मनाली पर्यटन के लिहाज़ से क्यों है ख़ास, तीन दिन में करें एक्सप्लोर: 3 Days in Manali
3 Days in Manali

मनाली हमेशा से ही पर्यटन के नक़्शे पर सबसे ऊपर रही है

इस जगह पर हर साल लाखों की संख्या में सैलानी आते और इस जगह को एक्सप्लोर करते हैं, यहाँ के पर्यटन स्थलों पर घूमते हैं, पर्यटन सम्बंधित गतिविधियों का हिस्सा बनाते हैं।

3 Days in Manali: मनाली शुरू से ही घूमने टहलने वालों की पहली पसंद रही है। यही वजह है कि यह हमेशा से ही पर्यटन के नक़्शे पर सबसे ऊपर रही है। इस जगह पर हर साल लाखों की संख्या में सैलानी आते और इस जगह को एक्सप्लोर करते हैं, यहाँ के पर्यटन स्थलों पर घूमते हैं, पर्यटन सम्बंधित गतिविधियों का हिस्सा बनाते हैं, नए-नए होमस्टे और कैफ़े कल्चर को बहुत ही अच्छी तरह से एंजोय करते हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए तो यह मानोकी स्वर्ग है। बर्फ़ से भरा रोहतांग पास और उसके चारों ओर बहने वाले गर्म पानी के झरने, चाँदी से चमते बर्फ से ढके पहाड़, नदी घाटियां, थीम कैफे और शांत वातावरण। इस जगह की हर चीज़ हमारे अंदर रूमानियत पैदा करती है। 

मनाली क्यों है ख़ास?

3 Days in Manali
3 Days in Manali-Why is Manali special?

मनाली के सौंदर्य में वह सबकुछ शामिल है जोकि एक पर्यटक को चाहिए। नदी, पहाड़, झरने, जीव- जंतु, प्राकृतिक और जैव विविधताएँ। ऐसे में इस जगह पर आने वाले पर्यटकों को वह सबकुछ बहुत ही आसानी से मिल जाता है जो उन्हें चाहिए होता है। मनाली को सबसे ज़्यादा ख़ास बनाती है। इस जगह पर हर तरह के पर्यटकों के लिए कुछ ना कुछ है, जिसकी वजह से यही देशी-विदेशी दोनों ही तरह के सैलानियों के लिए सबसे अनुकूल जगह बन जाती है। इस जगह पर लोग साहसिक खेल खेलने, छुट्टी एंजॉय करने और हनीमून मानने के लिए आते हैं। यह शहर हिप्पी और बैकपैकर को अपनी ओर खींचता है। 

मनाली यात्रा के दौरान आप इन जगहों पर घूमने के लिए जा सकते हैं। 

पहला दिन- धार्मिक स्थल घूमें 

visit religious places
3 Days in Manali-visit religious places

हिडिम्बा मंदिर मनाली के सबसे दर्शनीय स्थलों में गिना जाता है। लकड़ी और पत्थरों से बना यह मंदिर बहुत ही प्राचीन है और भीम की पत्नी हिडिम्बा को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण 1553 में किया गया था। इस मंदिर को देखने और देवी हिडिम्बा के दर्शन के लिए देश के कोने कोने से लोग आते हैं। यह मंदिर काफ़ी आकर्षक और आसपास के लोगों के लिए श्रद्धा का एक बहुत बड़ा केंद्र है। इसी क्रम में आप मणिकरण और वशिष्ट गुफा को भी देखने जा सकते हैं। 

दूसरा दिन- रोहतांग पास जाएँ 

rohtang
go to rohtang pass

रोहतांग पास को लेकर सैलानियों में बहुत तेज़ी से क्रेज़ बाधा है। ख़ासकर, अटल टनल के बन जाने के बाद से पर्यटकों की आवाजाही तेज़ हुई है। यह दर्रा बहुत ही ख़ूबसूरत है। इस जगह से कई ग्लेशियर और हिमालय की ख़ूबसूरत चोटियों का नज़ारा लिया जा सकता है। इस जगह से बर्फ़ से जमी हुई नदी का खूबसूरत दृश्य दिखाई देता है। रोहतांग पास ख़ूबसूरत पर्यटन स्थल के साथ लाहौल, स्पीति, पांगी और लेह जाने का प्रवेशद्वार भी है। 

तीसरे दिन – सोलंग घाटी देखें 

View Solang Valley
3 Days in Manali-View Solang Valley

मनाली शहर से कुछ ही किमी की दूरी पर स्थित सोलंग घाटी पर्यटकों की सबसे पसंदीदा जगह मानी जाती है। इस जगह को सबसे ज़्यादा स्कीइंग के लिए जाना जाता है। सोलंग घाटी की भौगोलिक स्थिति इसे बहुत ही ख़ास बनाती है। ब्यास नदी और सोलंग गांव के बीच में होने के कारण इस जगह से बर्फ से ढके पहाड़ों को देखा जा सकता है। पैराग्लाइडिंग किया जा सकता है। माउंटेन बाइकिंग और घुड़सवारी जैसी गतिविधियों का मज़ा लिया जा सकता है। 

शाम के समय आप नेचर वॉक, मनाली के खानपान और कैफ़े कल्चर का भी आनंद ले सकते हैं। 

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...