Zero Budget Travel: ट्रेवलिंग का शौक़ तो बहुत से लोगों को होता है लेकिन उन्हें पैसों की कमी, नौकरी या दूसरी वजहों से अपनी इच्छाओं को मारना पड़ता है। लेकिन, कहते हैं ना जहां चाह है वहाँ राह है। जी हाँ, सरस्वती अय्यर ने यह साबित कर दिया है कि अगर आपको किसी काम का जुनून हो तो दुनिया की कोई भी मुश्किल आपको नहीं हरा सकती है। आज भी जहां लाखों लड़कियां और महिलाएँ अकेले सफ़र करने की हिम्मत नहीं कर पातीं, सरस्वती अय्यर अकेली भारत में जगह-जगह घूम रही हैं। जी हाँ, सरस्वती अपने सोलो ट्रेवलिंग के पैशन के चलते आज हर महिला के लिए मिसाल बन चुकी हैं। आज वे महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।
जीरो बजट
जहां अधिकांश लोग पैसों की कमी की वजह से मन मार कर रह जाते हैं वहीं सरस्वती बिना खर्चे के अपने इस सपने को पूरा कर रही हैं। इतना काम कर लेती हैं जिससे उनके दो वक्त के खाने की जुगाड़ हो जाती है। अभी तक जितनी भी जगह उन्होंने सफ़र किया है बिना पैसे के किया है। वो जगह-जगह वालंटियर के रूप में काम करती हैं और उसके बदले उन्हें खाना और रहना मिल जाता है।
दो साड़ी में निकल पड़ीं

मदुरई की रहने वाली सरस्वती अय्यर ने पढ़ाई के बाद अच्छी कंपनी में नौकरी की लेकिन उनको लग रहा था कि जो वो चाहती हैं यहाँ नहीं मिल रहा है। इसलिए उन्होंने घूमने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी और सिर्फ़ दो साड़ी, टेंट और पॉवर बैंक लेकर वो निकल पड़ीं। हाँ वो मंदिरों में, आश्रम में, धर्मशाला में रुकती हैं। वो मीलों पैदल चलती हैं, लोगों से लिफ्ट लेती हैं। हालाँकि कई बार इस दौरान उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।
सेफ लड़की
हाल ही में अपने इंस्टाग्राम सेफ लड़की से सरस्वती ने अपनी कहानी शेयर की है। इंस्टाग्राम में उनके 150 हज़ार फ़ॉलोवर्स हैं। वो मानती हैं अगर आप कुछ करना चाहते हैं ख़ासतौर पर एडवेंचर तो आपको उसके लिए पैसे या लक्ज़री की नहीं सिर्फ़ हिम्मत की ज़रूरत है। मुश्किल सिर्फ़ पहला कदम उठाना होता है। सरस्वती कहती हैं आजतक उन्होंने रहने और खाने पर ना खुदका एक पैसा खर्च किया ना ही किसी उधार माँगा। वो कहती हैं शादी में लाखों रुपए खर्च करने की जगह उन पैसों से घूमना चाहिए जिससे आपकी सोच और नज़रिया बदलता है। “परिवार और समाज आपको शादी करवाकर आपको ईएमआई वाला जीवन शुरू करवा देंगे लेकिन आपकी परेशानियों में बाद में कोई साथ नहीं देगा।“
कुछ करके दिखाओ तो पैरेंट्स भी मना नहीं करेंगे
सरस्वती कहती हैं कि कई लोग मुझसे पूछते है आप इस तरीक़े से घूमती हैं तो आपके पैरेंट्स को ऑब्जेक्शन नहीं होता है। मेरा कहना है कि आप ख़ुद पर विश्वास करें और कुछ करके दिखाएं, फिर आपके पैरेंट्स किसी काम के लिए मना नहीं करेंगे।
कम्फर्ट जोन से निकालना है ज़रूरी
सरस्वती कहती हैं कोई भी लड़की अगर हिम्मत करके अपने कम्फ़र्ट जोन से बाहर निकल जाये तो वो सब कुछ कर सकती है। वो मानती हैं स्त्री कभी हारती नहीं है उसको डराकर हराया जाता है।
