पति-पत्नी के रिश्ते में होती है लड़ाई तो कपल थैरेपी से बनाएं रिश्ता मजबूत: Couple Therapy
Married People need Couple Therapy

कपल थैरेपी से ऐसे संभालें अपना रिश्ता

कपल थैरेपी से पति-पत्नी के बीच की सभी मनमुटाव को दूर करने की कोशिश की जाती है ताकि उनका रिश्ता फिर से पहले जैसा खूबसूरत बन सके और वे एकदूसरे के साथ को एन्जॉय कर सकेंI

Couple Therapy: पति-पत्‍नी का रिश्‍ता सबसे खास व नाजुक होता हैI इस रिश्ते में प्‍यार के साथ-साथ तकरार होना भी लाजिमी हैI लेकिन कभी-कभी इस रिश्ते में तकरार इतना बड़ा रूप ले लेती है कि रिश्ता काफी नाजुक मोड़ पर पहुँच जाता है, जिसे सुलझाने में पति-पत्नी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैI कुछ कपल्स आपस में बातचीत कर मनमुटाव दूर कर लेते हैं, लेकिन कुछ कपल्स ऐसे भी होते हैं जो अपने ईगो के कारण एकदूसरे से बात करने की कोशिश नहीं करते हैं, जिसका नतीजा ये होता है कि उनका रिश्ता टूटने के कगार पर पहुँच जाता हैI

पति-पत्नी के बीच इसी अनबन को समझदारी व गाइडेंस के साथ सुलझाने के लिए कपल थैरेपी का सहारा लिया जाता हैI इस थैरेपी से पति-पत्नी के बीच की सभी मनमुटाव को दूर करने की कोशिश की जाती है ताकि उनका रिश्ता फिर से पहले जैसा खूबसूरत बन सके और वे एकदूसरे के साथ को एन्जॉय कर सकेंI

क्या है कपल थैरेपी

Couple Therapy
couple therapy meaning

कपल थैरेपी का प्रयोग पति-पत्नी के बीच होने वाले टकराव को कम करने के लिए किया जाता हैI यह थैरेपी आपके और आपके पार्टनर के रिलेशन को अच्छा और मजबूत बनाने में मदद करता हैI इसमें एक लाइसेंस प्राप्‍त काउंसलर कपल्‍स के बीच की दूरियों को मिटा कर समझौता करवाते हैंI इसमें वे कई तरह की एक्टिविटीज को शामिल कर कपल्स को एकदूसरे के नजदीक लाने का काम करते हैंI इस थैरेपी से कम्यूनिकेशन की समस्या, ब्रेकअप, सेक्स संबंधित दिक्कतें को दूर करने की कोशिश की जाती हैI

पति-पत्नी के रिश्ते में कब होती है कपल थैरेपी की जरूरत

Couple Therapy Need
when couple therapy needed
  • जब पति-पत्नी के बीच आपस में कम बातचीत हो या बातचीत बंद हो जाएI  
  • जब उन्हें अपने रिश्ते में बोरियत लगने लगेI
  • जब पार्टनर में शारीरिक व इमोशनल बदलाव आने लगेI
  • जब बिना किसी बात के पति-पत्नी के बीच रोज झगड़े होने लगेI
  • जब लड़ाई के बाद एक दूसरे को माफ करना मुश्किल लगने लगे या लड़ाई के बाद जब कपल्स आपस में बात करना बंद कर देंI
  • जब पार्टनर आपसे झूठ बोलने लगे, अपनी बातें छुपाने लगेI
  • जब पार्टनर का किसी और के साथ एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर होI
  • जब आपको अपने पार्टनर के साथ सेक्स करने की इच्छा खत्म हो जाएI
  • जब आपका मन डिवोर्स लेने के बारे में सोचने पर मजबूर होने लगे तब बिना देर किये हुए तुरंत कपल थैरेपी लेंI
  • जब आप दोनों एकदूसरे से डिवोर्स लेने की बात करने लगेI
  • जब लड़ाई के बाद पार्टनर घर छोड़ के चला जाएI

