Story Telling For Students
Story Telling For Students

Story Telling For Students: कहानी सुनना तो हर किसी को अच्छा लगता है। बचपन में दादी-नानी या माँ से सुनी कहानियाँ आज भी हमें याद आती हैं। इन्हीं कहानियों को बच्चों को पढ़ाने में इस्तेमाल किया जा सकता है। ये कहानियाँ किसी भी विषय की समझ को आसान बना सकती हैं। ख़ासतौर पर ऐसे बच्चे जो पढ़ने-बैठने में आना-कानी करते हैं उनके लिए तो ये कहानियाँ बहुत ही फ़ायदेमंद साबित हो सकती हैं। जानते हैं कैसे बच्चों की पढ़ाई को आसान बना सकती हैं ये कहानियाँ-

जटिल चीज़ों को आसान बनाना

अगर कोई कॉन्सेप्ट समझने मुश्किल हो तो ऐसे में कहानी के माध्यम से जब आप वो चीज़ बच्चों को समझायेंगे तो वो आसानी से उनके दिमाग़ में बैठ जाएगी। जैसे अगर आप फिजिक्स की काइनेटिक और पोटेंशियल एनर्जी की कॉन्सेप्ट को रोलर कोस्टर की कहानी की मदद से बतायेंगे तो वो आसानी से समझ जाएँगे।

मेमोरी बढ़ती है

जब बच्चे स्टोरी सुनकर किसी चीज़ को समझते हैं तो वो इसको हमेशा याद रखते हैं। स्टडीज़ में भी यह बात सामने आयी है कि कहानियों से बच्चों की याद रखने की क्षमता बढ़ती है। जैसे अगर इतिहास की कोई बात आप उन्हें किसी ऐतिहासिक आदमी के बारे में सुनाकर बतायेंगे तो वो इसको आसानी से याद रख पायेंगे।

बोरिंग विषय भी लगता है मज़ेदार

कुछ विषय बच्चों को बहुत बोरिंग लगते हैं और वो इन्हें पढ़ने से हमेशा बचना चाहते हैं। अगर ऐसा है तो उस विषय को कहानी के माध्यम से पढ़ायें। देखना कितनी आसानी से इसी बोर लगने वाले विषय में उनका मन लगेगा।

भनात्मक ज्ञान बढ़ता है

जब किसी कठिन कॉन्सेप्ट को स्टोरी के माध्यम से बच्चों को बताया जाता है तो वो उससे भावनात्मक रूप से जुड़ाव भी महसूस करते हैं। जैसे अगर उन्हें गणित की कोई कॉन्सेप्ट घर के बजट बनाने की कहानी के माध्यम से समझायें तो इसको समझना उन्हें आसान लगेगा।

सहभागिता बढ़ती है

जब बच्चों को टीचर कहानी के द्वारा कोई बात समझाने का प्रयास करती है तो इससे बच्चे उसमें ख़ुद को जोड़ते हैं। जैसे टीचर जब कहानी के बीच में बच्चों से पूछे की अगर आप इस जगह होते तो क्या करते तो इससे बच्चे अपने विचार बताते हैं और सभी की सहभागिता बढ़ती है।

 Religious Stories for Kids
Religious Stories for Kids Credit: Istock

विषयों को जोड़ती है

कहानी के माध्यम से बच्चों की सिर्फ़ एक विषय नहीं बल्कि एक विषय का दूसरे विषयों से जोड़कर देखने की समझ भी बढ़ती है। जैसे जब आप अंतरिक्ष के बारे में कोई कहानी सुनाते हैं तो उसको बच्चा विज्ञान, भूगोल, गणित, राजनीति विज्ञान से जोड़कर देख सकता है।

इमेजिनेशन बढ़ता है

कहानियों के माध्यम से जब बच्चे किसी कॉन्सेप्ट को समझते हैं तो इससे उनके सोचने का दायरा बढ़ता है। उनकी कल्पनासीलता बढ़ती है। वो गहरे तरीक़े से किसी भी विषय के टॉपिक को समझ पाते हैं। जैसे वाटर साइकिल की कॉन्सेप्ट को जब आप एक पानी के मॉलिक्यूल की जीवन यात्रा को कहानी के माध्यम से बच्चों को बताते हैं तो उनकी क्रिएटिविटी और इमेजिनेशन बढ़ती है।

पढ़ाई से होता है प्यार

जब आप बच्चों को कहानियों के माध्यम से पढ़ाते हैं तो उनका पढ़ाई में मन ही नहीं लगता बल्कि पढ़ाई से प्यार होने लगता है। अगर आप ज्योमेट्री की पढ़ाई बच्चों को पिरामिड की कहानी सुनाकर बतायेंगे तो वो उसमें खूब रुचि लेंगे। यहाँ तक की इससे आर्किटेक्चर से उन्हें हमेशा के लिए प्यार हो जाएगा।

तो, आप भी बच्चों को पढ़ाने के लिए स्टोरी टेलिंग का तरीक़ा अपनाकर ज़रूर देखें।

अभिलाषा सक्सेना चक्रवर्ती पिछले 15 वर्षों से प्रिंट और डिजिटल मीडिया में सक्रिय हैं। हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में दक्षता रखने वाली अभिलाषा ने करियर की शुरुआत हिंदुस्तान टाइम्स, भोपाल से की थी। डीएनए, नईदुनिया, फर्स्ट इंडिया,...