Hindu Holy Tree: हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की तरह ही पेड़-पौधों की पूजा का भी महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार पेड़-पौधों में देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए सनातन धर्म में कई पेड़-पौधों का महत्व देवता तुल्य है और सदियों से इन पेड़-पौधों की पूजा की जा रही है। आज भी लोग श्रद्धानुसार इन पेड़-पौधों की पूजा करते हैं। वृक्षों की पूजा करने का महत्व केवल धार्मिक न होकर प्राकृतिक भी है। पेड़-पौधों की पूजा करने का मूल कारण प्रकृति का संरक्षण और पर्यावरण की रक्षा भी है। हिंदू धर्म में पूजनीय इन पेड़-पौधों में कई गुण भी पाए जाते हैं जोकि पर्यावरण और मनुष्य के लिए उपयोगी है।
आमतौर पर अधिकतर घरों में तुलसी का पौधा होता है और नियमित रूप से इसकी पूजा की जाती है। लेकिन तुलसी के साथ ही कई अन्य पेड़-पौधे भी होते हैं, जिन्हें पूजनीय माना गया है। इन पेड-पौधों का संबंध देवी-देवता और ग्रह-नक्षत्रों से होता है। सनातन धर्म में तो नक्षत्र वाटिका का भी विधान है। नक्षत्र वाटिका में 27 नक्षत्रों के अनुसार विभिन्न पेड़-पौधों होते हैं, जिन्हें लगाने से नक्षत्रों से शुभ फल मिलते हैं और नक्षत्र दोष दूर होता है। आइये जानते हैं तुलसी के साथ हिंदू धर्म में किन पेड़-पौधों को माना जाता है शुभ।
आखिर क्यों इन पेड़-पौधों को माना जाता है शुभ जानें
तुलसी: तुलसी का पौधा सभी हिंदू घरों में पाया जाता है। तुलसी का एक नाम विष्णुप्रिया भी है। क्योंकि तुलसी भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। मान्यता है कि जिस घर पर तुलसी का हरा-भरा पौधा होता है वहां दुख, द्वेष और कष्ट नहीं होते। इसलिए घर पर तुलसी का पौधा जरूर लगाएं और नियमित रूप से तुलसी में जल देकर पूजा करें और संध्या में दीप जलाएं।

पीपल: भगवान श्रीष्ण गीता के में कहते हैं- ‘हे पार्थ वृक्षों में मैं पीपल हूं’। पीपल वृक्ष की पूजा करने से गुरु और शनि ग्रह शांत होते हैं। साथ ही पीपल मे जल देकर यदि परिक्रमा की जाए तो कालसर्प दोष दूर होता है।

बरगद: ‘मूलत: ब्रह्म रूपाय मध्यतो विष्णु रुपिण:। अग्रत: शिव रूपाय अश्वत्त्थाय नमो नम:।।’ पुराणों में वर्णित इस श्लोक का अर्थ है कि इसके मूल में ब्रह्म, मध्य में विष्णु और अग्रभाग में शिव का वास है। इसलिए अश्वत्त्थ वृक्ष को नमन करते हैं। बता दें कि बरगद वृक्ष का एक नाम अश्वत्त्थ है। ‘तहं पुनि संभु समुझिपन आसन। बैठ वटतर, करि कमलासन।।’ इस श्लोक के अनुसार कई सद्गुण साधकों, ऋषियों और देवताओं को वटवृक्ष में विष्णु के दर्शन किए। हिंदू धर्म के साथ ही बौद्ध धर्म में इस वृक्ष का महत्व है। इसी वृक्ष के नीचे ध्यान करते हुए गौतम बुद्ध को आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। हिंदू धर्म के खास पर्व वट सावित्री में महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए बरगद वृक्ष की पूजा करती हैं।

आंवला: आंवले के पेड़ को भी पवित्र माना जाता है। आंवला भगवान विष्णु का सबसे प्रिय फल माना जाता है। आंवला वृक्ष की पूजा करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। मान्यता है आवंला वृक्ष की पूजा और परिक्रमा से मनोकामना पूरी होती है।

ये पेड़ पौधों को भी माना जाता है आस्था का प्रतीक
हिंदू धर्म में तुलसी, पीपल बरगद आदि के साथ ही केला, शमी, बेल, आम, नीम, नारियल और अशोक आदि जैसे वृक्षों का आस्था का प्रतीक माना जाता है।
