पहले परिवार के सभी सदस्य एक ही छत के नीचे रहना पसंद करते थे, जबकि अब सबकी अपनी-अपनी निजी जिंदगी हो गई है।
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Mother In Law: सास भी है माँ का दूसरा रूप
जरूरी नहीं कि आपको आपकी मां का प्यार केवल मां में ही मिले। आपको अपनी का प्यार अपनी सास में भी मिल सकता है लेकिन उसके लिए आपको अपनी सास को समझना जरूरी है। ये बात केवल एक बहु पर ही नहीं लागू होती है, ये बात सास पर भी लागू होती है।
Mother : सास बहू के रिश्ते कैसे हो मजबूत
mother : आज भी सास बहू का जिक्र आते ही हम बहू को ‘बेचारी’ और सास को ‘गले की फांस’ की संज्ञा देने में नहीं हिचकते हैं. मगर स्त्री सशक्तीकरण के दौर में आज यह सोच एक मुगालता भर है. पर यदि सच्चे मन से कोशिश की जाये और कुछ छोटी-छोटी बातों का ख़याल रखा जाये, […]
सास-बहू के बीच आग लगाने का कम कर रही है बाई तो उसे सिखाएं सबक
बाई का इधर की बात उधर करने की आदत अक्सर ही होती है। जब इस्स सास-बहू के बीच लड़ाइयां होने लगें तो समय बड़ा कदम उठाने का होता है।
जानें ससुराल में नई बहू क्यों महसूस करती है असहज, शुरूआत में
संयुक्त परिवार परंपरा ख़त्म होते जाने के बावजूद अभी भी घर में नववधू से ये आशा की जाती है कि वह एक पारम्परिक बहू और आदर्श बहू की तरह परिवार में शामिल हो,जितना संभव हो घर के सदस्यों की देखभाल करे .बड़े बुज़ुर्गों का सम्मान करे।
नई बहू के रास्ते न हों पथरीले
परिवार में नहीं बहू के आने पर पूरे परिवार को कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ना होता है ताकि परिवार में सुख शांति बनी रहे।
