धनु राशि वालों के लिए यह साल2018 कुछ ढीला रहेगा। धनु राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव वर्ष पर्यन्त रहेगा। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव रहेगा। पेट दर्द, गैस, अपच, पाचनतंत्र के रोग व कमर के नीचे के हिस्से में इस साल परेशानी रह सकती है। राशि का स्वामी 11 अक्टूबर तक लाभ स्थान अर्थात् एकादश स्थान में रहेंगे। अत: आर्थिक कार्यक्षमता में इजाफा होगा। इस वर्ष आपके घरेलू व रोजमर्रा के उपयोग की कोई वस्तु आप खरीद सकते हैं। व्यापार में कई महत्त्वपूर्ण निर्णय होंगे, जिससे दबंग व साहसी व्यक्ति के रूप में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भागीदार व पार्टनर की गतिविधियों व हरकतों पर नजर रखें। विश्वास में आपके साथ विश्वासघात हो सकता है। मसालेदार व गरिष्ठ खाने से परहेज करें, काम-काज का दबाव कुछ अधिक रहेगा। काम की भागदौड़ में आपका स्वास्थ्य कमजोर पड़ सकता है। रक्तचाप मधुमेह जैसी बिमारियां इस वर्ष आपको तकलीफ दे सकती हैं। पथ्य-अपथ्य का जरूर ध्यान रखें। व्यापार में योजनाएं इस साल खराब हो सकती हैं, जिस कारण उत्पादन व्यापार प्रभावित नौकरी में रोज-रोज की खिटपिट आप परेशान हो जाएंगे और नई संभावनाओं की तलाश करेंगे। लक्ष्यों को पूरा करने का दबाव इतना रहेगा कि आपको परिवार के लिए भी फुर्सत नहीं मिलेगी। परिवार लोगों के बीच में कम्यूनिकेशन गैप बढ़ेगा।

अप्रैल से सितम्बर के मध्य शनि आपकी राशि में वक्र स्थिति में चलायमान अत: इस दरम्यान पति-पत्नी में वैचारिक मतभेद होंगे, आपसी तारतम्यता का अभाव रहेगा। पिता-पुत्र के विचारों में भी काफी अंतर रहेगा। संतान की शिक्षा, अध्ययन रोजगार आपकी चिंता के केंद्र में होंगे। अपने अनुचित व दो नम्बरों के कार्यों को फिलहाल विराम लगाएं, आप राजकीय मुसीबत का शिकार बन सकते हैं। आमदनी अठन्नी व खर्चा रुपया वाली स्थिति रहेगी। पैसा आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा। किसी नजदीकी रिश्तेदार को आप अपने शत्रु के साथ देखकर उस रिश्तेदार से खिन्न हो उठेंगे। इस साल व्यापार व काम-काज की बिगड़ी दशा को पटरी पर लाने के लिए आपको कई पापड़ बेलने पड़ सकते हैं। ससुराल वालों से रिश्तों में मधुरता नहीं रहेगी। इस वर्ष बेशक आय बढ़ाना आपके हाथ में नहीं है, परंतु खर्चों में कटौती करके आप अपनी आर्थिक व्यवस्था को संतुलित व संयमित कर सकते हैं। नौकरी में पूरी ईमानदारी व कर्त्तव्यनिष्ठा से अपने कार्यों को अंजाम देंगे। लापरवाही के परिणाम घातक हो सकते हैं। इस वर्ष व्यापार के लिए तथा अपने बढ़े हुए खर्चों को चलाने के लिए ऋण लेना पड़ सकता है। इस वर्ष बृहस्पति एकादश स्थान में है। अत: ज्योतिष, धर्म, मंत्र, तंत्र व अध्यात्म में आपकी रुचि रह सकती है तथा आप इससे सम्बन्धित साहित्य का अध्ययन भी करेंगे। विद्यार्थियों के लिए यह शुभ फलों को देने वाला रहेगा। विद्यार्थी एकाग्रचित्त हो जाएंगे। लक्ष्य पर पैनी नजर आपकी सफलता की सीढ़ी बनेगी। कोई झूठा आरोप या कलंक आप पर लग सकता है। शत्रु व विरोधी हावी होंगे, आपके विरुद्ध कोई गुप्त योजना कारित कर सकते हैं। नौकरी में साम, दाम, दण्ड, भेद सारी नीतियां काम में लेनी पड़ेंगी। रिश्तेदार व मित्रों से आप ज्यादा सहयोग की अपेक्षा नहीं करें। यात्राओं पर जोर रहेगा। यात्राओं में स्वास्थ्य भी गड़बड़ हो सकता है। बुरी आदतें व बुरी सोहबत को त्याग लें। उदारवादी दृष्टिकोण व कोमल स्वभाव का लोग नाजायज फायदा उठा सकते हैं। इस वर्ष लोग आपकी काबिलियत व योग्यता का लोहा मानेंगे।
