इस खूबसूरत नज़ारे को देखने के लिए लोग इसके पास नहीं पहुंच पा रहे हैं। दरअसल, इस चट्टान का सांस्कृतिक महत्व है और साल 2019 में इसे पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था। विशेषज्ञ बताते हैं कि 3.6 किमी लंबी और 1.9 किमी चौडाई वाली इस चट्टान का निर्माण 60 करोड़ साल पहले हुआ था। उलूरू राक युनेस्को धरोहर में शामिल हैं।
