यूरिन को ज्यादा रोकने के कारण यूरिनेशन की प्रक्रिया प्रभावित होती है। ब्लडर पर अधिक दबाव पड़ता है। कोशिकाएं ढीली हो जाती हैं, इससे आगे चलकर यूरिन कंट्रोल नहीं हो पाता। इसकी के साथ संक्रमण, यूट्रस में खिंचाव, यहां तक कि गुर्दे में पथरी तक हो सकती है।
