पौष माह में नहीं होते मांगलिक कार्य, जानिए महत्त्व और आरम्भ तिथि: Paush Month 2023
Paush Month 2023

Paush Month 2023: हिन्दू धर्म में हर महीने का अपना एक खास महत्त्व होता है, फिर वो चाहें सावन हो, चैत्र हो या अन्य कोई माह। इसी तरह मार्गशीर्ष माह की समाप्ति के बाद लगने वाले पौष मास जिसे पूस भी कहा जाता है, का भी अपना विशेष महत्त्व है। इस माह में किसी भी तरह के शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है।

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Paush Month 2023: कब से हो रही है पौष माह की शुरुआत

मौसम के लिहाज से इस माह की रातें काफी सर्द भरी होती हैं। इस साल (2023) पौष माह की शुरुआत 27 दिसंबर (बुधवार) से कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा के साथ होगी। 11 जनवरी (गुरुवार) को अमावस्या, 12 जनवरी (शुक्रवार) को पौष मास के शुक्ल पक्ष का प्रारंभ होगा। वहीं तीन दिन बाद मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाएगा। इस माह के समापन पौष माह को छोटा पितृ पक्ष भी कहा जाता है, जिसमें पूर्वजों की आत्मा की शांति के दान-तर्पण आदि किये जाते हैं।

पौष माह में क्यों नहीं करने चाहिए मांगलिक कार्य

पौष माह को खरमास या धनु मलमास भी कहा जाता है। मान्यता के अनुसार, इस माह में किए गए मांगलिक कार्य या नए कार्य की शुरूआत को वर्जित माना गया है, क्योंकि किए गए मांगलिक कार्यों में सफलता हासिल नहीं होती। साथ ही इस माह में सूर्य देव की उपासना का विधान है।

पौष माह में क्या करें, क्या न करें

  • पौष माह में सूर्य देव की उपासना का विधान है तो इस माह में रोजाना तांबे के लौटे से सूर्य को अर्घ्य देने से मनुष्य तेजस्वी बनता है।
  • इस माह में पड़ने वाली अमावस्या, संक्रांति, पूर्णिमा, एकादशी पर पितरों की पूजा करें, ऐसा करने पर मनुष्य को कालसर्प दोष से छुटकारा मिलता है। तथा कई तरह की मुसीबतों का हल होता है।
  • पौष माह में तले और तामसिक भोजन के सेवन से बचें।
  • सर्द भरा मौसम होने के चलते इस माह में शरीर को धुप देना स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा होता है।

वर्तमान में गृहलक्ष्मी पत्रिका में सब एडिटर और एंकर पत्रकारिता में 7 वर्ष का अनुभव. करियर की शुरुआत पंजाब केसरी दैनिक अखबार में इंटर्न के तौर पर की. पंजाब केसरी की न्यूज़ वेबसाइट में बतौर न्यूज़ राइटर 5 सालों तक काम किया. किताबों की शौक़ीन...