Reason of Watery Eyes: आंखों से बार-बार पानी आना आमतौर पर हल्की परेशानी लग सकती है, लेकिन जब यह समस्या लगातार बनी रहती है तो यह किसी गंभीर आंखों से जुड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। यह लक्षण शरीर की किसी प्रतिक्रिया, संक्रमण, एलर्जी या आंसू ग्रंथियों में गड़बड़ी की वजह से हो सकता है। आंखों का यह अधिक रिएक्शन कई बार रोजमर्रा की ज़िंदगी को भी प्रभावित करता है। आइए जानते हैं कि आंखों से बार-बार पानी आने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं और यह किन बीमारियों से जुड़ा हो सकता है।
एलर्जी
आंखों से बार-बार पानी आना एलर्जी का एक आम लक्षण होता है। धूल, धुआं, परागकण, पालतू जानवरों के बाल या कोई और बाहरी एलर्जन आंखों को उत्तेजित कर सकते हैं। इससे आंखों में जलन, खुजली और पानी आना शुरू हो जाता है। एलर्जी के साथ अक्सर छींक आना, नाक बहना और आंखें लाल होना जैसे लक्षण भी देखे जाते हैं।
कंजंक्टिवाइटिस या ‘आंख आना’
कंजंक्टिवाइटिस एक वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण होता है जो आंखों की बाहरी झिल्ली को प्रभावित करता है। इसमें आंखें लाल हो जाती हैं, सूजन आ जाती है और लगातार पानी बहता है। यह संक्रमण बेहद संक्रामक होता है और एक आंख से दूसरी आंख में या एक व्यक्ति से दूसरे तक तेजी से फैल सकता है।
ड्राई आई सिंड्रोम
यह सुनने में अजीब लग सकता है कि सूखी आंखों की वजह से भी आंखों से पानी आ सकता है, लेकिन जब आंखें पर्याप्त नमी नहीं बना पातीं, तब वे खुद को बचाने के लिए अधिक आंसू उत्पन्न करने लगती हैं। इस स्थिति को ड्राई आई सिंड्रोम कहा जाता है, जिसमें आंखों में जलन, चुभन और बार-बार पानी आना शामिल हो सकता है।
आंसू नली में रुकावट
यदि आंखों की आंसू नली में रुकावट आ जाए, तो आंसू आंखों से निकल नहीं पाते और बाहर बहने लगते हैं। यह समस्या शिशुओं से लेकर वृद्ध लोगों तक में पाई जा सकती है। यह रुकावट संक्रमण, चोट या जन्मजात दोष के कारण हो सकती है।
आंखों में कोई छोटा कण का होना
कभी-कभी धूल, रेत, कीड़ा या कोई छोटा कण आंख में चला जाता है और आंखें खुद को साफ करने के लिए आंसू बनाने लगती हैं। यह एक स्वाभाविक रक्षात्मक प्रक्रिया है। हालांकि, अगर यह कण आंख से न निकले तो जलन और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
अत्यधिक स्क्रीन टाइम और थकान
लंबे समय तक मोबाइल, लैपटॉप या टीवी स्क्रीन देखने से आंखों पर तनाव पड़ता है। इससे आंखें सूखने लगती हैं और शरीर इसे संतुलित करने के लिए आंसू पैदा करता है। इसे डिजिटल आई स्ट्रेन कहा जाता है और यह आजकल की बहुत आम समस्या बन गई है।
ग्लूकोमा या अन्य आंखों की बीमारियां
कुछ मामलों में आंखों से पानी आना गंभीर आंखों की बीमारियों जैसे ग्लूकोमा (काला पानी) का भी लक्षण हो सकता है। ग्लूकोमा में आंखों का दबाव बढ़ जाता है और यह दृष्टि को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा, यूवाइटिस और कॉर्नियल अल्सर जैसी स्थितियां भी आंखों से लगातार पानी आने का कारण बन सकती हैं।
अगर आपकी आंखों से बार-बार पानी आ रहा है और यह समस्या कई दिनों से बनी हुई है, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह कोई साधारण एलर्जी भी हो सकती है या फिर किसी गंभीर संक्रमण या बीमारी का संकेत भी। ऐसे में नेत्र चिकित्सक से समय पर जांच कराना जरूरी होता है, ताकि समस्या की सही पहचान और इलाज किया जा सके। आंखें अनमोल होती हैं, इनका ख्याल रखना हमारी जिम्मेदारी है।