कैसे की जाती है कपल थैरेपी

couple therapy method
couple therapy method

जब किसी कपल के बीच में दिक्कत होती है तो उनके बीच बातचीत बड़ी मुश्किल से हो पाती हैI वे एकदूसरे की बातों को गलत समझते हैं, बात – बात पर नाराजगी या ताने देते हैं, कई बार तो पार्टनर एकदूसरे पर हाथ भी उठा देते हैंI ऐसे में इस थैरेपी से कपल्स प्रोफेशनल थेरेपिस्ट या साइकॉलजिस्ट के सामने खुलकर अपनी परेशानी बताते हैंI क्योंकि थेरेपिस्ट एक थर्ड पार्टी है तो वह निष्पक्ष रूप से दोनों की बात समझने की कोशिश करते हैं और किसी को सही या गलत नहीं ठहराते हैंI बिना लड़ाई झगड़े के वे दोनों की बात शांति से सुनते हैं और उन्हें समझने की कोशिश करते हैंI साथ ही दोनों से अलग अलग बात करके उनके बीच की समस्या को जानने की कोशिश करते हैंI इस सेशन के दौरान होने वाली सभी बातें गोपनीय रहती हैI इस सेशन में कपल अपनी बात जितनी स्पष्टता से सामने रखते हैं उतना ही वह उनके लिए बेहतर होता हैI

पति-पत्नी के रिश्ते में कपल थैरेपी के क्या फायदे हैं-

कपल थैरेपी से रिश्‍तों में आती है मधुरता

Love in Couple
love

पति-पत्नी के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर लड़ाई होती रहती है, ऐसे में हर बात पर गुस्सा दिखाने से बात बनने के बजाए बिगड़ जाती हैI एकदूसरे के लिए समय नहीं निकालने के कारण उनके बीच मनमुटाव आ जाता है, जिसकी वजह से दोनों एकदूसरे के साथ समय बिताना पसंद नहीं करते हैंI लेकिन इस थैरेपी की मदद से उन दोनों के बीच के प्यार को वापस से जगाने में काफी मदद मिलती हैI

थैरेपी से साथ बिताने का समय मिलता है

quality time
quality time

काम में व्यस्त रहने के कारण कपल्स एकदूसरे के साथ कम समय बिताने लगते हैं और जो समय मिलता है उसमें भी अपने फोन में ही व्यस्त रहते हैंI जिसके कारण उनके बीच की दूरियां बढ़ती जाती हैI ऐसे में कपल थैरेपी के दौरान उन्हें एकदूसरे के साथ समय बिताने का मौका मिलता हैI

हर विषय पर खुलकर बात होती है

कभी-कभी कुछ कपल्स आपस में हर विषय पर बात नहीं करते हैं, उन्हें डर लगता है कि कहीं उनका पार्टनर उन्हें गलत ना समझ ले, खासकर सेक्स लाइफ मेंI ऐसे लोगों को कपल थैरेपी के माध्यम से एकदूसरे से खुल कर अपनी इच्छाओं को बताने में मदद मिलती हैI

एकदूसरे के साथ का विश्वास

Trust
trust

हमारी छोटी सी गलती की वजह से हमारा रिश्ता एक ऐसे मोड़ पर पहुँच जाता है जहाँ से वापस एकदूसरे पर विश्वास कर पाना बहुत मुश्किल होता हैI ऐसे में कपल थैरेपी से उनके बीच की गलतफहमी को दूर करके फिर से विश्वास का पुननिर्माण किया जाता हैI

खुद में बदलाव करने में मदद मिलती है

कपल्स के बीच जब लड़ाई होती है तो दोनों में से कोई भी अपनी गलती मानने के लिए तैयार नहीं होते और ना ही अपने अंदर सुधार लाने की कोशिश करते हैंI ऐसे में जब काउंसलर उन्हें समझाते हैं तब उन्हें उनकी बात समझ आती है और वे अपने ईगो को अलग रख खुद में बदलाव लाना शुरू करते हैंI

लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप के लिए भी फायदेमंद है कपल थैरेपी –

Long Distance Relationship
long distance relationship

अगर आप लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में रहते हैं तो आप हर रोज़ अपने पार्टनर से नहीं मिल पाते हैंI ऐसे में आपके रिश्ते में गलतफहमी का होना लाजमी हो जाता है और एक दूसरे से हर छोटी बातों पर लड़ाइयां होना शुरू हो जाती है और आपकी रिश्तों में कड़वाहट आने लगती हैI तो ऐसे में कपल थैरेपी आपके रिलेशनशिप को खुशनुमा बनाने के लिए कारगर सिद्ध हो सकती हैI