TIME 100 Philanthropy List 2025
TIME 100 Philanthropy List 2025

TIME 100 Philanthropy List 2025: रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के चेयरमैन व अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी, नीता अंबानी, टाइम की पहली TIME100 फिलंथ्रॉपी लिस्ट 2025 में शामिल किए गए हैं। इस लिस्ट में उनके नाम के साथ लिखा गया है कि इन दोनों ने भारत के विभिन्न क्षेत्रों में जो उल्लेखनीय योगदान दिया है, यह केवल उनकी कारोबारी सफलता ही नहीं बल्कि सामाजिक सेवा के गहरे कमिटमेंट को भी दर्शाता है।

मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 92.5 बिलियन डॉलर आंकी गई है। वे न केवल एक बड़े व्यवसायी हैं बल्कि एक एक्टिव परोपकारी लीडर भी हैं। नीता अंबानी रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और चेयरपर्सन हैं। देश भर में शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।

रिलायंस फाउंडेशन के ज़रिए किए गए उनके परोपकारी कामों से अब तक लाखों लोगों की जिंदगी में बदलाव आया है। उनके कामों में स्कॉलरशिप देना, स्कूलों को बेहतर बनाना, टिकाऊ खेली को बढ़ावा देना, पानी संजोने की पहल और अस्पताल बनाने में वित्तीय सहायता जैसी कई प्रमुख योजनाएं शामिल हैं। ये सभी पहल रिलायंस के व्यापक कारोबार की पहुंच को दर्शाती हैं, जिसने उन्हें लगभग 110 बिलियन डॉलर की संयुक्त संपत्ति दिलाई है।

TIME मैगज़ीन के अनुसार, अंबानी दंपती की परोपकारी पहल उतनी ही विविध और फैली हुई हैं, जितना उनका व्यावसायिक साम्राज्य। इसके अलावा, दोनों ने स्वास्थ्य सेवा की पहुंच को व्यापक बनाने और दृष्टिबाधित लोगों की सहायता में भी खास काम दिया है। उनकी दी हुई मदद शहरी और ग्रामीण भारत दोनों में व्यापक असर डाल रही है। नीता अंबानी खुद एक व्यवसायिक लीडर और खेलों की संरक्षक हैं। वे ही रिलायंस फाउंडेशन के खेल विकास कार्यक्रमों का नेतृत्व करती हैं। इसमें खिलाड़ियों की ट्रेनिंग और खेल ढांचे का निर्माण शामिल है। वह अपने बेटे आकाश अंबानी के साथ मुंबई इंडियंस आईपीएल टीम की सह-मालिक भी हैं और खास तौर पर महिला खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने पर जोर देती हैं।

  • – अज़ीम प्रेमजी को ‘टाइटन्स’ श्रेणी में सराहा गया।
  • – ज़ेरोधा के संस्थापक निखिल कामत को ‘ट्रेलब्लेज़र्स’ सूची में स्थान मिला।
  • – डेविड बेकहम को ‘परिवर्तन के दूत’ के रूप में मान्यता दी गई।
  • – माइकल ब्लूमबर्ग को 2024 के टॉप डोनर के रूप में पहचान मिली।
  • – ओप्रा विन्फ्रे की महिला शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की गई।
  • – मेलिंडा फ्रेंच गेट्स, जो महिलाओं, लड़कियों और परिवारों को सशक्त बनाने के प्रयासों के लिए जानी जाती हैं।
  • – वॉरेन बफेट को आधुनिक परोपकार पर उनके प्रभाव के लिए सम्मानित किया गया।

यह पहली बार है जब TIME ने परोपकार में किए गए योगदान को लेकर एक विशेष सूची जारी की है। इस पहल का नेतृत्व आयशा जावेद ने किया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह ज़रूरी है कि समुदायों को मदद देने वाले दाताओं और नेताओं की उदारता को पहचाना जाए। TIME मैगज़ीन ने कहा कि जैसे-जैसे वैश्विक संस्थाएं और सरकारें अपने लक्ष्यों से पीछे हट रही हैं, परोपकार उस खालीपन को भरने में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा, “हमने TIME100 की शुरुआत 21 साल पहले इस विश्वास के साथ की थी कि व्यक्ति दुनिया को बदल सकते हैं। हाल के वर्षों में हमने इस श्रृंखला को एआई, जलवायु, स्वास्थ्य और अब परोपकार जैसे क्षेत्रों तक विस्तारित किया है, जो हमारे भविष्य को आकार देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।”

ढाई दशक से पत्रकारिता में हैं। दैनिक भास्कर, नई दुनिया और जागरण में कई वर्षों तक काम किया। हर हफ्ते 'पहले दिन पहले शो' का अगर कोई रिकॉर्ड होता तो शायद इनके नाम होता। 2001 से अभी तक यह क्रम जारी है और विभिन्न प्लेटफॉर्म के लिए फिल्म समीक्षा...