Garuda Puran: सनातन संस्कृति के महान ऋषियों ने कई धर्मग्रंथों और पुराणों की रचना की थी। इन धर्म ग्रंथों और पुराणों में उल्लेखित ज्ञान को अपनाकर हम भी अपने जीवन को सुखी और संतुष्ट बना सकते हैं। हिंदू संस्कृति के 18 पुराणों में से एक है गरुड़ पुराण। गरुड़ पुराण में वर्णित ज्ञान भगवान विष्णु की ईश्वरीय वाणी है। गरुड़ पुराण में हमारे जीवन से जुड़ी ऐसी अनेकों बातों का वर्णन मिलता है जिन्हें जानकर हम सभी अपने जीवन में संतुलन बनाए रख सकते है। गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु ने जीवन मंत्र, जन्म मरण, नीतिशास्त्र और धर्म के मार्ग से जुड़ी अनेकों बातों का ज्ञान दिया है। हर इंसान गरुड़ पुराण की बातों को अपनाकर अपने जीवन को सुखी बना सकता है। आइए जानते हैं कि गरुड़ पुराण की ऐसी कौन बातें है जिन्हें अपनाकर हम उन्नति प्राप्त कर सकते हैं और अपना जीवन सफल बना सकते हैं।
सुखी जीवन के लिए इन बातों का रखें ध्यान

पंडित इंद्रमणि घनस्याल के अनुसार, गरुड़ पुराण में बताया गया है कि व्यक्ति को कभी भी अपने ज्ञान का घमंड नहीं करना चाहिए। इससे माता सरस्वती क्रोधित होती हैं और व्यक्ति से उसका ज्ञान और हुनर छीन लेती हैं। शास्त्रों में भी बताया गया है कि ज्ञान बांटने से बढ़ता है। अगर किसी व्यक्ति को किसी विषय का ज्ञान प्राप्त है तो उस ज्ञान को सभी के साथ बांटना, चाहिए ताकि सभी लोग उस ज्ञान से लाभ प्राप्त कर सकें। ऐसा करने से ज्ञान की देवी माता सरस्वती का आशीर्वाद मिलता है। व्यक्ति अपने कार्य क्षेत्र में ख्याति प्राप्त करता है। बुरे आचरण वाले लोगों के साथ कभी भी मित्रता नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करने से हमारे ही मान सम्मान में कमी आती है। साथ ही बुरी संगति के कारण हमारा व्यवहार भी खराब होने लगता है।
गरुड़ पुराण के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति का जन्म किसी न किसी खास उद्देश्य के लिए हुआ है। इसलिए व्यक्ति को हमेशा अच्छे काम करते रहना चाहिए और प्रभु भक्ति करनी चाहिए। अपना जीवन यापन करने के लिए व्यक्ति को मेहनत से धन कमाना चाहिए। चोरी के धन या किसी से छीने हुए धन से अपना जीवनयापन करने वाले व्यक्ति नरक के भोगी होते हैं। जो व्यक्ति मेहनत करता है उसे अपने भविष्य में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। यदि किसी कारणवश हम कठोर मेहनत के बाद भी किसी कार्य में सफल नही हो रहें है तो हमें हार न मानकर फिर से कोशिश करनी चाहिए।
भगवान की कृपा पाने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार गरीबों को भोजन, वस्त्र या अन्य वस्तुओं का दान करना चाहिए। ब्रह्ममुहुर्त में उठकर स्नान कर के भगवान का स्मरण करने वाले व्यक्ति के जीवन से सभी तरह के दुःख, रोग, पीड़ा और शोक दूर हो जाते हैं। गरुड़ पुराण के अनुसार, अपने से बड़ों का हमेशा सम्मान करना चाहिए। जो व्यक्ति भगवान का अपमान करता है। किसी गरीब व्यक्ति की आत्मा को कष्ट पहुंचता है। मृत्यु के बाद ऐसे व्यक्तियों को नरक में तरह तरह के कठोर दण्ड देने का नियम है।
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