Why should not wear the clothes of a dead person
Why should not wear the clothes of a dead person

हिंदू धर्म में एक व्यक्ति की मृत्यु के बाद कई नियमों का पालन किया जाता है। एक इंसान की मृत्यु और उसके जन्म को ही संसार का असली सत्य माना गया है। बहुत से परिवारों में अपने घर के किसी सदस्य की मृत्यु के बाद उसकी चीजों को संभालकर रखा जाता है। वहीं कई लोग घर के सदस्य की मृत्यु के बाद उससे जुड़ी सभी चीजों को दान कर देते हैं।

यह भी देखें-कूल नाइटलाइफ का लेना चाहते हैं मजा तो इन 6 शहरों को करें एक्‍सप्‍लोर: Nightlife Ideas

आपको बता दें कि किसी भी मृत व्यक्ति के कपड़ों को दान करने के पीछे कई धार्मिक व वैज्ञानिक कारण होते हैं। धार्मिक पुराणों का मानें तो किसी भी मरे हुए व्यक्ति के कपड़ों को नहीं पहनाना चाहिए। हिंदू मान्यताओं में इन्हें दान करने की परंपरा है। आइए आज आपको बताते हैं कि आखिर क्यों किसी मृत व्यक्ति के कपड़ों को नहीं पहनाना चाहिए।

क्या कहता है गरुड़ पुराण

What does Garuda Purana say
What does Garuda Purana say

हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण का बहुत अधिक महत्व है। इस पुराण में एक इंसान की मृत्यु के पश्चात घटने वाली घटनाओं और नियमों का जिक्र मिलता है। गरुड़ पुराण के अनुसार किसी इंसान की मौत के पश्चात उसके कपड़ों को प्रयोग नहीं करना चाहिए।

दरअसल मान्यता है कि जिस प्रकार जिंदा रहने पर उस व्यक्ति को अपनी चाजों से जितना लगाव होता है, उसी तरह मरने के बाद भी उसकी आत्मा अपनी चीजों से जुड़ी रहती है। कपड़ों को लेकर खासकर कहा जाता है, इससे मृत्यु के बाद भी आत्मा को लगाव रहता है।

ऐसा कहा जाता है कि किसी भी मृत व्यक्ति के कपड़े पहनने से जीवआत्मा कपड़े धारण करने वाले व्यक्ति की ओर आकर्षित हो सकती है। इससे उस व्यक्ति को एक अलग तरह की ऊर्जा का अहसास होता है।

भौतिक संसार से मोह

attachment to the material world
attachment to the material world

अगर गरुड़ पुराण की मानें तो मृत्यु के बाद भी व्यक्ति की आत्मा अपने भौतिक संसार से मोह नहीं छोड़ पाती और वो अपने परिवार के साथ ही रहना चाहती है। ऐसी भी मान्यताएं हैं कि मृतक की चीजों को दान करने से उसकी आत्मा को मोक्ष मिलता है। इस गलती से आत्मा की यात्रा बाधित हो सकती है।

मनोवैज्ञानिक कारण

मनोवैज्ञानिक तथ्य कहते हैं कि मृत्यु के पश्चात किसी के कपड़ों और सामान को अपने आसपास रखने से आप हमेशा उनकी यादों में दुखी रह सकते हैं। इससे आपका मानसिक तनाव बढ़ सकता है। उनकी यादों से आप डिप्रेशन का भी शिकार हो सकते हैं। ऐसे में मृतक की सभी चीजों को दान करना बेहतर है।

क्या कहता है विज्ञान

what does science say
what does science say

वैज्ञानिक दृष्टि से भी मृत व्यक्ति से जुड़ी चीजों को अपने साथ रखना सही नहीं माना गया है। अक्सर लोग अपने मृत परिजनों की याद में उनका कोई सामान संभालकर रखने लगते हैं। बहुत से लोग मृतक के कपड़ों को पहन लेते हैं। इससे आप मानसिक और शारीरिक रूप से बीमार हो सकते हैं। इससे मानसिक संतुलन भी बिगड़ने की संभावना रहती है।

इन तथ्यों से आपको समझ आ गया होगा कि किसी भी मृत व्यक्ति के कपड़े आखिर क्यों नहीं पहनने चाहिए। इन बातों का हर व्यक्ति को खास ख्याल रखना चाहिए। ये शास्त्रों और विज्ञान दोनों ही पहलूओं से गलत है।