कास्ट करने का वादा किया था और उनके साथ काम करना चाहते थे, लेकिन बाद में अचानक गायब हो गए और भूटान चले गए।
इस बातचीत में उन्होंने यह भी बताया कि जब उन्होंने नाना पाटेकर के खिलाफ केस दर्ज कराया, तो उनके गवाहों को भी धमकाया गया था। तनुश्री ने आरोप लगाया कि उन्हें अनजान पीसीओ बूथ नंबरों से धमकी भरे फोन आते थे। उन्होंने इस बात को साबित करने के लिए कोर्ट में एक हलफनामा भी जमा किया था। उनके मुताबिक, इस कानूनी दस्तावेज में गवाहों की गवाहियां भी थीं, जो नाना पाटेकर पर लगाए गए उनके आरोपों की पुष्टि करती थीं।
गवाहों ने भी की आरोपों की पुष्टि
तनुश्री ने बताया कि मुख्य गवाहों ने दस्तावेजों पर दस्तखत करके इस बात की पुष्टि की थी कि नाना पाटेकर उस समय सेट पर मौजूद थे, जब उन्हें वहां नहीं होना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि नाना ने उनके साथ आक्रामक व्यवहार किया और उन्हें अनुचित तरीके से छुआ भी था। तनुश्री के मुताबिक, इन गवाहों ने उनकी एफआईआर में कही गई हर बात की पुष्टि की थी।
‘बॉलीवुड माफिया’ पर भी उठाए सवाल
इस मामले में नाना पाटेकर के अलावा किसी और की संलिप्तता के सवाल पर तनुश्री ने ‘बॉलीवुड माफिया’ शब्द का इस्तेमाल किया। उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत और जिया खान जैसे मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि इंडस्ट्री में एक ऐसा समूह है जो दूसरों के काम में रुकावट डालता है, उन्हें बर्बाद करता है और उन्हें अकेला नहीं छोड़ता। तनुश्री का यह बयान बॉलीवुड के अंदरूनी कामकाज और पावर स्ट्रक्चर पर गंभीर सवाल खड़े करता है। उनके ये खुलासे एक बार फिर #MeToo आंदोलन और इंडस्ट्री की अंधेरी सच्चाई को सुर्खियों में ले आए हैं।
