उदयपुर में घूमने और देखने की ख़ास जगहें
इस जगह पर इतना कुछ घूमने और देखने के लिए है कि महीनों का वक़्त भी कम पड़ जाए। लेकिन आज हम आपसे तीन दिन के ट्रिप की बात करने वाले हैं। इस तीन दिन के सफ़र में आप काफ़ी कुछ देख और समझ जायेंगे।
Udaipur Itinerary: देश के पश्चिमोत्तर में स्थित राजस्थान को अपनी संस्कृति और लोक परंपराओं की वजह से जाना जाता है। यही कारण है कि देश दुनिया भर के लोग इस जगह पर आते और महीनों-महीनों तक घूमते रहते हैं। वैसे तो इस राज्य का हर एक पर्यटन स्थल निराला है लेकिन आज हम बात करेंगे उदयपुर की। इस जगह पर इतना कुछ घूमने और देखने के लिए है कि महीनों का वक़्त भी कम पड़ जाए। लेकिन आज हम आपसे तीन दिन के ट्रिप की बात करने वाले हैं। इस तीन दिन के सफ़र में आप काफ़ी कुछ देख और समझ जायेंगे।
उदयपुर कैसे जाएं?
आपको बता दें कि उदयपुर के लिए हर तरह की परिवहन की सेवा मौजूद है। यह देश के सभी प्रमुख मार्गों से जुड़ा हुआ है। आप इस जगह पर निजी वाहन, रोडवेज बस, ट्रेन, हवाई जहाज़ के माध्यम से जा सकते हैं। लोकल घूमने के लिए आपको ऑटो और कैब आसानी से मिल जाएगी।
उदयपर में ठहरे कहाँ?
उदयपुर देश का एक बहुत बड़ा और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। इस जगह पर ठहरने के लिए होटेल, रिज़ॉर्ट और हॉस्टल आसानी से मिल जाते हैं। आप अपनी सुविधा और बजट के अनुसार कोई भी विकल्प चुन सकते हैं। उदयपुर का मौसम बहुत ही लाजवाब होता है इसलिए यहाँ पर समय बिताना आपको अच्छा लगेगा।
उदयपुर में पहला दिन
पहले दिन की शुरुआत आप जगदीश मंदिर से कहा सकते हैं। उसके बाद आप सिटी पैलेस जा सकते हैं और शाम को थोड़ा बहुत समय आपके पास बच गया तो हाथी पोल में स्ट्रीट शॉपिंग का भी मज़ा ले सकते हैं।
जगदीश मंदिर: यह मंदिर बिल्कुल ही शहर के बीचोंबीच स्थित है। आप अपने यात्रा की शुरुआत जगदीश मंदिर दर्शन से कर सकते हैं। इस विशाल इंडो-आर्यन शैली में बने मंदिर में आपको काफ़ी अच्छा लगेगा और आप इसकी खूबसूरत दीवारों और शानदार नक्काशी को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाएँगे। इस मंदिर के अंदर कई और भी मंदिर और छतरियाँ बनाई गई हैं।
सिटी पैलेस: सिटी पैलेस को उदयपुर की सबसे ख़ास जगहों में शुमार किया जाता है। इस पैलेस के अंदर एक बहुत बड़े संग्रहालय के अलावा भी काफ़ी कुछ है। लेकिन इस महल की सुंदरता और म्यूजियम में रखी सभी चीजों को देखने के लिए आपके पास अच्छा ख़ासा समय होना चाहिए। इस महल के अंदर आप शीश महल, बड़ी महल, भीम विलास और मोर चौक देख सकते हैं।
हाथी पोल में स्ट्रीट शॉपिंग: हाथी पोल उदयपुर का सबसे रंग बिरंगा बाज़ार है। इस जगह पर आप राजस्थान की तमाम परंपरिक चीज़ों की ख़रीददारी कर सकते हैं। यहाँ आपको राजस्थानी जूती, कुर्तियां, बंधनी, हस्तशिल्प के सामान, आदिवासी आभूषण, साड़ी, कपड़े अच्छी रेंज में मिल जाएँगी। इस जगह पर शाम के वक़्त भीड़भाड़ ज़्यादा होती है, इससे बचने के लिए दिन का समय चुने।
उदयपुर में दूसरा दिन
