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वसीयत और वारिस – गृहलक्ष्मी कहानियां

रमन के इनकार ने काव्या को चिंतित कर दिया था। वह यही सोच कर परेशान थी कि अब वह वसीयत उसके वारिस तक कैसे पहुंचा पाएगी। आखिर क्या थी वसीयत की पहेली और काव्या का बदला…

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काश! अगले जन्म में पति बनूं – गृहलक्ष्मी कहानियां

खूबसूरत महिलाओं को देखने से पुरुषों को जिस आनंद की अनुभूति होती है वैसी खूबसूरत पत्नी को देखकर नहीं होती। मेरे मन में भी पति बनकर इस क्षणिक सुखद अनुभूति की जिज्ञासा जागृत हुई है।

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