जैसलमेर से करीब 18 किलोमीटर दूर कुलधरा गांव एक समय हॉन्टेड विलेज के लिए जाना जाता था, लेकिन अब इस गांव में टूरिस्टों की चहल पहल रहती है। हालांकि दिन ढलने के बाद आज भी यहां कोई नहीं रुकता। करीब 200 साल पहले कुलधरा समेत 84 गांवों में रहने वाले पालीवाल ब्राह्मणों ने रातों रात गांव खाली कर दिए थे।
