Summary: शादी के बाद महिलाओं की पहचान बचाने के 8 स्मार्ट टिप्स
हर महिला शादी के बाद भी अपनी असली पहचान को बनाए रख सकती है। जानिए वे 8 स्मार्ट टिप्स जो आत्मनिर्भर बनने और खुद से जुड़ने में आपकी मदद करेंगे।
Maintain Identity After Marriage: शादी हर व्यक्ति के जीवन का एक एक नया अध्याय होता है, जिसमें खासतौर पर महिला की ज़िंदगी में कई बदलाव आते हैं। सामाजिक अपेक्षाएँ, नया परिवार, और ढेर सारी जिम्मेदारियाँ। इन बदलावों के चलते बहुत-सी महिलाएं अपनी पहचान और खुली सोच कहीं खो देती हैं। यह जान लेना बेहद ज़रूरी है कि शादी ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा जरूर है, लेकिन यह आपकी पूरी पहचान नहीं है। एक महिला का करियर, आत्म-सम्मान, उसकी सोच और उसके सपने शादी के बाद भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं।
अगर आप चाहती हैं कि शादी के बाद भी आपकी पहचान मजबूत और स्वतंत्र बनी रहे, तो खुद को वक्त देना, आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनना और अपने शौक ज़िंदा रखना बेहद ज़रूरी है।
पुराने दोस्तों और रिश्तों को सामान दें

शादी के बाद भी स्कूल कॉलेज के दोस्तों से संपर्क बनाए रखें।अपने ख़ास दोस्तों से कभी-कभी मिलना, फ़ोन पर बातें करना या चैट करते रहना भी आपके मूड को और अच्छा बनाता है। ऐसा करने पर आप खुद से जुड़ी रहेंगी और अकेलापन महसूस नहीं होगा।
अपने सकारात्मक विचारों पर ध्यान दें
अगर आप शादी के बाद अपना नाम नहीं बदलना चाहतीं, तो यह आपका अधिकार है। अपनी सोच, शिक्षा और मान्यताओं को कभी ना दबाएं। पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने विचार सबके सामने रखें। इस तरह आपकी पहचान बनी रहेगी।
आत्मनिर्भर बनें

अपने पसंद की जॉब या फ़्रीलांसिंग शादी के बाद दोबारा शुरू करें। घर से ही ऑनलाइन काम करने के विकल्प ढूंढें। अगर आप बिज़नेस करना चाहें, तो छोटे स्तर से शुरू करें। खाना बनाने का हुनर है तो क्लाउड किचन जैसा कुछ शुरू करें। आत्मनिर्भरता से आपका आत्मविश्वास और समाज में सम्मान बढ़ता है।
संवाद बनाए रखें
अपने जीवनसाथी और परिवार से खुले दिल से बात करें। अपने मन की बात और हर तरह की परेशानियों को साफ़ रूप से परिवार से साझा करें। एक-दूसरे की भावनाओं का हमेशा सम्मान करें।
टेक्नोलॉजी और स्किल्स में खुद को अपडेट करें

सोशल मीडिया के साथ-साथ डिजिटल टूल्स और ऑनलाइन लर्निंग से जुड़ीं रहें। ये नए जमाने की चीजें आपकी स्किल्स को बेहतर बनाती हैं। थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर कुछ नया जरूर सीखें, चाहे वो कुकिंग हो योगा या डिजिटल मार्केटिंग। इस तरह आप समय के साथ चलना सीख जाएंगी और अपनी वैल्यू भी बनाए रख पाएंगी।
ना कहना सीखें
ससुराल या समाज की हर अपेक्षा को पूरा करना आपकी जिम्मेदारी नहीं है। प्यार और सम्मान बनाये रखते हुए रिश्तों में भी कुछ सीमाएं तय करें। जब भी आपको ज़रूरी लगे , साफतौर पर ना कहना सीखें। इस तरह आपकी मानसिक शांति और आत्म-सम्मान बना रहता है।
खुद को प्राथमिकता दें
हर दिन कम से कम 1 घंटा खुद के लिए जरूर निकालें। मानसिक और भावनात्मक सेहत को कभी भी नज़रअंदाज़ न करें। मेडिटेशन, योग या वॉक जैसी एक्टिविटीज़ को अपनी जिंदगी का जरुरी हिस्सा बना लें। इस तरह आप आत्मविश्वास से भरी रहेंगी।
अपने शौक को न भूलें

डांस, म्यूजिक, पेंटिंग, लिखना या जो भी आपको पसंद हो, उसे ज़िंदा रखें। हफ्ते में एक या दो दिन अपनी हॉबी के लिए समय जरूर निकालें। आपकी रचनात्मक पहचान बनी रहेगी और तनाव भी काफी कम होगा।