शारीरिक सुख एवं स्वास्थ्य
स्वास्थ्य की दृष्टि से यह साल कुछ परेशानी भरा है, इस वर्ष शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव है। बुरी आदतें, बुरी सोहबत को छोड़ दें, अन्यथा आप गम्भीर बीमारी को निमन्त्रित करेंगे। मौसमी व अल्पकालिक बिमारियों से वर्ष पर्यन्त तकलीफें चलती रहेंगी। स्त्रियों को स्त्रीजन्य रोगों से परेशानी रहेगी। घर के किसी वरिष्ठ सदस्य के स्वास्थ्य को लेकर काफी उतार-चढ़ाव रहेंगे, जिसके चलते आपको बार-बार अस्पताल जाना पड़ सकता है। खान-पान व दिनचर्या को व्यवस्थित रखें। संतान के स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखें। योग, ध्यान, घूमने-फिरने व शारीरिक
व्यायाम जैसी चीजों को दिनचर्या का हिस्सा बना लें।
व्यापार, व्यवसाय व धन
काम-काज व व्यापार के लिहाज से यह वर्ष कोई खास अच्छा नहीं रहेगा। मंदी और महंगाई की दोहरी मार से आप परेशान रहेंगे, वहीं दूसरी ओर सरकार का कोई निर्णय भी आपकी परेशानी व मुसीबत को और अधिक बढ़ा देगा। काम-काज में आप मेहनत व परिश्रम तो खूब करेंगे, परंतु परिणाम इतना लाभप्रद नहीं आएगा। काम-काज में नए-नए तरीके, तकनीक को आप खोजेंगे, उस तकनीक का आप अपने व्यापार व काम में इस्तेमाल करेंगे, जिससे आपका मुनाफा तो बढ़ेगा ही, उससे नए-नए ग्राहक जरूर आपसे जुड़ेंगे। मार्केटिंग के लिए एक सेट रणनीति बनाकर आप उस रणनीति पर काम करेंगे। शेयर्स, सट्टे, लॉटरी, जुआ आदि में निवेश नहीं करें। शत्रु व विरोधी आपको नुकसान पहुंचाने की चेष्टा कर सकते हैं। व्यापार के गोपनीय रहस्यों को हर किसी के सामने उजागर नहीं करें। कुछ बातें गोपनीय रखें। आर्थिक क्षेत्र में व्यस्तता रहेगी। कारोबार में ध्यान देने पर भी स्थिति नियंत्रण में नहीं आ पाएगी। मैनेजर या कर्मचारी कोई घोटाला या घपला कर सकते हैं। सावधानी व सतर्कता आवश्यक है। काम की गुणवत्ता पर ध्यान दें। इस वर्ष बड़े-बड़े लोगों से आपके सम्पर्क बनेंगे। हालांकि उन सम्पर्कों से ज्यादा लाभ तो हासिल नहीं होगा, परंतु आपके आत्मविश्वास को जरूर बढ़ाएंगे। इंटरव्यू, साक्षात्कार में यही आत्मविश्वास आपको विजयश्री दिलाने में सहायक सिद्ध होगा। नौकरी में बॉस व अधिकारी ज्यादा प्रसन्न तो नहीं रहेंगे, क्योंकि चमचागिरी व चाटुकारिता आपके स्वभाव में नहीं है। इस वर्ष अप्रैल से सितम्बर के मध्य शनि के वक्र काल में आय व आमदनी के अतिरिक्त स्रोत बढ़ाने पर विचार करेंगे। इनकम टैक्स, सेल्स टैक्स, सर्विस टैक्स , कस्टम आदि अन्य टैक्स से सम्बन्धित समस्या पेश आ सकती है। व्यापार के लिए कर्ज लेना पड़ सकता है।
घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार
पारिवारिक सुख-शांति के लिए यह वर्ष मध्यम फलकारी है। घर-परिवार में इस वर्ष आपकी व्यस्तता रहेगी। पति-पत्नी से भरपूर सहयोग मिलेगा। भाइयों से छोटी-छोटी बातों पर विवाद होगा, जिससे पारिवारिक चिंता रहेगी। रिश्तेदार इस साल कुछ भी काम नहीं आएंगे। संतान को लेकर चली आ रही चिंता समाप्त हो जाएगी। परिवार सभी सदस्यों की छोटी-छोटी जरूरतों बातों का आप ध्यान घर के बड़े-बुजुर्गों स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे। घर में किसी शुभ प्रसंग या मांगलिक कार्यक्रम की रूपरेखा बन सकती है। घर में अक्टूबर के पश्चात् किसी शुभ या मांगलिक आयोजन की रूपरेखा बनेगी। पिता-पुत्र में हल्की-फुल्की नोंक-झोंक हो सकती है। व्यावसायिक अनुबंध होंगे। प्रेम सम्बन्धों के उजागर होने का दुष्प्रभाव परिवार पर पड़ेगा। आपकी बदनामी, अपयश व कलंक हो, योग बनता है। सचेत रहें। आपका व्यापार इस साल सबके प्रति शालीन ही रहेगा।
