Posted inहिंदी कहानियाँ

बोझिल पलकें, भाग-35

अजय पर जिंदगी ने थोड़ा रहम करना शुरू कर दिया था। अब अंशु का दिल अजय के नाम पर धड़कने लगा था, लेकिन अजय अभी तक कशमकश में उलझा था कि क्या करे, क्या नहीं। क्या होगा अंशु के लिए अजय के दिल का हाल, अभी ये राज़ खुलना बाकी है।

Posted inहिंदी कहानियाँ

बोझिल पलकें, भाग-10

रंधीर ने शराब के नशे में जो गलती की, उसका एहसास तो उसे नशा उतरते ही हो गया था, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अंशु अब उसकी असलियत समझ चुकी थी। ये कहानी अब मोड़ ले रही है अजय की गलतफहमी के चलते, जिसके कारण वह अंशु को रंधीर की नई अय्याशी का सामान समझ रहा है। कैसे सुलझेगी ये गुत्थी, पढ़िए आगे।

Gift this article