आप अपने दूसरे दिन की शुरुआत उदयपुर की सबसे ख़ास जगह से कर सकते हैं पर इसके लिए आपको शहर से बाहर निकलना पड़ेगा पर यह यात्रा करके आपको काफ़ी अच्छा लगेगा।
एकलिंगजी मंदिर: इस मंदिर को देखने के लिए आपको थोड़ी दूर जाना पड़ेगा लेकिन यह उदयपुर की ऐसी जगह है जिसको बिल्कुल भी मिस नहीं करना चाहिए। एकलिंगजी मंदिर मेवाड़ के शासक देवता को समर्पित एक बहुत ही भव्य और प्राचीन मंदिर है जिसे देखने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं। इस मंदिर में दर्शन के लिए काफ़ी लम्बी लम्बी लाइन लगती है और अंदर फ़ोटोग्राफ़ी पूरी तरह से वर्जित है।
अहार म्यूजियम: इस जगह पर आपको उदयपुर की ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान की महक मिलेगी। यह वह जगह है जहां पर मेवाड़ के शाही स्मारकों को प्रदर्शित किया जाता है। यह म्यूजियम राजस्थान के इतिहास को समझने के लिए बेहद ही जरूरी है। इस म्यूजियम में पुरानी मिट्टी के बर्तनों और मूर्तियों का एक दुर्लभ और ख़ूबसूरत संग्रह है, और प्राचीन भारतीय युग से खुदाई की गई कई वस्तुएं भी यहां रखी गई हैं।
पिछोला झील पर देखें सूर्यास्त: इस जगह पर रहते हुए पिछोला झील से आपका परिचय अनायास ही हो जाता है। उपरोक्त दोनों जगहों पर घूमने के पश्चात आप पिछोला झील में नाव की सवारी करते हुए आप सूर्यास्त का नज़ारा देख सकते हैं। इस जगह से डूबते हुए सूरज का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है। नौका विहार के दौरान आसपास के महलों और इमारतों को देखना एक अलहदा अनुभव होगा।
उदयपुर में तीसरा दिन
इस जगह को झीलों का शहर कहा जाता है। इसमें कई तरह की नावें चलती हैं। इसलिए आख़िरी दिन आपको यहाँ की झीलों के सौंदर्य को देखना बिल्कुल भी नहीं भूलना चाहिए।
करणी माता मंदिर के लिए केबल राइड: इन झीलों को देखने के लिए करणी माता मंदिर के लिए केबल राइड ले सकते हैं। इस रोपवे से फतेह सागर झील, पिछोला, सिटी पैलेस और अरावली पहाड़ों का बहुत ही ख़ूबसूरत दृश्य दिखाई देता है। रात के वक़्त तो यहाँ का नज़ारा और भी ख़ूबसूरत होता है। इसलिए, माता के दर्शन के साथ साथ शहर का भी दर्शन हो जाएगा।
फतेहसागर झील: यह लेक बहुत ही सुंदर है, यही कारण है कि लोगों की भीड़ लगी रहती है। आप इस जगह पर पहुंचकर नाव की सवारी कर सकते हैं। स्ट्रीट फ़ूड ट्राई कर सकते हैं। आप चाहें तो झील के बीचोंबीच स्थित नेहरु उद्यान भी जा सकते हैं। यह नदी के बीच में स्थित एक बहुत ही ख़ूबसूरत टापू है। इस जगह पर पहुँचकर अपने चारों तरह के पानी और उनमें चलती नावों को देखना बहुत ही अच्छा लगता है।
सहेलियों की बाड़ी: शाम के समय अगर आपके पास वक़्त बचता है तो सहेलियों की बाड़ी भी आप जा सकते हैं। यह जगह फ़तेहसागर से कुछ ही दूरी पर स्थित है। यह जगह कभी यहाँ की रानियों के आमोद प्रमोद की जगह हुआ करती थी। इस जगह पर आपको बहुत सारे झरने और उद्यान देखने को मिलेंगे। यहाँ पर स्थित फूलों और बगीचों को देखना आपको काफ़ी अच्छा लगेगा। इस जगह पर एक वार्षिक आयोजन भी होता है जिसमें सिर्फ़ लड़कियों और महिलाओं को ही जाने की इजाज़त होती है, कोई पुरुष इसमें भाग नहीं ले सकता है।