विद्याध्ययन, पढ़ाई व कॅरियर
कैरियर में संघर्ष रहेगा, परंतु संघर्ष के पश्चात्स फलता के योग वर्ष कुण्डली में बनते हैं। अल्प प्रयासों से ही आपको सफलता मिल जाएगी। इस वर्ष 11 अक्टूबर तक देवगुरु बृहस्पति लाभ स्थान में रहेंगे, अत: विद्यार्थियों को ज्यादा मेहनत करने की आवश्यकता रहेगी। कैरियर में बॉस से नाराजगी रह सकती है। काम-काज व नौकरी में अतिरिक्त काम का दबाव हावी रहेगा। इस दबाव के चलते पारिवारिक जीवन पर भी इसका असर दिखाई देगा। नौकरी में आप समुचित अवसरों को तलाशने का काम देख सकते हैं। प्रोफैशनलकोर्सेज, बी-टेक, एम-बी-ए-, एम-बी-बी-एस-, बी-सी-ए- आदि में तैयारी कर रहे जातकों पर कई बार हताशा हावी रह सकती है। प्रेम-प्रसंगों से दूरी बनाकर रखें। लक्ष्य को अपनी आंखों से ओझल नहीं होने दें।
प्रेम-प्रसंग व मित्र
इस वर्ष प्रेम प्रसंग व सम्बन्धों के प्रस्ताव आपको खूब मिलेंगे। कई बार प्रेमी-प्रेमिका में गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं। दायरे व मर्यादा के अन्तर्गत किया गया प्रेम सम्बन्ध आपके व्यक्तित्व व चरित्र को ऊंचाइयां प्रदान करेगा। प्रेम-समर्पण व त्याग का दूसरा नाम है, अत: इस वर्ष आपको समर्पण व त्याग दोनों ही कसौटियों से गुजरना पड़ेगा। किसी जरूरतमंद मित्र की तरफ आप सहायता का हाथ बढ़ाएंगे।
वाहन खर्च व शुभ कार्य
वाहन बार-बार इस वर्ष आपको परेशान करेगा। खर्चा करने के बावजूद भी वाहन की परेशानी का समाधान नहीं निकलेगा। अप्रैल से सितम्बर के मध्य वाहन से कोई दुर्घटना घट सकती है, अथवा वाहन आपको रास्ते में खड़ा कर सकता है। इस वर्ष व्यर्थ के कार्यों में खर्चा होगा। जहां तक शुभ कार्य का प्रश्न है, इस वर्ष किसी शुभ कार्य की स्थिति दिखाई नहीं पड़ रही है। हालांकि वर्ष के पूर्वार्द्ध में जून से पूर्व आप किसी घनिष्ठ रिश्तेदार या मित्र के यहां विवाह, सगाई, गृह-प्रवेश आदि में शरीक हो सकते हैं, लेकिन फिलहाल आपके यहां शुभ कार्य की स्थितियां व ग्रह योग नहीं हैं।
हानि, कर्ज व अनहोनी
व्यापार में इस वर्ष हानि के योग हैं। नौकर, कर्मचारी व भागीदार जहां पर भी आपने आंख मूंद कर भरोसा किया, वही व्यक्ति आपको धोखा देगा, विश्वासघात करेगा। अत: इन लोगों पर पैनी नजर रखें। व्यापार को चलाने व अपनी जरूरतों के लिए आपको कर्ज लेना पड़ सकता है। वाहन, भूमि, भूखण्ड आदि के लिए भी ऋण ले सकते हैं, जो बाद में किश्तों के माध्यम से चुकता हो जाएगा। घर के किसी बड़े या बुजुर्ग व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी या अप्रिय घटना घटित हो सकती है। वाहन सावधानी से चलाएं, वाहन चलाते समय लापरवाही घातक हो सकती है। यातायात नियमों की अनुपालना करें।
यात्राएं
इस वर्ष यात्राओं पर तो आपका काफी जोर रहेगा, परंतु यात्राएं कोई खास उपलब्धिदायक नहीं रहेंगी। व्यापार व कामकाज की बेहतरी के लिए आप यात्राएं करेंगे। धन व समय दोनों ही नष्ट होंगे। यात्रओं में स्वास्थ्य का ध्यान रखें, ज्यादा भारी या गरिष्ठ खाने से बचें।
उपायवर्ष की शुभता बढ़ाने के लिए अपने गुरुदेव का स्मरण व पूजा करें। कोई भी नया व महत्त्वपूर्ण काम करने से पूर्व गुरुदेव का स्मरण करें। शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव में आपकी राशि है। अत: ‘शनि मुद्रिका’ मध्यमा अंगुली में धारण करें। रविवार व मंगलवार के अलावा नित्य व नियमित रूप से पीपल को सींचें।
