कालाष्टमी हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान शिव के रूद्र रूप काल भैरव की पूजा की जा जाती है। 8 अप्रैल 2018 को अष्टमी रविवार को पड़ने के कारण इस दिन कुछ विशेष योग बन रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस कालाष्टमी शनि, चन्द्र और मंगल एक साथ धनु राशि में प्रवेश करेंगे। साथ ही इस दिन सुख-सम्पत्ति का सूचक ग्रह शुक्र मेष राशि में और बृहस्पति तुला राशि में रहेंगे। अगर इस शुभ संयोग में कुछ खास उपाय किए जाएं तो कई तरह की परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है।
करें ये 5 प्रभावशाली उपाय
- कालाष्टमी की रात को उड़द के आटे की मीठी रोटी बनाकर उस पर तेल लगाएं। उसके बाद किसी काले कुत्ते को खिलाएं। इससे आपको कालभैरव की असीम कृपा मिलेगी और धन लाभ के योग बनेंगे।
- इस रात को सवा सौ ग्राम साबुत काली उड़द काल भैरव को चढ़ाएं। पूजा के बाद उन्हें अर्पित की गई काली उड़द की दाल में से 11 दानें निकाल लें। अब इन 11 उड़द के दानों को अपने वर्किंग प्लेस पर रखें। ऐसा करने से नौकरी-व्यापर में वृद्धि के काफी चान्सेस बढ़ जाते हैं।
- कालाष्टमी को शाम के समय लाल फूल, लाल मिठाई, साबुत उड़द भगवान कालभैरव को अर्पण करें। फिर प्रसाद के रूप में मिठाई को घर के सभी सदस्यों में बांटें। ऐसा करने से घर में लक्ष्मी का वास होता है और घर-परिवार में सामंजस्य बना रहता है।
- कालाष्टमी को काल भैरव की पूजा करने से स्वयं भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इससे नेगेटिव एनर्जी और बीमारियां दूर होती हैं और सभी इच्छाओं की पूर्ति होती हैं।
- यदि घर में अक्सर पैसों की किल्लत बनी रहती है या परिवार के सदस्यों के बीच क्लेश रहता है तो इस दिन भैरव बाबा को मौली अर्पित करें। फिर पूजा के बाद इस मौली को घर के मेन गेट पर बांधें। ऐसा करने से घर में किसी भी प्रकार की बुरी ऊर्जा का प्रवेश नहीं होगा और परिवार में खुशी बनी रहेगी।
